स्कोडा के पीछे लगी पुलिस, गाड़ी का टायर फटने के कारण आरोपी पैदल भागे, 50 पेटियां बरामद
-सैक्टर-34 थाना पुलिस ने दर्ज किया एक्साइज एक्ट के तहत केस, बाद में एक को पकड़ लिया
चंडीगढ़, 2 जून: शहर में अवैध शराब की तस्करी के चलते गुप्त सूचना पाकर सैक्टर-34 थाने की पुलिस एक स्कोडा गाड़ी के पीछे लगी। पुलिस को देखते ही ड्राइवर ने गाड़ी तेज कर ली और साइकिल ट्रैक पर चढ़ते ही गाड़ी का टॉयर फट गया, जिसके चलते उस गाड़ी में सवार दोनों आरोपी गाड़ी छोड़कर भाग निकले। जब गाड़ी की तलाशी ली गई, तो उसमें से अवैध शराब की 45 पेटियां (मार्का 999 पावर स्टार फाइन व्हिस्की की 40 पेटियां, नैना प्रिमियम व्हिस्की की 5 पेटियां) बरामद हुई। हालांकि बाद में पुलिस ने एक आरोपी को पकड़ लिया। जिसकी पहचान पहचान मोहाली के गांव नबीपुर निवासी दिशांत कुमार उर्फ मोनू के रूप में हुई है। सैक्टर-34 थाना पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ एक्साइज एक्ट-61-1-14 के तहत केस दर्ज किया है। पुलिस अब दिशांत की निशानदेही पर उसके साथी की तलाश कर रही है।
पुलिस के मुताबिक एसएचओ-34 बलदेव कुमार की सुपरविजन में एएसआई महाबीर सिंह ने सैक्टर-46-सी व डी टर्न के नजदीक नाकाबंदी की हुई थी। इसी दौरान सैक्टर-46 की तरफ से एक स्कोडा गाड़ी नंबर-एचआर-03के-5445 नाके की तरफ आ रही थी। पुलिस ने जब गाड़ी के चालक को रुकने का इशारा किया, तो उसने रुकने के बजाए गाड़ी की स्पीड़ और तेज कर दी जिसके बाद पुलिस उनके पीछे लगी और स्कोड़ा गाड़ी वहां एक साइकिल ट्रैक पर चढ़ गई जिसके बाद गाड़ी का टायर फट गया। पुलिस को पीछे देखकर दोनों आरोपी गाड़ी छोड़कर भाग गए, लेकिन कुछ ही देर बाद पुलिस ने एक आरोपी को दबोच लिया। पुलिस पकड़े गए आरोपी से उसके साथी के अलावा अवैध शराब कहां से लाकर कहां सप्लाई करनी थी के बारे में पूछताछ कर रही है।
एप के जरिए पैसा दोगुना करने का लालच देकर लगाया 66 हजार का चूना
चंडीगढ़, 2 जून: अज्ञात ठगों ने सैक्टर-11-बी निवासी महेश राम को एक एप के जरिए पैसा दोगुना करने का लालच देकर 66 हजार रुपए ठग लिए। मामले की श्किायत मिलने के बाद साइबर सेल ने केस दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।
पुलिस को दी शिकायत में महेश राम ने बताया कि 5 मई को उन्हें एक अज्ञात नंबर से विटास कपंनी की एप का मैसेज मिला। जिसमें पैसा दोगुना करने की बात कही गई थी। लिंक पर क्लिक करने के बाद उसने एप डाउनलोड कर ली। प्राफाइल बनाने के बाद उसने 12 मई को 18 हजार व 14 मई को 48 हजार रुपए उसमें इंवेस्ट कर दिए। 18 मई को उसके वैलेट में 6600 रुपए आ गए और बाकी के रूपए दोगुना होने के बाद 19 मई को आने थे, लेकिन 19 मई से ही एप ने काम करना बंद कर दिया। काफी कोशिश की, लेकिन एप चली ही नहीं। जिसके बाद महेश को ठगे जाने का एहसास हुआ तो उसने पुलिस को शिकायत दी। पुलिस ने उसकी शिकायत के आधार पर केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
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