पंजाब
पंजाब पुलिस द्वारा मध्य प्रदेश आधारित ग़ैर कानूनी हथियारों के तस्करों के गिरोह का पर्दाफाश
2 व्यक्ति गिरफ़्तार और पंजाब के गैंगस्टरों को सप्लाई किये जाने वाले हथियार और गोला-बारूद बरामद
चंडीगढ़, 9 जनवरी:
एक बड़ी अंतर-राज्यीय कार्यवाही करते हुए पंजाब पुलिस ने आज मध्य प्रदेश आधारित हथियारों के तस्करों के गिरोह का पर्दाफाश किया, जो पंजाब के गैंगस्टरों को ग़ैर कानूनी हथियारों और गोला-बारूद की सप्लाई कर रहे थे। इस कार्रवाई में पुलिस ने दो व्यक्तियों को गिरफ़्तार किया गया है और उनके कब्ज़े से .32 बोर के 12 पिस्तौल और 15 मैगज़ीन समेत हथियारों की बड़ी खेप बरामद की गई है। इस गिरोह के स्पष्ट तौर पर आतंकवादियों के साथ भी संबंध हैं और शक है कि पिछले 3 महीनों के दौरान इस गिरोह द्वारा राज्य में गैंगस्टरों और अपराधियों को दो दर्जन .32 बोर पिस्तालें सप्लाई की गई हैं।
पंजाब के डी.जी.पी. दिनकर गुप्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि एस.एस.पी., अमृतसर (ग्रामीण) ध्रुव दहिया की निगरानी अधीन ख़ुफिय़ा कार्रवाई की गई और संदिग्ध व्यक्तियों महेश सिलोतिया और जग्गू को डी.एस.पी. गुरिन्दर नागरा के नेतृत्व वाली टीम द्वारा उनके जद्दी गाँव खरगोन, मध्य प्रदेश से काबू किया गया। श्री गुप्ता ने कहा कि अमृतसर ग्रामीण पुलिस द्वारा हाल ही में .32 बोर के 4 ग़ैर कानूनी पिस्तौल बरामद किये जाने के मामले में की गई जांच से राहुल नाम के व्यक्ति के नेतृत्व वाले मध्य प्रदेश आधारित गिरोह के शामिल होने संबंधी हुए खुलासे के बाद खरगोन में छापेमारी की गई थी।
उन्होंने बताया कि अब तक की गई जांच से पता चला है कि यह गिरोह पंजाब आधारित गैंगस्टरों के लिए कई हथियारों की बड़ी खेप की तस्करी में शामिल रहा है। उन्होंने कहा कि यह गिरोह सितम्बर 2020 में पटियाला पुलिस द्वारा ज़ब्त किये गए .32 बोर के छह पिस्तौलों की खेप का स्रोत भी था। इसके अलावा पुलिस थाना चाटीविंड, अमृतसर (ग्रामीण) में दर्ज ग़ैर कानूनी हथियारों की खेप पकडऩे के मामले में भी इस गिरोह की सम्मिलन सामने आई है।
श्री गुप्ता ने कहा कि इस गिरोह के पंजाब के आतंकवादियों के साथ सम्बन्ध होने की संभावनाओं से इनकार नहीं किया जा सकता, क्योंकि जांच से यह सामने आया है कि राहुल पंजाब की जेलों में बंद कई गैंगस्टरों और कट्टरपंथियों के साथ संपर्क में था और उनको सक्रियता के साथ ग़ैर कानूनी हथियार सप्लाई कर रहा था। गौरतलब है कि वह ड्रोन मड्यूल, जिसका पंजाब पुलिस द्वारा 2019 में पर्दाफाश किया गया था, के मुख्य दोषी अकाशदीप सिंह के साथ भी नज़दीकी संपर्क में था, जो इस समय अमृतसर जेल में है। श्री गुप्ता ने आगे कहा कि गिरफ़्तार किये गए मुलजि़मों से पूछताछ की जा रही है, जिससे उनके संपर्कों के पूरे नैटवर्क और पंजाब में तस्करों, गैंगस्टरों और आतंकवादियों के साथ उनके संबंधों से पर्दा उठाया जा सके।
डीजीपी ने बताया कि राहुल के अलावा उसके एक अन्य साथी सतीपुरा के सिकलीगर गोपाल सिंह निवासी पुलिस थाना भगवानपुरा, खरगोन का नाम गिरफ़्तार किये गए महेश और जग्गू से पूछताछ के दौरान सामने आया था। उन्होंने कहा कि राहुल और गोपाल दोनों के नाम पुलिस थाना घरिंडा, अमृतसर (ग्रामीण) में आर्म्स एक्ट की धारा 25 के अंतर्गत दर्ज एफआईआर नं. 199 तारीख़ 10.12.2020 में दर्ज हैं और इनको पकडऩे के लिए यत्न किये जा रहे हैं।