IPL में सट्टा लगाने वालों से रिश्वत लेने के आरोप में तीन पुलिसकर्मी सस्पैंड, डिस्ट्रिक्ट सेल के इंचार्ज लाइन हाजिर
-आईपीएल मैचों में सट्टा लगाने वालों का नार्मल सट्टे के आरोप में करते थे केस
-एसएसपी ने कहा न तो सट्टेबाजों को और न रिश्वत लेने वालों को बख्शा जाएगा
-सभी पुलिसकर्मियों के खिलाफ एसएसपी ने विभागीय जांच के भी जारी किए आदेश
चंडीगढ़, 14 अप्रैल: शहर में लगतार सट्टेबाजों पर नकेल कसने वाली डिस्ट्रिक्ट क्राइम सेल (डीसीसी) पर शुक्रवार को एसएसपी यूटी कंवरदीप कौर ने नकेल कस दी। एसएसपी ने उक्त सेल में तैनात तीन कांस्टेबलों को तो सस्पैंड कर दिया जबकि इसी सेल के इंचार्ज इंस्पैक्टर नरिन्द्र पटियाल को तुरंत प्रभाव से लाइन हाजिर कर दिया गया। आरोप था कि पुलिसकर्मी सट्टेबाजों से 15 से 25 लाख रुपयों की रिश्वत की डिमांड कर रहे हैं। सस्पैंड किए गए पुलिसकर्मियों में कांस्टेबल मंजीत, कांस्टेबल संदीप व कांस्टेबल हंसराम शामिल हैं। जिनके खिलाफ एसएसपी ने जांच के आदेश भी दिए हैं।
जानकारी के अनुसार वीरवार रात डीसीसी की टीम को आईपीएल मैचों में सट्टा लगाने वालों के बारे में सूचना मिली थी। सूचना मिलने के बाद डीसीसी के इंस्पैक्टर की सुपरविजन में कांस्टेबल मंजीत, कांस्टेबल संदीप व कांस्टेबल हंसराम ने सैक्टर-34 थाने के एरिया में छापेमारी करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया, लेकिन पुलिसकर्मी उन्हें बचाने के लिए रिश्वत की डिमांड करने लगे। मामला एसएसपी यूटी कंवरदीप कौर के संज्ञान में आया था तो उक्त तीनों कांस्टेबलों को सस्पैंड कर दिया गया जबकि इंस्पैक्टर नरिन्द्र पटियाल को लाइन हाजिर कर दिया गया। एसएसपी कंवरदीप कौर ने बताया कि वीरवार देर रात सैक्टर-34 स्थित श्याम फैशन मॉल के पास ग्राउंड में हुंडई कार नंबर-एचआर-31एस-0024 में तीन लोग आईपीएल मैचों में सट्टा लगा रहे थे। जिसके चलते वहां पर छापेमारी कर तीनों को गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपियों की पहचान जीरकपुर स्थित वीआईपी रोड की मोना ग्रीन सोसाइटी निवासी 25 वर्षीय पार्थ गोयल (किंगपिन) नितीन (40) व गगन (25) के रूप में हुई है। तलीशी के दौरान आरोपियों के पास से 6400 रुपए बरामद हुए थे। एसएसपी ने कहा कि उसके बाद उन्हें सूचना मिली कि कुछ पुलिसकर्मी रिश्वत की मांग कर रहे हैं। इसी सूचना के आधार पर एसएसपी ने तुरंत जांच करवाई, जिसमें पाया गया कि यह तीनों पुलिसकर्मी रिश्वत की मांग कर रहे थे। इसी के चलते तीनों को सस्पैंड कर दिया गया और इनके इंचार्ज इंस्पैक्टर नरिन्द्र पटियाल को सुपरविजन में कौताही बरतने पर लाइन हाजिर कर दिया गया। फिलहाल डीसीसी में अभी कोई नया इंस्पैक्टर नहीं लगाया गया है बल्कि वहां पहले से तैनात सब इंस्पैक्टर कुलदीप को टैंपरेरी चार्ज दिया गया है।
रात भर चला खेल, पहले केस दर्ज करने की थी तैयारी थी
एसएसपी के संज्ञान में जैसे ही यह मामला आया तो पहले तो एक पुलिसकर्मी मौके से भाग निकला था, लेकिन बाद में तीनों को जब बुलाया गया तो आला अधिकारियों ने तीनों ही कांस्टेबलों को हवालात में देने की तैयारी कर ली थी, लेकिन बाद में शुक्रवार को तीनों को सस्पैंड करने के आदेश जारी हुए। एसएसपी ने कहा इसी जांच की जा रही है, अगर आगे कुछ सामने आता है तो उसी हिसाब से अगली कार्रवाई की जाएगी।
आईपीएल मैचों को नार्मल सट्टे में करते थे कनवर्ट
पुलिस सूत्रों ने कहना है कि तीनों कांस्टेबल सट्टेबाजों पर नकेल कसने के लिए आगे ही रहते थे, लेकिन आईपीएल मैचों में सट्टा लगाने वाले लाखों/करोड़ों में सट्टा लगाते थे, लेकिन यह तीनों कांस्टेबल उन्हें बचाने के लिए नार्मल सट्टा दिखाने का प्रयास करते थे जिसकी एवज में ही 15 से 25 लाख तक की रिश्वत की डिमांड की जा रही थी। हालांकि एक और पुलिसकर्मी इन पुलिसकर्मियों के साथ होता था, लेकिन वह रात में इनके साथ नहीं था, जिसके चलते वह बच निकला।
आईपीएल मैचों का किंग था गैंग का किंगपिन
पुलिस के अनुसार आइपीएएल मैचों में सट्टा लगाने वाले जो तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है, उनमें से पार्थ गोयल किंगपिन है, जिसने 50 से 60 व्हाट्स एप ग्रुप बनाए हुए हैं। इसके अलावा उसने अपने मोबाइल में 50 के करीब एप्स डाउनलोड की हुई हैं, जो वह आगे किसी को 20-20 हजार की एक आइडी बेचता था। फिर आगे से आगे आईपीएल मैचों में सट्टा लगाया जाता था। इसी तरह से यह पूरी चेन है, लेकिन अब पुलिस जल्द ही इन सबका पर्दाफाश करेगी।
मुझे सूचना मिली कि डीसीसी के तीन पुलिसकर्मी आईपीएल मैचों में सट्टा लगाने वालों से रिश्वत मांगने का प्रयास कर रहे हैं, जिसके चलते तीनों को सस्पैंड कर दिया गया और डीसीसी के इंस्पैक्टर को लाइन हाजिर कर दिया गया। मामले इन सभी पुलिसकर्मियों के खिलाफ विभागीय जांच के भी आदेश जारी कर दिए गए हैं। जांच के बाद पुलिसकर्मियों के खिलाफ अगर कुछ सामने आते है, तो उसी हिसाब से अगली कार्रवाई की जाएगी। बाकी पुलिस न तो सट्टेबाजों को बख्शेगी और न ही उन पुलिसकर्मियों को, जो सट्टेबाजों से रिश्वत लेकर उनको बचाते हैं।
-कंवरदीप कौर, एसएसपी यूटी।