पंजाब

RCB की टीम पर थी हमले की संभावना, 3 हिस्ट्री शीटर दबोचे  

 

चंडीगढ़, 21 अप्रैल: मोहाली में पंजाब किंग्स इलेवन व रॉयल चैलेंजर्स बंगलरू के बीच हुए मैच में जीतने के बाद, जहां आरसीबी की टीम आईटी पार्क स्थित ललित होटल में जश्न मना रही थी, वहीं चंडीगढ़ पुलिस भी उनकी सुरक्षा व्यवस्था के लिए पूरी तरह से चौकस थी। दरअसल आरसीबी की टीम आईटी पार्क स्थित ललित होटल में ठहरी थी, लेकिन अहम बात थी की उसी दिन वहां पर सिद्धू मूसेवाला की हत्या में शामिल गैंगस्टर दीपक टीनू के गुर्गे तीन हीस्ट्रीशीटर ने अचानक से रूम बुक कर लिया और बहादुरी और समझदारी से आईटीपार्क थाने के एसएचओ रोहताश यादव ने उन तीनों से एक हीस्ट्रीशीटर को होटल में घूमते हुए पहचान लिया। जिसके बाद तीनों को राउंडअॅप कर लिया गया और जब पुलिस ने उन तीनों से होटल में ठहरने का कारण पूछा, तो वह टालमटोल करने लगे। जिसके चलते आईटी पार्क थाना पुलिस ने हिस्ट्रीशीटरों को प्रीवेंटिव एक्शन के तहत गिरफ्तार कर लिया गया है। पकड़े गए आरोपियों की पहचान जीरकपुर के रॉयल स्टेट के रहने वाले रोहित (33),चंडीगढ़ बापूधाम कॉलोनी के रहने वाले मोहित भारद्वाज (33) झज्जर जिले के बहादुरगढ़ के रहने वाले नवीन के रूप में हुई है। फिलहाल पुलिस की जांच जारी है।

जानकारी के अनुसार एसएचओ आईटी पार्क रोहताश यादव व उनकी अन्य पुलिस टीम आरसीबी की टीम की सुरक्षा को लेकर पूरी तरह से अलर्ट थी। इसी दौरान पुलिस ललित होटल के रूम व सुरक्षा के संबंध में चैकिंग कर रही थी कि अचानक से पुलिस को मोहित दिखा। जैसे ही एसएचओ ने उन्हें देखा तो उसे पकड़ लिया। जब उससे पूछा किया वह तो चंड़ीगढ का रहने वाला है तो उसने यहां रूम क्यों लिया हुआ है। उसने इस बारे में पुलिस को कोई जवाब नहीं दिया। पुलिस ने फिर उसका रूम नंबर-335 मंजिल तीसरी चैक किया, जहां तीनों ठहने हुए थे। इसके अलावा पुलिस ने उनकी ब्रीजा गाड़ी की भी चैकिंग ही। हालांकि पुलिस को कोई सुराग तो नहीं मिला, लेकिन पुलिस ने सुरक्षा के आरसीबी की सुरक्षा के मद्देनजर तीनों हीस्ट्रीशीटरों पर 107/151 का कलंदरा दर्ज कर तीनों को हिरासत में लिया। पुलिस का कहना है कि तीन हीस्ट्रीशीटर कोहली की टीम को नुक्सान पहुंचा सकते थे।

मूसेवाला मर्डर में शामिल था गैंगस्टर दीपक टीूनू

पंजाब गायब सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में शामिल लॉरेंस बिश्नोई का गुर्गा गैंगस्टर दीपक टीनू को गिरफ्तार तो कर लिया गया था, लेकिन टीनू 1-2 अक्टूबर की रात को पंजाब की मानसा पुलिस की कस्टडी से फरार हुआ था। इसमें मानसा सीआईए के इंचार्ज सब-इंस्पेक्टर प्रीतपाल सिंह की भूमिका सामने आई थी, जिसके बाद उसे भी गिरफ्तार कर लिया गया था और टीनू को भी 17-18 दिनों बाद दोबारा से धर दबोच लिया गया था। गैंगस्टर टीनू के कहने पर मोहित ने प्रीतपाल की काफी मदद की थी। पुलिस का कहना है कि मोहित गैंगस्टरी दीपक टीनू का गुर्गो है, जो टीनू लॉरेंस बिश्नोई का गुर्गा है।

आरोपी मोहित: आईटीपार्क पुलिस द्वारा पकड़े गए मोहित ने सब इंस्पैक्टर प्रीतपाल को चंडीगढ़ के क्लबों में पूरी मौज मस्ती करवाई थी। मोहित के खिलाफ सैक्टर-17 थाने में 2019 में झगड़े का केस दर्ज हुआ था। 2021 में उसके खिलाफ सैक्टर-26 थाने में केस दर्ज किया गया था। उस समय उसने सैक्टर-26 के ग्राफो क्लब में एक युवक पर कांच के ग्लिास से हमला किया था जिसकी आंख पर गंभीर चोटें आई थीं।

आरोपी रोहित उफ रिम्मी: 2018 में सैक्टर-26 के एफबार में सांसद के करीबी सहदेव सलारिया की बर्थ-डे पार्टी में फायरिंग करने पर सैक्टर-26 थाने में आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया था। इसमें उसके साथ और भी लोग शामिल थे, जिनके खिलाफ पुलिस ने केस दर्ज किया था।

आरोपी नवीन: 2019 में सैक्टर-20 पंचकूला में डकैती करने के आरोप में इसे गिरफ्तार किया गया था। इसके अलावा अंबाली जेल में एक केस तो झगड़े का था जबकि दूसरे केस में इसके पास से जेल के अंदर से मोबाइल फोन मिला था।

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