पाकि में 1.40 करोड़ लोग मोहाजिर के रूप में रहे हैं : इंद्रेश कुमार ;पाकिस्तान को चेतावनी अभियान प्रारंभ करेगा मुस्लिम राष्ट्रीय मंच
जालंधर, 6 दिसंबर ()- मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के संरक्षक और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य डा . इंद्रेश कुमार ने कहा कि मुस्लिम राष्ट्रीय मंच आज से डाॅ. भीमराव आम्बेडकर की पुन्यतिथि के अवसर पर सम्पूर्ण भारत वर्ष में पाकिस्तान को चेतावनी अभियान प्रारंभ करने जा रहा है। एक माह तक चलने वाले इस अभियान में मंच के कार्यकर्ता धरना, प्रदर्शन, विरोध मार्च और ज्ञापन सौंपने का कार्य करेंगे। यह अभियान बयान 10 जनवरी 2021 तक चलेगा। इस अभियान के तहत मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के कार्यकर्ता 1947 में पाकिस्तान के कब्जे वाले पाकिस्तान अधिकृत जम्मु कशमीर, गिलगित, बाल्टीस्तान, इत्यादि को पाकिस्तान द्वारा खाली किये जाने की मांग के साथ उक्त अभियान को चलायेंगे। इसके साथ ही मंच के कार्यकर्ता जम्मु कश्मीर के पूर्व मुख्मंत्रियों फारूख अब्दुल्लाह, उमर अब्दुल्लाह और महबूबा मुफती को उनके देश विरोधी ब्यानों के लिए कड़ी चेतावनी भी जारी करेंगे। उन्होंने कहा कि जो भारतीय मुस्लमान 1947 में विभाजन के पश्चात पाकिस्तान चले गये उनकी स्थिति वहां दयनीय है और वो देश रहित व्यक्तियों की तरह रह रहे हैं। पाकिस्तान ने आज तक उन 1.40 करोड़ लोगों को नागरिक्ता नहीं दी है और मोहाजिर के रूप में रहते हुए अब वह अपने अलग देश की मांग कर रहे हैं। इन्द्रेश कुमार ने कहा कि पी.ओ.जे.के. और गिलकिट बलटिस्तान जैसे भारतीय क्षेत्रों को खाली कराने के लिये पाकिस्तान को स्पष्ट रूप से बताने का समय आ गया है, जिस पर उसने 1947 के बाद से अवैध रूप से कब्जा किया हुआ है। इंद्रेश कुमार ने यह भी बताया कि हम मजबूत मजबूत भारत अभियान के दौरान मंच के कार्यकर्ताओं ने देश भर के 20 लाख मुस्लमानों से सम्पर्क किया और भारत को मजबूत और आत्मनिर्भर बनाने के लिये 8 लाख से अधिक संकल्प पत्र पर हस्ताक्षर करवा कर एकत्रित किये। जो प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में आत्म निर्भर भारत बनाने को समर्पित है। इन्द्रेश कुमार ने कहा कि कोविड-19 महामारी के लिए चाईना ही जिम्मेदार है। चाईना ने अपने विस्तारवादी निति को आगे बढ़ाने के लिये 12 लाख से अधिक बौद्ध तिब्बतियों का नरसंहार किया और अब शिजयांग प्रांत में उईगर मुस्लमानों के साथ तबाही मचा रहा है। चीन के सामानों का बहिष्कार करना ही चीन को हराने का एकमात्र तरीका है।