पंजाब

चंडीगढ़ मोहाली बार्डर पर दंगा फसाद: चंडीगढ़ में एंट्री को लेकर विवाद में पुलिस ने जब लाठीचार्ज व वाटर कैनन का इस्तेमाल किया, तो सिख प्रदर्शनकारियों ने डंडों व तलवारों से हमला कर भगाए पुलिसकर्मी..22 पुलिसकर्मी हुए घायल .पुलिस पर घोड़े भी चढ़ाए

 

 

-पुलिस के बैरिकेड्स गिराए, पुलिस की गाड़ियों पर भी तलवारें बरसाई, शीशे भी तोड़े

-सैक्टर-16 के अस्पताल में घायल पुलिसकर्मियों का हाल जानने के लिए पहुंचे डीजीपी

-कोमी इंसाफ मोर्चा पूरी तरह से जिम्मेवार, हथियार लेकर कैसे वहां पहुंचे: डीजीपी

चंडीगढ़, 8 फरवरी: चंडीगढ़-मोहाली बार्डर पर कई दिनों से सिख कैदियों की रिहाई की मांग कर रहे सिख प्र्शनकारियों का पुलिस के साथ बुधवार को जमकर विवाद हुआ। प्रदर्शनकारी चंडीगढ़ एंट्री कर रहे थे और पुलिस द्वारा रोकने पर वह भड़क उठे। नौबत यहां तक आ पहुंची की पुलिस को लाठीचार्ज व वाटर कैनन का प्रयोग करना पड़ा। जिसके चलते प्रदर्शनकारी उग्र हो गए और पुलिस पर नंगी तलवारें व डंडें से वार कर सभी पुलिसकर्मियों को वहां से भगा दिया गया। इतना ही नहीं पुलिसकर्मियों पर घोड़े भी चढ़ाए गए। इसी बीच पुलिस की तलवारों से कई गाड़ियों के शीशे तोड़कर क्षतिग्रस्त कर दी गई। इस हिंसा में कुल 22 पुलिसकर्मी घायल भी हुए हैं, जिनका हालचाल जानने के लिए चंडीगढ़ के डीजीपी प्रवीर रंजन सैक्टर-16 के अस्पताल में पहुंचे। डीजीपी ने हमलावारों पर सख्त से सख्त कार्रवाई करने की बात कही।

चंडीगढ़ एंट्री करना चाहते थे प्रदर्शनकारी

सिख कैदियों की रिहाई की मांग कर रहे प्रदर्शनकारी बुधवार को चंडीगढ़ व पंजाब बार्डर से चंडीगढ़ एंट्री करना चाहते थे। इस दौरान उनकी चंडीगढ पुलिस के साथ झड़प भी हुई। जिसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया और वाटर कैनन का भी प्रयोग किया। इसके बाद स्थिति तनावपूर्ण बन गई है। वहीं प्रदर्शनकारियों द्वारा चंडीगढ़ और पंजाब पुलिस की गाडियों पर जमकर डंडों, लोहे की रोड व तलवारों से हमला कर गाड़ियों क्षतिग्रस्त कर दिया गया। उग्र प्रदर्शनकारियों ने तलवारों और डंडों से पुलिसर्मियों पर भी हमला किया। इस हिंसक वारदात में 22 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। इसी के चलते पुलिस पर हमला कर प्रदर्शनकारियों ने पुलिस बल को पीछे भगा दिया।

हिरासत में लिए गए कुछ प्रदर्शनकारी

जानकारी के मुताबिक पुलिस ने कुछ प्रदर्शनकारियों को हिरासत में भी लिया है और उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। मौके पर बड़े पुलिस अधिकारी भी पहुंचे। प्रदर्शन स्थल पर पथराव की एक घटना हुई, जिसके बाद यह आक्रोश भड़का था। वहीं भारी मात्र में पुलिस बल की यहां पर तैनाती कर दी गई है। प्रदर्शनकारी जेल भरो आंदोलन की राह पर जाने की बात कह रहे हैं।

