854 ग्राम चरस के मामले में मेन स्पलॉयर व मेन ड्रग डीलर भी दबोचा
-ट्राईसिटी में स्टूडेंट्स को करते थे सप्लाई, पक्के कस्टमर भी थे
चंडीगढ़, 4 जून: 854 ग्राम चरस के मामले पकड़े गए आरोपी की निशानदेही पर क्राइम ब्रांच की टीम ने हिमाचल प्रदेश से चरस के मेन सप्लॉयर व मेन डीलर को भी गिरफ्तार कर एक बड़ी सफ्लता हासिल की है। पकड़े गए आरोपियों की पहचान कुल्लू के रहने वाले शांता कुमार (मेन सप्लॉयर) व शाम (मेन डीलर) के रूप में हुई है। क्राइम ब्रांच ने अब आरोपी राकेश उर्फ रक्कू को कोर्ट में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया। जबकि शांता कुमार पुलिस रिमांड पर है और शाम को पुलिस ने अभी कोर्ट में पेश करना है।
क्राइम ब्रांच की एंटी नारकोटिक टॉस्क फोर्स (एएनटीएफ) ने डीएसपी क्राइम उदय पाल की सुपरविजन में इंस्पैक्टर सतविन्द्र ने 30 मई को पेट्रोलिंग के दौरान सैक्टर-1/2/3 के स्मॉल चौक से 82 बटालियन के बीच में नाकाबंदी कर सफेद रंग की स्विफ्ट कार नंबर-टीओ-523सीएच-8637ए के चालक को रोका था। पुलिस पूछताछ में उसने बताया था कि वह नया गांव के आदर्श नगर का रहने वाला राकेश उर्फ रक्कू (30) है। पुलिस ने जब उसकी गाड़ी की तलाशी ली तो उसमें से 854 ग्राम चरस के अलावा एक देसी कट्टा व एक जिंदा कारतूस बरामद हुआ। जिसके चलते आरोपी के खिलाफ क्राइम ब्रांच ने सैक्टर-3 थाने में एनडीपीएस एक्ट-20 व आर्म्स एक्ट-25-54-59 के तहत केस दर्ज किया था। पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपी प्रापर्टी डीलर है और पुरानी गाड़ियां बेचने व खरीदने का भी काम करता है। आरोपी को अगले दिन पुलिस ने कोर्ट में पेश किया था। जहां पुलिस ने अदालत से उसका पांच दिन का पुलिस रिमांड हासिल किया था।
और यू पहुंची पुलिस मेन सप्लॉयर के पास
पुलिस रिमांड के दौरान क्राइम ब्रांच की पूछताछ में राकेश ने बताया कि वह कुल्लू के रहने वाले शांता कुमार से चरस लाया था। सस्ते दामों पर चरस लाकर वह ट्राईसिटी में स्टूडेंट्स को सप्लाई करता था। राकेश की निशानदेही पर क्राइम ब्रांच की टीम ने मंडी स्थित करसोग में दबिश दी और शांता कुमार को धर दबोचा। आरोपी शांता को पहले शिमला पुलिस एनडीपीएस एक्ट के केस में गिरफ्तार कर चुकी है।
मेन सप्लॉयर से क्राइम पहुंची मेन डीलर तक
क्राइम ब्रांच की टीम ने जब शांता कुमार से पूछताछ की तो उसने खुलासा कि वह चरस के मेन डीलर कुल्लू निवासी शाम से खरीदता था। पुलिस टीम शांता कुमार की निशानदेही पर शाम को भी कुल्लू से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस जांच में सामने आया कि शाम कुल्लू के जंगल एरिया में चरस की खेती कर उसे तैयार करवाकर आगे मेन सप्लॉयर शांता कुमार को बेचता था, जो आगे से आगे ड्रग पेडलरों को बेचता था।
बाउंसर से कैसे बन गया ड्रग पेडलर
पुलिस जांच में सामने यह भी सामने आया कि आरोपी राकेश कुमार पहले बाउंसर था, जो इस काम में नशे के आदि लोगों के संपर्क में आया और उसने ड्रग्स सप्लाई करने का काम शुरू कर दिया। आरोपी पिछले 12 सालों से चरस की तस्करी कर रहा है। वहीं पुलिस का कहना है कि आरोपी ट्राईसिटी में स्टूडेंट्स के अलावा पक्के कस्टमरों तक चरस पहुंचाता था। आरोपी राकेश को चंडीगढ़ पुलिस पहले भी एनडीपीएस एक्ट के तहत गिरफ्तार कर चुकी है।