कनाडा में नाइट क्लब में भतीजे को मारपीट के केस में कनाडियन पुलिस ने पकड़ा है, छुड़वाने के नाम पर 7.25 लाख ऐंठने वाले दो दबोचे
साइबर क्राइम को मिली बड़ी सफलता
चंडीगढ़, 27 अप्रैल: कनाडा में आपके भतीजे ने नाइट क्लब में हंगामा मचाया और उसे पुलिस ने पकड़ रखा है। अगर पुलिस के चंगुल से छुड़वाना है, तो 7.25 लाख भरने पड़ेंगे। यह झांसा देकर अज्ञात ठगों ने सैक्टर-51ए निवासी बलबीर सिंह से उक्त रकम ठग ली। फ्रॉड होने का पता चलने पर तुरंत इसकी शिकायत साइबर सेल को दी गई और साइबर सेल को उस समय कामयाबी मिली, जब पुलिस ने तीन ठगों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों की पहचान बिहार के पश्चिमी करिगहया बेतिया निवासी छोटन कुमार (19), राहुल कुमार (23) व राहुल राम (27) के रूप में हुई है। फिलहाल पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है।
सैक्टर-51-ए के मकान नंबर-286 निवासी बलबीर सिंह ने पुलिस को शिकायत दी थी कि उन्हें एक अज्ञात नंबर से व्हाट्स एप कॉल आई थी। कॉलर ने कहा कि कनाडा में उनके भतीजे जस्सी का नाइट क्लब में किसी के साथ झगड़ा हो गया जिसके चलते जस्सी को कनाडियन पुलिस ने हिरासत में लिया हुआ है और कहा कि अगर उसे पुलिस कस्टडी से छुड़वाना है, तो वहां पर 5 हजार कनाडियन डॉलर देने होंगे, जो भारतीय करंसी के हिसाब से 3 लाख 5 हजार रुपए बनते हैं। प}ी के भतीजे की चिंता के कारण बलबीर सिंह ने कॉलर द्वारा दिए बैंक खाते में 3 लाख 5 हजार का चैक लगा दिया। रुपए जमा करवाने के बाद उन्हें दोबारा से उसी नंबर से फिर से व्हाट्स एप कॉल आई, जिसमें कॉलर ने कहा कि जस्सी ने नाइट क्लब में काफी नुक्सान किया है। उसकी भरपाई के लिए 7 हजार कनाडियन डॉल (4 लाख 20 हजार) भारतीय करंसी के हिसाब से भरने होंगे। फिर बलबीर ने 4 लाख 20 हजार रुपए भी दे दिए। कुल रकम 7 लाख 25 हजार रुपए देने के बाद बलबीर ने जब जस्सी से संपर्क किया तो उसने कहा कि वह न तो कोई नाइट क्लब में गया था और न ही उसका किसी के साथ झगड़ा हुआ था। जब पता चला कि उनके साथ किसी ने ठगी की है, तो उन्होंने इसकी शिकायत साइबर सेल पुलिस स्टेशन में दी। साइबर सेल ने बलबीर की शिकायत पर 15 अक्तूबर-2022 को अज्ञात आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 419,420,34 के तहत केस दर्ज किया था।
और ऐसे चढ़े आरोपी साइबर सेल के हत्थे
केस दर्ज होने के बाद एसपी साइबर केतन बंसल, ने डीएसपी साइबर सेल ए वैंकेंटेश व इंचार्ज साइबर सेल इंस्पैक्टर रंजीत सिंह की सुपरविजन में एक टीम बनाई। जिसमें एएसआई जोगिन्द्र सिंह, एएसआई जतिन्द्र सिंह, एएसआई गुलाब सिंह, कांस्टेबल अमर खोखर, कांस्टेबल विनोद कुमार व कांस्टेबल विकास को शामिल किया गया। पुलिस टीम ने सबसे पहले बैंक खाते की डिटेल खंगाली, जिसमें ठगी की रकम डाली गई थी। वह बैंक खाता इंडियन बैंक का छोटन कुमार का निकला और पता पश्चिमी करिगहया बेतिया का निकला। जिसके बाद पुलिस की उक्त टीम ने टैक्निकल सेल की मदद से आरोपी छोटन कुमार को उसके गांव से गिरफ्तार कर लिया और फिर छोटन कुमार की निशानदेही पर साइबर सेल ने बाकी के दो आरोपी राहुल कुमार व राहुल राम को भी धर दबोच लिया।
झांसे में न आए, वरना अगला शिकार आप भी हो सकते हैं: इंस्पैक्टर रंजीत सिंह
