चंडीगढ़, 15 अप्रैल: पीओ एवं सम्मन सेल की टीम ने आधा दर्जन भगौड़ों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है। इनमें से कुछ ऐसे पीओ भी हैं, जो पिछले सात-सात सालों से फरार थे। एसएसपी यूटी कंवरदीप कौर की सुपरविजन में पीओ सेल के इंचार्ज इंस्पैक्टर हरिओम शर्मा द्वारा बनाई गई टीमों ने इनके ठिकानों का पता लगाने के बाद सभी को अलग-अलग जगहों से गिरफ्तार किया है।
पीओ नंबर-1: यूपी के जिला शामली निवासी अशोक कुमार बिल्ला के खिलाफ सैक्टर-34 थाने में 15 अक्तूबर-2016, सैक्टर-31 थाने में 12 अक्तूबर 2016 व मलोया थाने में 19 सितंबर-2016 को स्नैचिंग के कुल तीन केस दर्ज हुए थे। इन तीनों केसों में जमानत मिलने के बाद वह कोर्ट में पेश नहीं हुआ जिसके चलते कोर्ट ने 11-2-2019 व 28 फरवरी 2023 को उसे तीनो केसों में भगौड़ा करार कर दिया था। पीओ सेल की टीम ने उसे करनाल से गिरफ्तार किया। आरोपी बावरिया गैंग का मैंबर है और यूपी, हरियाणा, दिल्ली की पुलिस भी इसकी तलाश में थी। उसके खिलाफ हरियाणा, दिल्ली, यपी, चंडीगढ़ व अन्य राजयों में अब तक 35 आपराधिक केस दर्ज हो चुके हैं। पंचकूला, करनाल व यूपी की कोर्ट ने भी उसे भगौड़ा करार किया हुआ था।
पीओ नंबर-2: धनास की ईडब्ल्यूएस कालोनी निवासी रवि के खिलाफ 31 मार्च-2017 को झगड़े का केस दर्ज हुआ था। कोर्ट ने 28 फरवरी 2024 को उसे भगौड़ा करार कर दिया था। पीओ सेल की टीम ने उसे चंडीगढ़ से ही काबू किया है।
पीओ नंबर-3: हल्लोमाजरा के दीप कांप्लेक्स निवासी रविन्द्र कुमार के खिलाफ 18 मार्च-2017 को सैक्टर-31 थाने में एक्सीडेंट का केस दर्ज हुआ था। कोर्ट ने उसे 5 मार्च-2024 को भगौड़ा करार कर दिया था। पीओ सेल की टीम ने उसे उसके घर से गिरफ्तार किया है।
पीओ नंबर-4: हरियाणा के जिला झज्जर प्रीति के खिलाफ सैक्टर-3 थाने में 4 मई-2022 को ट्रेसपासिंग का केस दर्ज किया गया था। कोर्ट ने उसे 3 अप्रैल-2024 को भगौड़ा करार कर दिया था। पीओ सेल की टीम ने उसे सैक्टर-65 गुरुग्राम से गिरफ्तार किया।
पीओ नंबर-5: सैक्टर-11 थाने में धनास की ईडब्ल्यूएस कालोनी के सदानंद के खिलाफ 4 जनवरी 2015 को आर्म्स एक्ट का केस दर्ज किया था। कोर्ट ने उसके रि-अरेस्ट वारंट जारी किए जिसके चलते पीओ सेल ने उसे धर दबोचा।
पीओ नंबर-6: तरनतारन के रहने वाले सुखदेव के खिलाफ 2016 के एक केस में नॉन बेलेबल वारंट जारी हुए थे। पीओ सेल ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
अभ्यास गैंग के चार गैंगस्टर काबू, चंडीगढ़, पंचकूला व आसपास एरियामें करते थे लूटपाट
चंडीगढ़, 15 अप्रैल: शहर में पिस्तौल की नोक पर लूटपाट करने वाले अभ्यास गैंग के चार गुर्गो को मौली जागरां थाना पुलिस की टीम ने गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए आरोपियों की पहचान सैक्टर-17 पंचकूला की इंदिरा कालोनी के रहने वाले 20 वर्षीय करन सिंह उर्फ गोली, 19 साल के निशांत पांडे, मौली जागरां के रहने वाले 24 वर्षीय तोता राम व डेराबस्सी के मुबारकपुर के रहने वाले साढ़े 18 साल के अर्जुन उर्फ लुगाई के रूप में हुई है। पुलिस ने मामले में पकड़े गए आरोपी तोताराम के कब्जे से एक देसी कट्टा और दो जिंदा कारतूस और अर्जुन के कब्जे से 35 हजार 200 रूपए की नकदी बरामद की।
मौली जागरां थाने के एसएचओ सतनाम सिंह की सुपरविजन में पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि एरिया में पिस्तौल की नोक पर लूटपाट करने वाले अभ्यास गैंग के गुर्गे सक्रिय हैं। मामले को गंभीरता से लेते हुए और चंडीगढ़ पुलिस के आला अधिकारियों की दिशा निर्देशों के चलते पुलिस की टीम ने आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो मामले का खुलासा हुआ। पुलिस ने चारों आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार कर लिया।
क्या था मामला।
मौली जागरां के रहने वाले तेजपाल ने पुलिस को बताया था की वह घटना वाले दिन 9 अप्रैल को रात करीब 10 बजे अपने दोस्त वसीम के साथ अपने घर के सामने खड़ा था। इसी दौरान वहा 4 युवक आए।उनमें से एक आरोपी गोली ने उस पर गोली चलाने के लिए पिस्टल तान दी, लेकिन तकनीकी खराबी के कारण गोली नहीं चली।इसके बाद गोली ने शिकायतकर्ता को गोली मारने के लिए पिस्टल अपने दोस्त आरोपी निशांत को सौंप दी। जिसके चलते हड़कंप मच गया।इसी बीच कुछ लोग घरों से बाहर आए और अचानक निशांत ने पिस्टल के बट से शिकायतकर्ता के सिर पर हमला कर दिया। इससे शिकायतकर्ता घायल हो गया। सभी। आरोपी युवक मौके से फरार गए थे। जिसकी सूचना तुरंत पुलिस को दी गई थी। मौके पर पहुंची पुलिस ने मामले की जांच पड़ताल करते हुए मामले में धारा 307,506,34 आईपीसी और 25-54-59 आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज किया था।