चंडीगढ़

चंडीगढ़ : पाकिस्तान लेना चाह रहा था भारत की खूफिया जानकारी..क्राइम ब्रांच ने साजिश नाकाम की

चंडीगढ़, 25 अक्तूबर: पाकिस्तान सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने खुद को ड्रग तस्कर बताकर अमृतसर के युवक से भारत की खूफिया जानकारी लेनी चाही, लेकिन उस अधिकारी की साजिश को चंडीगढ़ की क्राइम ब्रांच टीम ने नाकाम कर दिया। दरअसल ड्रॉन के जरिए पाकिस्तान बैठे ड्रग पेडलरों से चिट्टा लेकर चंडीगढ़ में सप्लाई करने वाले तीन मेन ड्रग पेडलरों का क्राइम ब्रांच ने पर्दाफाश किया है। पकड़े गए आरोपियों की पहचान गांव-जैंतीपुर, टेक-मजीठा, जिला-अमृतसर निवासी हरप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी (28), अमृतसर के गांव दाओके निवासी रंजीत सिंह उर्फ राणा (28) व तीसरे आरोपी भी गांव दाओके निवासी रंजीत सिंह उर्फ राणा (40) ही है। तीनों आरोपियों से क्राइम ब्रांच को कुल 156.96 ग्राम चिट्टे के साथ-साथ एक रियलमी का फोन बरामद हुआ, जिससे पाकिस्तान से इनके तार जुड़े होने का खुलासा हुआ है। बरामद हुए चिट्टे की कीमत पुलिस सूत्रों ने सात लाख से ज्यादा की बताई है। इन दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी डीएसपी क्राइम उदयपाल सिंह व इंस्पैक्टर सतविन्द्र सिंह द्वारा बनाई गई टीमों ने की है। जिनमें सब इंस्पैक्टर बलजीत, सब इंस्पैक्टर सुमेर, हैड कांस्टेबल अनिल, कांस्टेबल रविन्द्र, कांस्टेबल संदीप, कांस्टेबल जश्बीर, कांस्टेबल अशोक, सीनियर कांस्टेबल संदीप, कांस्टेबल सुमित व कांस्टेबल नरेंद्र शामिल थे।
15 अक्तूबर को क्राइम ब्रांच में तैनात सब इंस्पैक्टर बलजीत सिंह के नेतृत्व में पुलिस टीम मनीमाजरा थाने के एरिया में अपराध नियंत्रण और रोकथाम गश्त ड्यूटी पर थी। जब पुलिस पार्टी हाउिसंग बोर्ड लाइट पॉइंट, शीतला माता मंदिर के पास, गोविंदपुरा, मनीमाजरा, पहुंची तो शक के आधार पर पुलिस कर्मियों ने एक युवक को पकड़ा और उसके कब्जे से 53.60 ग्राम चिट्टा बरामद हुआ। पूछताछ करने पर उसने अपना नाम हरप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी निवासी गांव-जैंतीपुर, टेक-मजीठा, जिला-अमृतसर बताया। जिसके बाद क्राइम ब्रांच ने उसके खिलाफ मनीमाजरा पुलिस स्टेशन में एनडीपीएस एक्ट-21 के तहत केस दर्ज करवाया।
पूछताछ में हुआ दूसरे का खुलासा, तो वह भी धरा
क्राइम ब्रांच ने आरोपी हरप्रीत सिंह को कोर्ट में पेश कर पुलिस रिमांड हासिल किया और उससे गहन पूछताछ की गई, जिसमें उसने अमृतसर स्थित मुख्य ड्रग सप्लायर रणजीत का नाम बताया। आरोपी हरप्रीत सिंह द्वारा दी गई जानकारी पर कार्रवाई करते हुए, क्राइम ब्रांच की एंटी नॉरकोटिक्स टॉस्क फोर्स (एएनटीएफ) की टीम ने आरोपी रणजीत की तलाश में गांव दाओके अमृतसर  में छापेमारी कर उसे भी गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से पुलिस को 106.36 ग्राम चिट्टा बरामद हुआ। अदालत में पेश कर आरोपी रणजीत सिंह का 7 दिन का पुलिस रिमांड हासिल किया गया।
पाकिस्तान से बोतल में ड्रॉन से जरिए आया था चिट्टा
क्राइम ब्रांच के अनुसार पुलिस पूछताछ के दौरान रंजीत ने बताया कि उसका गांव पाकिस्तान सीमा से सटा हुआ है और उसके गांव के कई लोग पाकिस्तान से ड्रग तस्करी में शामिल हैं। उनमें से एक का संपर्क उसे पाक स्थित सप्लायर से मिला। इसके लिए उसने एक विदेशी नंबर पर व्हाट्सएप अकाउंट बनाया और पाक तस्कर से संपर्क शुरू किया और इससे वह इरफान, नूर, इमरान, शायदा नाम के और तस्करों के संपर्क में आया। उसने पाक स्थित तस्करों और नूर को अपनी लोकेशन भेजी, उनमें से एक ने उसे कोल्ड ड्रिंक की प्लास्टिक की बोतल में चिट्टे खेप भेजी, जिसे ड्रोन के माध्यम से दी गई लोकेशन पर छोड़ दिया गया। बाद में उसने यह खेप पहले से गिरफ्तार आरोपी हरप्रीत और अपने गांव के एक अन्य रणजीत सिंह उर्फ राणा को पहुंचा दी। आरोपी हरप्रीत सिंह व रणजीत सिंह राणा की गिरफ्तारी से तीसरा आरोपी रंजीत सिंह राणा उसी दिन से फरार हो गया था, लेकिन क्राइम ब्रांच ने 24 अक्तूबर को उसे भी गिरफ्तार कर लिया।
पाक सेना राणा से लेना चाहती थी भारत की जानकारी
क्राइम ब्रांच के अधिकारियों ने बताया कि 18 अक्तूबर को दूसरे नंबर पर पकड़ा गया आरोपी 28 साल का रणजीत सिंह उर्फ राणा की पारिवारिक पृष्ठभूमि दागदार है। उसके बड़े भाई गुरप्रीत को पहले अमृतसर पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट के 3 मामलों में गिरफ्तार किया था और अभी वह जासूसी मामले में जेल में है क्योंकि उसने पाकिस्तान और अपने पिता इंद्रजीत सिंह को भारत की गुप्त जानकारी दी थी। इंदरजीत सिंह पहले आरडीएक्स की खेप और एनडीपीएस एक्ट के 2 मामलों के साथ गिरफ्तार किया गया था। रंजीत सिंह राणा के फोन रिकॉर्ड से और अन्य एजेंसियों की मदद से यह पता चला है कि पाकिस्तान सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने खुद को ड्रग तस्कर बताकर उससे संपर्क किया था, लेकिन वह भारत की कुछ जानकारी उसे दे पाता कि उससे पहले ही क्राइम ब्रांच उसे गिरफ्तार करने में सफल रही।
दूसरा राणा 9 किलो व 1.50 किलो चिट्टे में भी गिरफ्तार
तीसरे नंबर पर पकड़ा गया आरोपी 40 साल के रंजीत सिंह राणा को अमृतसर पुलिस पहले 9 किलो चिट्टे और फिर 1.50 किलो चिट्टे की तस्करी में गिरफ्तार कर चुकी है। क्राइम ब्रांच ने अब दोनों रंजीत सिंह राणों का पुलिस रिमांड हासिल किया है जबकि पहले नंबर पर पकड़े गए आरोपी हरप्रीत सिंह को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।

 

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