पंजाब
पंजाब के स्वास्थ्य विभाग द्वारा राज्य भर में लिंग निर्धारण करने वाले तीन अवैध रैकेटों का किया पर्दाफाश
स्वास्थ्य टीमों ने अल्ट्रासाउंड मशीन की बरामद, टैस्ट करवाने के लिए दिए थे 15000 रुपए भी किये बरामद
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में पंजाब सरकार राज्य में भ्रूण हत्या के ख़ात्मे के लिए वचनबद्ध
चंडीगढ़, 21 सितम्बरः
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के दिशा-निर्देशों अनुसार राज्य में भ्रूण हत्या की कुरीति को पूरी तरह ख़त्म करने के लिए चलाई जा रही मुहिम के अंतर्गत पंजाब के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने खरड़, डेराबसी और मोगा से सम्बन्धित तीन अवैध लिंग निर्धारण रैकेटों का पर्दाफाश किया है।
यह जानकारी देते हुये पंजाब के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डा. बलबीर सिंह ने गुरूवार को यहाँ बताया कि उक्त स्थानों पर किये जा रहे अवैध लिंग निर्धारण टैस्टों सम्बन्धी गुप्त सूचना पर कार्यवाही करते हुये लुधियाना और बरनाला की स्वास्थ्य टीमों ने इन रैकेटों का पर्दाफाश करने के लिए विशेष अभ्यान चलाया। उन्होंने कहा, “ हमारी स्वास्थ्य टीमों ने पुलिस टीमों के साथ मिलकर गर्भवती औरत को इन केन्द्रों में भेजा और इन सैंटरों पर लिंग निर्धारण टैस्ट करवाते हुए दोषियों को रंगे काबू किया।
डाः बलबीर सिंह ने बताया कि डेराबस्सी में भी एक कथित हकीम भी पकड़ा गया है, जो लोगों को कोई स्पैशल दवा देकर लड़का पैदा होने का झाँसा देकर बहकाता था।
परिवार कल्याण विभाग के डायरैक्टर डाः हितिन्दर कौर ने सहायक निर्देशक डाः विनीत नागपाल के यत्नों, जिन्होंने राज्य स्तर पर इस छापेमारी की निगरानी की और दोनों सिवल सर्जनों- लुधियाना और बरनाला, की सराहना की।
उन्होंने बताया कि बरनाला की टीम ने मोगा में की छापेमारी के दौरान मौके से एक ग़ैर-रजिस्टर्ड अल्ट्रासाउंड मशीन और लिंग निर्धारण टैस्ट करने के लिए दोषियों को अदा की 15000 रुपए की राशि बरामद की है। इसके इलावा मौके से गर्भपात करवाने के लिए इस्तेमाल किये जाते अन्य यंत्र और दवाएँ भी बरामद की गई हैं।
उन्होंने बताया कि लुधियाना की टीम की तरफ से खरड़ में की छापेमारी के दौरान एक गायनीकालोजिस्ट और दो अन्य व्यक्तियों को रंगे हाथों काबू किया गया, जबकि तीनों मामलों में मुलजिमों के खि़लाफ़ पीसी- पीएनडीटी एक्ट के अंतर्गत केस दर्ज किये गए हैं।