चंडीगढ़ सैक्टर-32 के सरकारी हॉस्पिटल की डॉक्टर को ठगने वाला गाजियाबाद का 22 के शातिर ठग को साइबर इंवेस्टीगेशन क्राइम सेल (सीसीआईसी) की टीम ने गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए आरोपी की पहचान अनुज कुमार के रूप में हुई है, जो 12वीं पास है। फिहलाल पुलिस ने आगे की जांच शुरू कर दी है।
मामले में सैक्टर-32 की डॉक्टर अर्शनूर कौर शिकायतकर्ता थी। उन्हें एक कॉल आई थी, जिसमें बताया गया कि उनका एक कूरियर है, जो मुंबई से ताईवान के लिए था। जिसमें दो जूतों की जोड़ी, तीन किलो कोट, एक लैपटॉप, तीन क्रेडिट कार्ड और 240 ग्राम चरस है। कूरियर में उनका आधार नंबर भी है। यह पार्सल मुंबई कस्टम विभाग के पास पड़ा है। डॉक्टर को ठगों ने कहा कि वह सीबीआई और एनसीबी से हैं। शिकायतकर्ता को डरा कर उनके खाते की वैरीफिकेशन के नाम पर 98,246 रूपये ठगों द्वारा दिए खाते में ट्रांसफर करने को कहा गया। बाद में शिकायतकर्ता के खातों से कुल 1,23,426 रु पये ट्रांसफर हुए। साइबर सेल के एसएचओ इंस्पैक्टर रंजीत सिंह की सुपरविजन में पुलिस टीम ने मामले में जानकारी जुटा गाजियाबाद में रेड की और अनुज को पकड़ा लिया। पुलिस मामले में सह-आरोपियों की तलाश में जुटी है। ठगों ने पहले खुद को फैडेक्स कूरियर सेवा का कर्मी बताया। वहीं शिकायतकर्ता का आधार नंबर आदि की जानकारी देकर उसका विश्वास जीता और बाद में पार्सल में नशा होने की बात बोल डराते हुए ठगी की। वहीं ठग ने खुद को एक अधिकारी बता शिकायतकर्ता से स्काइप पर बात भी की थी। शिकायतकर्ता से उसके खातों और पैन कार्ड की संवेदनशील जानकारी भी ली गई थी। बता दें कि इसी तरह पीजीआई की एक महिला डॉक्टर से भी ठगी की गई थी।
पीओ सेल ने एक युवक की रि-अरेस्ट, हत्या के प्रयास, शराब की तस्करी, ट्रेसपासिंग सहित 8 भगौड़े दबोचे
चंडीगढ़, 26 सितंबर: हत्या के प्रयास, शराब की तस्करी, ट्रेसपासिंग व एक आपराधिक केस में सजा पा चुके दोषी सहित 8 भगौड़ों को पीओ सेल की टीम ने गिरफ्तार कर लिया है। इन सभी की गिरफ्तारी एसएसपी यूटी कंवरदीप कौर के आदेशानुसार पीओ सेल के इंचार्ज इंस्पैक्टर हरिओम शर्मा द्वारा बनाई गई टीमों ने की है। पुलिस टीमों में एएसआई सुरेश पाल, एएसआई बलविन्द्र, एएसआई दिनेश, एएसआई बीरभान, एएसआई असलम, एएसआई देविन्द्र, हैड कांस्टेबल अशोक कुमार, सीनियर कांस्टेबल विपिन शर्मा, कांस्टेबल अमित, कांस्टेबल अनुज, कांस्टेबल उमेश, कांस्टेबल प्रवीन, कांस्टेबल वकील, कांस्टेबल कवित व कांस्टेबल नवीन शामिल थे।
पहला केस: मौली जागरां थाने में 15 अक्तूबर-2021 को विकास नगर, मौली जागरां निवासी अनिल उर्फ अनीत के खिलाफ हत्या के प्रयास व आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया था। कोर्ट में पेश न होने के चलते उसे 3 जुलाई 2023 को भगौड़ा करार कर दिया गया था। पीओ सेल की टीम ने उसे हल्लोमाजरा लाइट प्वांइट से गिरफ्तार किया।
दूसरा केस: मौली जागरां थाने में दीपक कुमार के खिलाफ 18-12-2020 को एक्साइज एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया था। कोर्ट ने उसे 29 अप्रैल 2023 को भगौड़ा करार कर दिया था।
तीसरा केस: इंडस्ट्रियल एरिया थाने में लेबर कालोनी, कालोनी नंबर-4 निवासी रामू के खिलाफ 25 जुलाई-2018 को झगड़े का केस दर्ज किया गया था। कोर्ट में पेश न होने के चलते उसे 17 अप्रैल 2023 को भगौड़ा करार कर दिया गया था।
चौथा केस: संजय कालोनी, इंडस्ट्रियल एरिया निवासी जतिन्द्र कुमार के खिलाफ 5 फरवरी 2019 को सैक्टर-31 थाने में चोरी का केस दर्ज किया गया था। पेश न होने के चलते बाद में कोर्ट ने उसे भगौड़ा करार कर दिया था। आरोपी को पीओ सेल की टीम ने सैनी माजरा, मोहाली से गिरफ्तार किया।
पांचवां केस: सैक्टर-3 थाने में 6 दिसंबर-2017 को कैंबवाला निवासी शंकर के खिलाफ झगड़े का केस दर्ज किया गया। उसके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी हुए थे। जिसके चलते पीओ सेल की टीम ने उसे गिरफ्तार किया है।
छठा केस: धर्मिद्र उर्फ पीहू के खिलाफ भी सैक्टर-3 थाने में 6 दिसंबर-2017 को झगड़े का केस दर्ज किया गया था। उसके खिलाफ भी गैर जमानती वारंट जारी हुए थे। जिसके चलते पीओ सेल की टीम ने उसे गिरफ्तार किया है।
सातवां केस: पीओ सेल ने बलटाना स्थित वैशाली एन्क्लेव निवासी रवि शंकर को चैक बाउंस के मामले में गिरफ्तार किया है। कोर्ट ने 25 मई 2023 को उसे भगौड़ा करार किया था।
आठवां केस: सैक्टर-26 स्थित बापूधाम कालोनी निवासी अब्दुल समद को पीओ सेल ने रि-अरेस्ट किया है। सैक्टर-26 थाने में साल-2000 के एक झगड़े के मामले में उसे 30 मार्च-2006 को सजा हुई थी। तब से आरोपी फरार था।