आम आदमी पार्टी प्रदेश भर में निकाय चुनाव अपने चुनाव चिन्ह पर लड़ेगी
पूरी ताकत से चुनाव लड़ कर अकाली व कांग्रेसियों को करेंगे बाहर- जरनैल
शहरों की गंदगी के साथ-साथ राजनैतिक गंदगी को भी करेंगे साफ-भगवंत मान
चंडीगढ़, 28 दिसंबर 2020
आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब आने वाले स्थानीय निकाय व म्युनिसिपल कमेटियों का चुनाव अपने चुनाव चिन्ह ‘झाड़ू’ पर लड़ेगी। यह ऐलान आज यहां पार्टी मुख्यालय से की गई प्रेस कान्फ्रैंस के दौरान पार्टी इंचार्ज व दिल्ली से विधायक जरनैल सिंह, प्रदेश अध्यक्ष और सांसद भगवंत मान ने संयुक्त तौर पर किया। इस मौके नेता प्रतिपक्ष हरपाल सिंह चीमा, नेता प्रतिपक्ष की उप नेता बीबी सरबजीत कौर माणूंके, विधायक कुलतार सिंह संधवां, अमन अरोड़ा, गुरमीत सिंह मीत हेयर, प्रिंसिपल बुद्धराम, प्रो. बलजिन्दर कौर, जै कृष्ण सिंह रोड़ी, कुलवंत सिंह पंडोरी, जगतार सिंह जग्गा हिस्सोवाल, मनजीत सिंह बिलासपुर, मास्टर बलदेव सिंह, रुपिंदर कौर रूबी, अमरजीत सिंह सन्दोआ, पार्टी के प्रदेश महा सचिव हरचन्द सिंह बरसट, सचिव गगनदीप सिंह चड्ढा के इलावा अन्य नेता उपस्थित थे।
जरनैल सिंह ने कहा कि ‘आप’ की ओर से होने वाले स्थानीय निकाय चुनाव में सभी सीटों पूरी ताकत के साथ लड़ेगी। यह चुनाव पार्टी के चुनाव निशान पर ही लड़ी जाएंगी। उन्होंने कहा कि शहरों में बदलाव के लिए लोगों के लिए यह सुनहरा अवसर है कि वह इस बार लोगों के लिए काम करने वाले व्यक्तियों को अपना पार्षद चुनें। उन्होंने चुनाव में काम करने वाले सरकारी आधिकारियों को कहा कि वह बिना किसी दबाव के अपनी ड्यूटी करें। उन्होंने कहा कि किसी सरकार का दबाव स्वीकार करने की कोई जरूरत नहीं है, क्योंकि एक साल बाद यह कांग्रेस की सरकार बदल जाएगी।
भगवंत मान ने कहा कि स्थानीय निकाय व म्युनिसिपल कमेटियों में करोड़ों रुपए के घपले किए जाते हैं। ऐसे भ्रष्टाचार को रोकने के लिए जरूरी है कि एक पढ़े लिखे और योग्य व्यक्तियों को अपना प्रतिनिधि चुना जाए। उन्होंने कहा कि पार्टी चुनाव निशान ‘झाड़ू’ से गंदी हो चुकी राजनीति को साफ किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आज देश का किसान अपने हकों के लिए कड़ाके की सर्द रातों में सडक़ों पर आंदोलन कर रहा है। मान ने कहा कि उन्होंने पिछले दिनों सेंट्रल हॉल में प्रधानमंत्री मोदी के सामने किसानों की आवाज उठा कर अपना एक फर्ज निभाया है। उन्होंने ऐलान किया कि आने वाले समय में जहां भी प्रधानमंत्री मोदी का सामना होगा वहीं किसानों की आवाज बुलंद की जाएगी।