साइबर क्राइम इंवेस्टीगेशन सेल के इंचार्ज इंस्पैक्टर रंजीत सिंह ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि व्हाट्स कॉल हो या नार्मल कॉल हो, किसी के झांसे में न आएं। अगर कोई भी शख्स आपके बेटे, रिश्तेदार, जो विदेश में बैठे हैं, उनके नाम से रुपए मांगते है, तो पहले उनसे बात करें और पूरी जांच करें। ऐसा न हो कि ठग आपको अगला शिकार बना लें। इसके अलावा उन्होंने कहा कि किसी कॉल पर या मैसेज पर किसी से भी बेवजह ओटीपी नंबर न शेयर करें और ठगी का पता चलने पर तुरंत साइबर सेल को इंफोर्म करें।
झगड़े व शराब की तस्करी में फरार भगौड़े पीओ सेल ने धरे, दोनों जेल भेजे
चंडीगढ़, 27 अप्रैल: झगड़े व शराब की तस्करी के केस में फरार दो भगौड़ों को पीओ सेल की टीम ने दबोच लिया है। आरोपियों की पहचान गांव रायपुर खुर्द निवासी त्रिलोक सिंह व हल्लोमाजरा निवासी रमनदीप सिंह के रूप में हुई है। दोनों को वीरवार कोर्ट में पेश किया गया। जहां अदालत ने आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
त्रिलोक सिंह के खिलाफ 4 फरवरी 2019 को मौली जागरां में झगड़े का केस दर्ज हुआ था। आरोपी मूलरूप से पालमपुर, हिमाचल का रहने वाला है। कोर्ट में पेश न होने के चलते उसे 21 मार्च को भगौड़ा करार दे दिया था। इसके अलावा शराब की तस्करी के केस में हल्लोमाजरा निवासी रमनदीप सिंह के खिलाफ 26 सितंबर-2019 को सैक्टर-31 थाने में केस दर्ज किया गया था। उसे 22 फरवरी को कोर्ट ने भगौड़ा करार दिया था। इन दोनों की गिरफ्तारी के लिए एसएसपी यूटी कंवरदीप कौर व एसपी सिटी मृदुल ने पीओ सेल के इंचार्ज इंस्पैक्टर हरिओम शर्मा की सुपरविजन में एक टीम बनाई। जिसमें एएसआई बलविन्द्र सिंह, एएसआई अशोक मलिक, कांस्टेबल नवीन, कांस्टेबल अमित अंटिल, कांस्टेबल हरीश कुमार, उमेश कुमार, वकील सिंह व प्रवीन कुमार को शामिल किया गया। पुलिस की टीम ने दोनों आरोपियों के ठिकानों पर छापेमारी करते हुए दोनों को दबोच लिया।
फोटो नंबर-5: पकड़े गए एक आरोपी को कोर्ट में पेश करने ले जाती पुलिस टीम।
पंजाब यूनिवर्सिटी में एमएससी सैकेंड लैबोरेटरी से हैरिटेज लकड़ी का स्टूल चोरी
चंडीगढ़, 27 अप्रैल: पंजाब यूनिवर्सिटी स्थित एमएससी सैकेंड लैबोरेटरी से किसी अज्ञात ने हैरिटेज लकड़ी का स्टूल चुरा लिया। मामले की शिकायत पंजाब यूनिवर्सिटी के एंथ्रोपोलॉजी विभाग के चेयरपर्सन ने पुलिस को। उनकी शिकायत पर सैक्टर-11 थाना पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। पुलिस आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे खंगाल रही है।
पुलिस को दी शिकायत में बताया कि एमएससी सैकेंड लैबरोटरी में और भी हैरिटेज सामान पड़ा है, जहां से किसी ने लकड़ी का स्टूल चुराया है। पुलिस अब आरोपी की तलाश में जुट गई है।
चंडीगढ़, 27 अप्रैल: चंडीगढ़ की रहने वाली 23 साल की एक युवती ने पुलिस को बताया कि मोटरसाइकिल नंबर-पीबी-65एडी-3880 पर सवार दो अज्ञात युवकों ने उसे गलत कमेंट्स किए और वहां से फरार हो गए। शिकायत के आधार पर सैक्टर-11 थाना पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है। पुलिस के अनुसार बाइक नंबर के आधार पर जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।