पंजाब

मुख्यमंत्री द्वारा मोबाइल टावरों को नुकसान पहुंचाने वालों को सख्त चेतावनी, किसी भी जायदाद का नुकसान सहन नहीं किया जायेगा

दूरसंचार सेवाओं में विघ्न और मोबाइल टावरों को नुकसान पहुंचाने वालों के खिलाफ सख्त कार्यवाही के लिए पुलिस को कहा
चंडीगढ़, 28 दिसम्बरः
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने सोमवार को राज्य में मोबाइल टावरों की तोड़-फोड़ और दूरसंचार सेवाओं में विघ्न डालने वालों को सख्त चेतावनी जारी करते हुये पुलिस को ऐसी गैर-कानूनी गतिविधियों करने वालों के खिलाफ सख्त कार्यवाही के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने यह स्पष्ट करते कि वह पंजाब में किसी भी निजी या सरकारी जायदाद का नुकसान सहन नहीं करेंगे, कहा कि उनकी तरफ से ऐसी कार्यवाहियों न करने की बार -बार अपीलेें करने के बाद भी इस को अनदेखा करने के कारण उनको सख्त रुख अपनाने के लिए मजबूर होना पड़ा।
मुख्यमंत्री ने यह बात जोर देकर कही कि वह किसी भी कीमत पर पंजाब में अराजकता फैलाने और किसी को भी कानून अपने हाथों में लेने की आज्ञा नहीं देंगे। उन्होेंने कहा कि राज्य सरकार को पिछले कई महीनों केंद्र के काले खेती कानूनों के खिलाफ राज्य में चल रहे शांतमयी प्रदर्शनों पर कोई ऐतराज नहीं था और न ही उनकी सरकार ने ऐसे किसी प्रदर्शन को रोका। उन्होंने कहा कि जायदाद का नुकसान और नागरिकों को असुविधा सहन नहीं की जायेगी।
मुख्यमंत्री की यह चेतावनी उस समय पर आई जब राज्य में कुल 1561 मोबाइल टावर प्रभावित हुए हैं जिनमें से 25 टावरों की तोड़-फोड़ हुई है। यह नुकसान केंद्र के काले खेती कानूनों के खिलाफ शांतमयी प्रदर्शन कर रही किसान यूनियनों के निर्देशों पर कुछ किसानों और उनके समर्थकों की तरफ से कथित हिंसा के दौरान हुआ।
किसानों और उनके समर्थकों को ऐसीं नुकसानदेय गतिविधियों जिनको किसान नेताओं की तरफ से न मंजूर कर दिया गया है, तुरंत बंद करने का न्योता देते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि दूरसंचार सेवाओं में विघ्न से राज्य में संचार ब्लैकआउट हो सकता है और इससे खास कर विद्यार्थियों और काम करते पेशेवर व्यक्तियों को गंभीर नुकसान हो सकता है।
उन्होंने कहा कि परीक्षाओं खास कर बोर्ड के इम्तिहान नजदीक होने और कोविड महामारी के मद्देनजर विद्यार्थी ऑनलाइन शिक्षा पर निर्भर हैं जिस कारण दूरसंचार सेवाओं में विघ्न डालने की ऐसी कार्यवाहियों से बच्चों के भविष्य पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों को 1.75 लाख स्मार्ट फोन बाँटे हैं जिससे वह बोर्ड के इम्तिहान देने के लिए पुख्ता ढंग के साथ तैयारियाँ कर सकें परन्तु मोबाइल टावरों की तोड़ -फोड़ करने से बच्चों की पढ़ाई में विघ्न पड़ रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पेशेवर लोग भी घर से काम कर रहे हैं और इनमें से बहुत से महामारी के दौरान पंजाब आ गए थे जिस कारण हिंसा और जायदाद को नुकसान पहुँचाने की ऐसी कार्यवाहियों से इन लोगों का रोजगार तक छिन सकता है। उन्होंने कहा कि बैंकिंग सेवाओं, जो कोविड के संकट के दौरान बड़े स्तर पर आनलाईन लेन-देन पर निर्भर हैं, को ऐसी गैर -कानूनी गतिविधियों से ठेस पहुंच रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अब तक किसान संघर्ष कामयाब रहा है और इसको समाज के सभी वर्गों के लोगों से हिमायत मिली और यहाँ तक कर इस संघर्ष के शांतिपूर्ण होने के कारण देश भर के लोगों ने भी समर्थन दिया। उन्होंने सावधान करते हुये कहा कि हिंसा का प्रयोग प्रदर्शनकारियों को आम लोगों से अलग कर सकता है जो किसान भाईचारे के हितों के लिए दुष्प्रभावी साबित होगा।
कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि चाहे उनकी सरकार की संघर्षशील किसानों के साथ पूरी हमदर्दी है और इसी कारण ही राज्य की विधान सभा में केंद्र के कानूनों को बेअसर करने के लिए प्रांतीय संशोधन बिल लाए गए परन्तु किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने की इजाजत नहीं दी जायेगी।
सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि बीते कुछ दिनों में 1561 मोबाइल टावरों की सेवाएं प्रभावित हुई हैं जिनमें से सोमवार से 32 मोबाइल टावरों की बिजली सप्लाई में विघ्न पड़ने के कारण 146 टावर प्रभावित हुए और इससे बाकी 114 टावरों की सेवाएं भंग हो गई। अब तक 433 टावरों की मुरम्मत की जा चुकी है। प्रवक्ता ने यह भी बताया कि राज्य के कुल 22 जिलों में 21306 मोबाइल टावर हैं।

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