पंजाब

10 महिलाओं ने पंजाब को टीबी मुक्त करने की ठानी

10 महिलाओं ने पंजाब को टीबी मुक्त करने की ठानी

चंडीगढ़:  महिलाओं ने हर क्षेत्र में अपनी प्रतिभा का लौहा मनवाया है। अब कोई ऐसा क्षेत्र नहीँ रह गया, जहां पर महिलाओं की भागीदारी नहीं है। इसी तरह पंजाब में भी कुछ ऐसी महिलाएं हैं, जिन्होंने पंजाब में टीबी नाम की बिमारी को खत्म करने की ठान रखी है। स्वास्थ्य व परिवार कल्याण विभाग, पंजाब के स्टेट हैडक्वार्टर में टीबी ब्राच पर महिलाओं का कब्जा है। यह पर 10 महिलाएं काम करती हैं और भारत सरकार के पंजाब को 2025 तक टीबी मुक्त करने का उदेश्य है। इस उदेश्य को इन महिलाओं ने पूरा करने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।

स्टेट टीबी अफ़सर व स्टेट लैपरोसी अफ़सर डा. जसतेज सिंह ने बताया कि उनकी टीम में सभी महिलाओं के आपसी तालमेल के चलते टीबी मुक्त करने के उदेश्य की तरफ बढ़ रहे हैं। उन्होंने बताया कि ब्रांच में स्टेट डबल्यू.एच.ओ. कंस्लटैँट डा. पूजा कपूर, स्टेट कोमोरबिडिटी नोडल अफसर डा. शीनम अग्रवाल, सीनियर फार्मेसी अफसर  गीता मल्होत्रा, सीनियर फार्मेसी अफसर  मीनू रानी, पार्मेसी अफ़सर प्रभजोत कौर, स्टेट अकाउंट अफसर  लतिका महाजन, स्टेट डाटा ऐंटरी ऑप्रेटर रुकमनी और स्टेट एडमिन असिस्टैँट  नवप्रीत शर्मा शामिल हैं।

स्टेट मैडीकल अफ़सर डा. हंसप्रीत सेखों ने बताया कि महिलाएं बेटी, पत्नी, मां सहित सभी रिश्तों की भूमिका निभाते हुए घर के कामों की सारी सारी जिम्मेदारियां संभाल रही हैँ। वहीं अब वह कार्यालयों व अन्य स्थानों पर विशेष भूमिका निभा रही हैँ. इसमे शरीरिक व मानसिक तनाव होने के बावजूद वह मजबूती के साथ समाज की हर अच्छाइयों व बुराइयों से लड़ते हुए समाज की तरक्की का हिस्सा बन रही हैं। उन्हें गर्व है कि सब ने मिल कर पंजाब को टीबी मुक्त करने का सपना देखा है। इसे वह हर हाल में पूरा करके रहेंगी।

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