अब तिमाही निरीक्षण की जगह होगा सालाना निरीक्षण : वाऊचरों की हार्ड कापियां देने की ज़रूरत नहीं
लाज़िमी निरीक्षणों की जगह देना होगा स्वै-प्रमाणीकरन
लाल फीताशाही को ख़त्म करने के लिए वचनबद्ध : लाल चंद कटारूचक्क
चंडीगढ़, 18 अगस्तः
भार तोलने वाली इलेक्ट्रानिक मशीनों के निर्माताओं को बड़ी राहत देते हुये ख़ाद्य, सिविल सप्लाई और उपभोक्ता मामले मंत्री लाल चंद कटारूचक्क मंत्री ने आज लीगल मैटरोलोजी विभाग के अमले की तरफ से लाज़िमी निरीक्षण के दौरान बिक्री/ खरीद वाउचर की हार्ड कापियों जमा कराने की रिवायत को ख़त्म कर दिया है। इससे उद्योगों को बड़ी राहत मिलने की उम्मीद है जो व्यापारिक लेन-देन की गोपनीयता बरकरार रखते हुये उनके व्यापारिक हितों की भी रक्षा करेगा।
वेट एंड मईअरज़ (नाप तोल) इंडस्टरियल एसोसिएशन, पंजाब के नुमायंदों के साथ मीटिंग के बाद यह विवरण सांझे करते हुये मंत्री ने कहा कि इसके बाद मशीन निर्माताओं की तरफ से विभाग को दी गई जानकारी से तुलना करके असली वाउचर मौके पर ही वापस कर दिए जाएंगे।
उद्योग को और राहत देते हुये और लाल फीताशाही के खि़लाफ़ सख़्त रवैया अपनाते हुये मंत्री ने विभाग में प्रचलित तिमाही निरीक्षणों को ख़त्म कर दिया और उनकी जगह सालाना निरीक्षण किये जाएंगे। मंत्री ने कहा, ‘‘यदि जीएसटी और आमदन कर रिटरनों की सालाना पड़ताल करना उपयुक्त है, तो उद्योग के लिए तिमाही निरीक्षण की कोई ज़रूरत नहीं है।’’ उन्होंने आगे कहा कि वह ऐसे सभी कार्यवाहियों को ख़त्म करने के लिए वचनबद्ध हैं जो उद्योग समर्थकी नहीं हैं।
इस सम्बन्धी और जानकारी देते हुये मंत्री ने आगे कहा कि निर्माताओं के लिए जल्दी ही निरीक्षण प्रोटोकोल के साथ एक स्वै-प्रमाणीकरण प्रणाली विकसित की जायेगी, जिससे उद्योग को और राहत मिलेगी। हालाँकि, इसके साथ ही उन्होंने उद्योग को किसी भी तरह की गलत जानकारी देने के विरुद्ध सावधान किया नहीं तो मैटरोलोजी एक्ट के अंतर्गत सख़्त कार्यवाही की जायेगी।
इस मौके पर अन्यों के इलावा ख़ाद्य, सिविल सप्लाई और उपभोक्ता मामले विभाग के सचिव गुरकिरत किरपाल सिंह और कंट्रोलर लीगल मैटरोलोजी परमपाल कौर सिद्धू भी उपस्थित थे।