हमारी चुप्पी को कमज़ोरी न समझें, भाजपा का कार्यकर्ता न डरेगा, न झुकेगा, : मदन मोहन मित्तल
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अमरिंदर सरकार की शह पर पंजाब का माहौल ख़राब करने की रची जा रही है साजिश ।
चंडीगढ़ : 28 दिसंबर ( ), पंजाब में बिगड़ चुकी कानून-व्यवस्था तथा भाजपा कार्यकर्ताओं पर किये जा रहे जानलेवा हमलों व प्रदेश में निजी सम्पतियों पर कैप्टन सरकार के ईशारे पर किसानों के नाम नक्सलियों तथा असमाजिक तत्वों द्वारा की जा रही हिंसक कारवाई को लेकर प्रदेश भाजपा का शिष्टमंडल पूर्व मंत्री मदन मोहन मित्तल के नेतृत्व में डी.जी.पी. पंजाब दिनकर गुप्ता को उनके चंडीगढ़ कार्यालय में मिला । इस शिष्टमंडल में पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व राज्यसभा सांसद श्वेत मलिक, पूर्व केंद्री मंत्री विजय सांपला, तीक्ष्ण सूद व राजिंदर भंडारी उपस्थित थे ।
मदन मोहन मित्तल ने कहाकि बठिंडा में भाजपा कार्यकर्ताओं पर कैप्टन सरकार की शह पर जबरन कार्यक्रम में घुस कर तोड़-फोड़ व पथराव कर भाजपा कार्यकर्ताओं पर जानलेवा हमला किया जाना और पुलिस को हमलावरों का साथ देते हुए देखा जाना यह साफ़ जाहिर करता है कि यह सब कैप्टन अमरिंदर सिंह व उनकी कांग्रेस सरकार द्वारा प्रायोजित किया गया था । उन्होंने कैप्टन सरकार को चेतवानी देते हुए कहाकि हमारी चुप्पी को कमज़ोरी न समझें, भाजपा का कार्यकर्ता ना डरेगा और न ही झुकेगा और भाजपा कार्यकर्ता हर तरह से जवाब देने में सक्षम है । इससे पहले भी कैप्टन सरकार समर्थित गुंडों द्वारा प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अश्वनी शर्मा पर भी कातिलाना हमला किया गया था और उस मामले में भी अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है । उन्होंने कैप्टन सरकार को चुनौती देते हुए कहा कि इस प्रकार की हिंसा से भाजपा कार्यकर्ताओं को रोक पाना सम्भव नहीं है, पंजाब की जनता सब देख रही है तथा इसका हिसाब वक्त आने पर कैप्टन सरकार से लिया जाएगा ।
मदन मोहन मित्तल ने कहाकि कृषि बिलों को आधार बना कर अपना राजनीतिक स्वार्थ सिद्ध करने के लिए कुछ राजनीतिक नेताओं व असमाजिक तत्वों द्वारा किसानों और अन्य व्यक्तियों को उकसा कर धरने-प्रदर्शन व हिंसक कारवाईयां की जा रही है। यहाँ तक कि कुछ राजनैतिक विरोधियों के इशारे पर खुद को किसान कहने वाले कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा भाजपा नेताओं को भयानक परिणामों भुगतने की धमकीयां दी जा रही हैं । प्रभावित व्यक्तियों द्वारा इस संबंध में उक्त उपद्रवियों / असामाजिक तत्वों के विरुद्ध शिकायत करने के बाद भी कि पंजाब सरकार व पुलिस द्वारा कारवाई नहीं की जा रही । इससे साफ़ है कि कैप्टन सरकार पंजाब का माहौल ख़राब कर इसे काले दौर में धकेलना चाहती ।
मदन मोहन मीतल के नेतृत्व में शिष्ठमंडल ने मांग की कि भारत के संविधान द्वारा गारंटीकृत मौलिक अधिकारों के अनुरूप भारतीय जनता पार्टी से संबंधित व्यक्तियों के जीवन, स्वतंत्रता और संपत्ति की रक्षा के लिए उचित कदम उठाए जाएँ और राजनीतिक उद्देश्यों के साथ कुछ राजनीतिक नेताओं और असामाजिक तत्वों से प्रेरित व्यक्तियों द्वारा भाजपा नेताओं के घरों के समक्ष अवैध रूप से विरोध प्रदर्शन व धरने दे रहे लोगों को वहां से हटाया जाए।