देखे मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने किसानी आंदोलन पर क्या कहा

हिमाचल के मुख्यमंत्री का किसानी संघर्ष पर तीखा हमला कहा “किसानी नहीं राजनीतिक आंदोलन“
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने भारत बंद को किसान आंदोलन के बजाय कांग्रेस सहित विपक्षी दलों द्वारा किया जा रहा राजनीतिक आंदोलन बताया। उनका कहना है कि कांग्रेस देश के किसान का भला होता नहीं देखना चाहती। कांग्रेस को देश की जनता ने नकार दिया है। बावजूद इसके आमजन और किसानों के साथ खेलना बंद नहीं कर रही। उन्होंने कहा कि समूचा किसान आंदोलन राजनीतिक तौर पर प्रायोजित है। उनका कहना है कि कृषि सुधार कानून का विरोध करने वाले सामान्य किसान नहीं है, इसके पीछे राजनीतिक दल हैं।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के किसान समझदार हैं और यहां पर बंद का किसी प्रकार का कोई असर नहीं पड़ेगा। उनका कहना है कि कृषि कानून किसानों के हक में बनाए गए हैं। इसके पीछे असल कारण ये है कि विपक्ष के सामने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बड़ी चुनौती हैं, इसलिए उनको रोकने का प्रयास इस बार नहीं कई बार पहले होता रहा है। इस आंदोलन के पीछे ऐसे राजनीतिक दल हैं जिनका देश में राजनीतिक धरातल सिमट चुका है।
उन्होंने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल इस आंदोलन की आड़ में पूरी तरह से राजनीति कर रहे हैं। जहां तक अकाली दल का सवाल है तो राजग सरकार से अलग होने से पहले तक अकाली दल कृषि सुधारों में साथ खड़ा था और अब सियासत खत्म होने के खतरे को देखते हुए किसानों को भ्रमित किया गया है। किसान आंदोलन को वित्तीय मदद प्रदान की जा रही है। आंदोलन में बैठे किसानों को काजू-बादाम खिलाए जा रहे हैं। जयराम ठाकुर ने कहा कि यूपीए सरकार में सभी सहयोगी दलों ने इस कानून का समर्थन किया गया था। जोकि अब खुला विरोध कर रही हैं। कांग्रेस ने पिछले साल 2019 में हुए लोकसभा चुनाव के घोषणा पत्र में कृषि सुधार का प्रावधान किया था।