पंजाब न तो पश्चिम बंगाल है और ना ही पुडुचेरी जहां राज्यपाल स्थानीय राजनीति में शामिल हो रहे हैं: सुनील जाखड़
पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष में टकराव पैदा करने की भाजपा की नीति की की आलोचना
-राज्यपाल को याद करवाया के पंजाब पश्चिम बंगाल अथवा पुडुचेरी नहीं है
चंडीगढ़ 31 दिसंबर () :
पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने आज भाजपा की आलोचना करते हुए उस द्वारा राज्य के किसानों द्वारा किए जा रहे शांत आंदोलन से ध्यान भटकाने के लिए किसानों व स्थानीय अधिकारियों में टकराव पैदा करने के लिए की जा रही कार्रवाई की सख्त निंदा की है।
आज जहां से जारी बयान में जाखड़ ने कहा कि पंजाब में मोबाइल टावरों को क्षति पहुंचाने के पीछे कुछ ऐसी पार्टियों के इशारे पर काम करने वाले लोग हो सकते हैं जो कि किसानों के शांतमई व कानूनी तरीके से किए जा रहे आंदोलन को बदनाम करना चाहते हैं। उन्होंने भाजपा नेताओं द्वारा दी गई बेबुनियाद जानकारी के अधार पर राज्यपाल द्वारा प्रदेश के मुख्य सचिव व डीजीपी को तलब करने के गैर जरूरी फैसले पर दुख प्रकट किया। उन्होंने राज्यपाल द्वारा प्रदेश के मामलों में बिना किसी कारण से दखल दिए जाने की आलोचना करते हुए कहा कि यह देश के संघीय ढांचे के विपरीत है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस संविधानिक पदों की खुद्दारी की समर्थक रही है पर राज्यपाल द्वारा प्रदेश के अधिकार क्षेत्र में बिना वजह दखल स्वीकार नहीं है। उन्होंने कहा कि पंजाब न तो पश्चिम बंगाल है और ना ही पुडुचेरी जहां राज्यपाल स्थानीय राजनीति में शामिल हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि संविधान के उल्ट जा कर की जा रही ऐसी कार्रवाई का विरोध किया जाएगा।
भाजपा द्वारा राज्य में अमन की स्थिति पर प्रकट की चिंता पर जाखड़ ने कहा कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्द्र सिहं के नेतृत्व में पूरी तरह से शांत प्रदेश है वयहा कोई बुरी घटना नहीं हुई जैसी की हरियाणा में अक्सर होती रहती हैं जबकि पंजाब में पिछले कई महीनों से किसान लगातार आंदोलन भी कर रहे हैं ।
उन्होंने कहा कि जब किसान कड़ाके की ठंड में देश को बचाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं तो भाजपा नेताओं का कॉर्पोरेट के साथ सांठगांठ जगजाहिर हो चुकी है । उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं को कारपोरेट व टावरों का ज्यादा फिक्र है जबकि किसानों की आवाज उनके कानों तक नहीं पहुंच रही है।