सैक्टर-32 अस्पताल में नर्सिग ऑफिसर की भर्ती में फर्जीवाड़ा करने वाले दो आरोपी जोधपुर से गिरफ्तार
चंडीगढ़, 25 अप्रैल: सैक्टर-32 के अस्पताल में नर्सिग ऑफिसर की भर्ती के मामले में फर्जीवाड़ा करने वाले दो आरोपियों को सैक्टर-34 थाना पुलिस की राजस्थान के जोधपुर से गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए आरोपियों की पहचान राजस्थान के गांव चोलटां, जिला बदमेर के रहने वाले जोगिंदर कुमार और जोधपुर के रहने वाले रेखराज के रूप में हुई है। इन दोनों आरोपियों को पुलिस ने कोर्ट में पेश किया, जहां से कोर्ट ने दोनों को पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। पुलिस अब आरोपी जोगिंदर कुमार और रेखराज से नर्सिग आफिसर की भर्ती में हुए फर्जीवाड़ा में शामिल अन्य आरोपियों को लेकर पूछताछ कर रही है।
जीएमसीएच-32 में 182 नर्सिग आफिसर के पद पर भर्ती में हुए फर्जीवाड़ा में पुलिस ने जिन दो आरोपियों को दबोचा है, उनमें से एक आरोपी जोधपुर अस्पताल में पिछले तीन सालों वार्डन के पद पर कार्यरत था। पुलिस की प्राथमिक जांच में सामने आया है कि जोधपुर अस्पताल में वार्डन के पद पर कार्यरत आरोपी ने जीएमसीएच-32 में नर्सिग आफिसर के पद पर हुई भर्ती में किसी दूसरे के जगह लिखित परीक्षा दी थी। अब पुलिस राजस्थान के जोधपुर, जालोर, करौली और जयपुर में अन्य आरोपियों की तलाश में छापेमारी कर रही है। जीएमसीएच-32 अस्पताल में वर्ष 2010 से अब तक चार भर्ती परीक्षा हुई हैं। इन सभी भर्ती में सबसे ज्यादा 90 प्रतिशत से अधिक पद पर राजस्थान के अभ्यार्थी ही चयनित हुए हैं। ऐसे में अब अस्पताल प्रशासन के कई कर्मचारी और अफसरों की ओर से सभी भर्ती की जांच की मांग की जा रही है। 182 नर्सिग आफिसर के पद पर भर्ती फर्जीवाड़ा में भी सभी छह आरोपी राजस्थान के बताए जा रहे हैं।
कैसे हुआ था खुलासा
नर्सिग आफिसर की भर्ती में हुए फर्जीवाड़ा का अस्पताल प्रशासन को तब पता चला जब आवेदन के समय एक अभ्यार्थी द्वारा दी गई उसकी फोटो और हस्ताक्षर लिखित परीक्षा वाले दिन परीक्षा केंद्र पर किए गए हस्ताक्षर और ज्वाइनिंग लेटर देने के लिए अस्पताल में दस्तावेजों की जांच के लिए जब अभ्यर्थी को बुलाया गया था, तो उसकी फोटो चेहरे से मेल नहीं खा रही थी। इसके बाद जब अस्पताल प्रशासन ने भर्ती में फर्जीवाड़ा होने की आशंका पर छह सदस्यीय कमेटी बनाकर दोबारा जांच शुरू की तो कमेटी के समक्ष पांच और अभ्यर्थी शामिल नहीं हुए, बल्कि ज्वाइनिंग कर चुके यह अभ्यर्थी पहले छुट्टी पर चले गए, इसके बाद छुट्टी पर जाने के 24 घंटे के भीतर इन्होंने अस्पताल प्रशासन को अपना इस्तीफा दे दिया।
पीओ एवं सम्मन सेल ने अलग-अलग जगहों से दो और पीओ पकड़े
चंडीगढ़, 25 अप्रैल: पीओ एवं सम्मन सेल की टीम ने अलग-अलग जगहों से दो और पीओ को गिरफ्तार किया है। आरोपियों की पहचान पंचकूला निवासी रिंकू व बलौंगी निवासी मिथुन कुमार के रूप में हुई है। दोनों आरोपियों को पुलिस ने कोर्ट में पेश किया। जहां अदालत ने आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
एसएसपी कंवरदीप कौर व एसपी सिटी मृदुल के निर्देशानुसार पीओ सेल के इंस्पैक्टर हरिओम ने एक टीम बनाकर इन दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया। इनमें से आरोपी रिंकू पर पर सैक्टर-3 थाने में 30 अगस्त 2010 को चोरी का केस दर्ज किया था और कोर्ट ने उसे 28 अप्रैल 2016 को भगौड़ा करार दिया था जबकि मिथुन पर सैक्टर-39 थाने में 1 नवंबर-2018 को किडनैपिंग का केस दर्ज हुआ था जिसे बाद में कोर्ट ने 22 सितंबर-2021 को भगौड़ा करार कर दिया था। पीओ सेल की टीम ने टैक्निल सेल की मदद से दोनों आरोपियों को धर दबोचा।।