Pahadi topi challenge: सोशल मीडिया पर छाया # पहाड़ी_टोपी_challenge क्या है!
हिमाचल की टोपी हिमाचलीयों की शान है और इसकी अलग ही पहचान है। यह टोपी हिमाचलियों की सिर के ताज माना जाता है। जहां कांग्रेस और भाजपा दोनों ने टोपियों को सियासी रंग दिया। किन्नौरी और कुल्लवी टोपी को सियासतदानों ने अपने हिसाब से राजनीतिक रंग दे दिया। देश से विदेश तक हिमाचली टोपी अपनी अलग पहचान रखती है।पिछले दिनों हैश टैग के माध्यम से सोशल मीडिया खासकर फेसबुक पर हिमाचली टोपी का जादू छाया हुआ है और हिमाचली टोपी खूब सुर्खियां बटोर रही है।
देश और प्रदेश में ही नहीं, विदेशों में रहने वाले लोग भी परिवार सहित हिमाचली टोपी चैलेंज में फोटो सोशल मीडिया पर डाल रहे हैं जिसमें एक लाख से अधिक लोगों ने इसे ट्रेंड किया है। सैकड़ों लोग कमेंट और लाइक कर रहे हैं।
फिर चाहे टोपी का कोई भी रंग क्यों न हो। हालांकि पिछले कुछ समय से जिस तरह वेस्टर्न कल्चर हावी हुआ है तो कई तरह की टोपियां मार्केट में उतारी गई हैं, लेकिन सोशल मीडिया पर छाए टोपी चैलेंज मेें बच्चों से लेकर बूढ़े तक सबने हजारों की संख्या में हैश टैग पहाड़ी टोपी चैलेंज में भाग लेकर हिमाचल की संस्कृति को सोशल मीडिया के मार्फत विश्व पटल पर रखने का प्रयास किया है। बता दें कि हिमाचल की बात करें तो यहां बुशहरी, कुल्लवी और महासुई टोपी का प्रचलन रहा है। सिरमौर के गिरिपार क्षेत्र में किश्ती टोपी का प्रचलन है।
सोशल मीडिया पर हिमाचली टोपी का “पहाड़ी टोपी चैलेंज शुरू हुआ है। जो काफी हिट चल रहा है। हर कोई हिमाचली टोपी का दीवाना नजर आ रहा है। हर कोई पहाड़ी टोपी पहनकर अपनी तस्वीर सोशल मीडिया पर शेयर कर रहा है। पहाड़ी टोपी चैलेंज का खुमार सोशल मीडिया पर खूब छाया हुआ है।