पंजाब

*एसवाईएल पर किसी भी तरह का समझौता ना करने को लेकर गारंटी दें मान: पंजाब कांग्रेस*

चंडीगढ़, 13 अक्टूबर: पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने मुख्यमंत्री भगवंत मान से बिना किसी शर्त स्पष्ट रूप से गारंटी देने को कहा है कि शुक्रवार को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के साथ होने वाली उनकी बैठक में सतलुज यमुना लिंक नहर (एसवाईएल) को लेकर किसी भी तरह का समझौता नहीं किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि यह हम सभी के लिए जिंदगी व मौत का मुद्दा है और इसमें गलती की गुंजाइश कोई नहीं होनी चाहिए। मुख्यमंत्री द्वारा कल उठाए जाने वाले कदम का पंजाब, इसकी अर्थव्यवस्था व खेतीबाड़ी पर लंबे समय तक असर पड़ेगा।
वड़िंग ने मान को सलाह दी है कि उन्हें यमुना के पानी का मुद्दा उठाना चाहिए, जो हरियाणा प्राप्त कर रहा है। उन्होंने कहा कि हरियाणा पंजाब की नदियों पर दावा कर रहा है, जो उसकी धरती को छूती भी नहीं और यह कुदरती रिपेरियन कानूनों के विरुद्ध है। ऐसे में यदि हरियाणा हमारे नदियों से पानी मांग सकता है, तो हमको भी यमुना से पानी मांगना चाहिए, जिसे पंजाब एवं हरियाणा के मध्य संसाधनों के बंटवारे के दौरान छोड़ दिया गया था और यह उस समय पंजाब के साथ बहुत बड़ा अन्याय था।
उन्होंने कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री से हरियाणा के सीएम से मुलाकात से पहले सभी पक्षों जैसे किसानों, सहित सर्वदलीय बैठक बुलाने की अपील की थी, जो उन्होंने नहीं बुलाई और इसके कारणों को लोग भली-भांति जानते हैं। इससे पंजाब का पक्ष मजबूती के साथ रखने में उन्हें सहायता मिलती।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि उन्हें कम से कम बैठक से पहले पंजाब के लोगों के साथ यह वचनबद्धता जाहिर करनी चाहिए कि वह राज्य से किसी अन्य प्रदेश को पानी की एक बूंद भी नहीं जाने देंगे। उन्होंने खुलासा किया कि ना सिर्फ अब, बल्कि कई सालों से पंजाब पानी के गिरते स्तर के मद्देनजर गंभीर खतरे का सामना कर रहा है और इसकी पुष्टि कुछ साल पहले नासा के सेटेलाइट से भी हुई थी। ऐसे में हैरानीजनक है कि किस प्रकार इन हालातों में कोई पंजाब से उसका पानी देने की उम्मीद रख सकता है।
उन्होंने कहा कि किसी को अपना पानी देने से आप खुद प्यासे मर जाएंगे। उन्होंने मुख्यमंत्री को चेतावनी देते हुए कहा कि समय आ चुका है कि पक्षपात से ऊपर उठकर पंजाब के हितों को पहल दी जाए।
वड़िंग ने कहा कि पंजाबियों की चिंताएं और आशंकाएं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा बार-बार दोहराए गए स्टैंड और दिए गए बयानों पर आधारित है कि हरियाणा को पंजाब से उसका पानी मिलना चाहिए। इसके अलावा, आप के सांसद और हरियाणा के इंचार्ज डॉ सुशील गुप्ता ने कुछ महीने पहले स्पष्ट तौर पर कहा था कि उनकी पार्टी की सरकार सुनिश्चित करेगी कि एसवाईएल का निर्माण हो और हरियाणा में उसका पानी बहे।
उन्होंने पंजाब के लिए एसवाईएल की गंभीरता को जाहिर करते हुए मान से कहा कि आपकी सरकार गुजरात में पंजाब के संसाधनों को बर्बाद कर रही है चाहे इनको लोग सहन भी कर लेंगे लेकिन कृपया यह जो सुनिश्चित करना कि एसवाईएल के मुद्दे पर किसी भी तरह का समझौता ना हो, क्योंकि यह जिंदगी और मौत का मामला है और यदि एसवाईएल का निर्माण होने दिया गया, तो पंजाब बंजर जमीन में बदल जाएगा।

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