पंजाब के सीएम आवास जाना चाहते थे प्रदर्शनकारी

अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शनकारी पंजाब के मुख्यमंत्री आवास जाना चाहते थे। प्रदर्शनकारी बैरिकेडिंग के पास आ गए और उसे हटाने की कोशिश की। इसका पुलिस ने विरोध किया। प्रदर्शनकारियों के हाथों में नंगी तलवारें और डंडे भी थे। बडी संख्या में प्रदर्शनकारी बैरिकेडिंग तोड़ आगे निकलते भी नजर आए। इसी दौरान पुलिस ने उन पर लाठी चार्ज कर दिया। जिसके बाद प्रदर्शनकारियों ने पुलिस के बैरिकेड्स नीचे गिराकर पुलिस को भगा-भगा कर पीटा।

सैंकड़ों की तदाद में में बैठे थे सिख प्रदर्शनकारी

चडीगढ-पंजाब बार्डर पर मोहाली गुरु द्वारा अंब साहिब के पास सैकडों सिख प्रदर्शनकारी बीते 7 जनवरी से कौमी इंसाफ मोर्चा के तहत धरना और रोष मार्च कर रहे थे। चंडीगढ में एंट्री की कोशिश में इनका पुलिस से टकराव भी हो रहा है। वहीं अब भारतीय किसान उगराहां का भी सहयोग प्रदर्शन इनको मिल चुका है। पंजाब में उगराहां सबसे बड़ी किसान यूनियन है। बीते मंगलवार बठिंडा में किसान यूनियन सिख कैदियों की रिहाई का मुद्दा उठाया था। अब जिलों में 13 फरवरी को विरोध प्रदर्शन शुरू करने की बात की गई है। बता दें कि कुछ अन्य किसान यूनियन पहले ही कोमी इंसाफ मोर्चा को समर्थन दे चुकी हैं।

सिंघू बॉर्डर की तर्ज पर चल रहा प्रदर्शन

जिस प्रकार वाईपीएस चौक के पास प्रदर्शनकारी पक्का मोर्चा लगा जुटे हुए हैं उसे देखते हुए इसे सिंघू बॉडर्र की तर्ज पर आगे बढ़ाया जा रहा है। प्रदर्शनकारी पहले ही साफ कर चुके हैं कि वह पीछे नहीं हटेंगे। प्रदर्शनकारी यहां पर अपने टैंट, बर्तन, राशन, सिलेंडर, ट्रैक्टर-ट्रालियां लेकर डटे हुए हैं। ज्यादातर प्रदर्शनकारियों में मोहाली और इसके आसपास के गांवों के बताए जा रहे हैं। कौमी इंसाफ मोर्चा ने बीते 26 जनवरी को मोहाली में रु ट तैयार कर मांगों को लेकर रोष मार्च भी निकाला था। ऐसे में पुलिस भी अलर्ट हो गई थी।

जान ले प्रदर्शनकारियों की मांगे

प्रदर्शनकारियों की मुख्य मांगों में सजा पूरी करने के बावजूद जेलों में बंद सिख कैदियों की रिहाई, बेअदबी मामलों में इंसाफ और आरोपियों को जल्द सजा, गोलीकांड में इंसाफ प्रमुख हैं। इसके अलावा मांग की गई है कि बेअदबी की घटनाओं में बेहद सख्त कानून बनना चाहिए।

सैक्टर-36 एसएचओ सहित दो दर्जन वाहन क्षतिग्रस्त

इस हिंसक घटना में एसएचओ-36 जसपाल भुल्लर सहित पुलिस के दर्जन वाहन क्षतिग्रस्त हो गए, जिनमें से अधिक्तर वाहनों के शीशे तोड़े गए।

पुलिस के 10, होमगार्ड के 3, आरएएफ के 9 घायल

घटना में चंडीगढ़ पुलिस के 10 कर्मी, होमगार्ड हवान-3 जबकि आरपीएफ के 9 कर्मी घायल हुए हैं। इन सभी का विभिन्न अस्पताल में इलाज चल रहा है हालांकि कुछ को तो अस्पताल से छुट्टी मिल गई है।

 

 

 

कोमी इंसाफ मोर्चा इसके पीछे पूरी तरह से जिम्मेवार है। मोहाली के एरिया में यह हुआ है और पंजाब पुलिस आशवासन दे रही है कि सख्त कार्रवाई की जाएगी। वैसे यह एक शर्मनाक घटना है कि हमलावार किस तरह से अपने साथ तलवारें, लोहे की रोड व डंडे लेकर आए थे। हमलावरों की पहचान की जा रही है। कानून के हिसाब से उन पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।

-प्रवीर रंजन, डीजीपी चंडीगढ़ पुलिस

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Content is protected !!