हिमाचल प्रदेश

पकौड़े वाला तो मुकर गया, ऑटो वाला भी मना कर गया, तो अब कांग्रेस प्रत्याशी बताएं क्यों लगाए झूठे आरोप  

 

चैतन्य शर्मा ने शुक्रवार को जनसंपर्क अभियान, मंडल भाजपा बैठक के अतिरिक्त धार्मिक अनुष्ठानों एवम हवन यज्ञ में हिस्सा लेकर विश्व के कल्याण एवम शान्ति की प्रार्थना की। चैतन्य शर्मा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस प्रत्याशी उन पर झूठे आरोप लगाकर उनकी छवि खराब करने का प्रयास कर रहे हैं लेकिन जनता जनार्दन 01 जून को होने वाले उपचुनाव में आईना दिखाएगी। चैतन्य शर्मा कहा कि उनकी जीत पक्की है क्योंकि उन्होंने काम करके दिखाया है। चैतन्य शर्मा ने हुंकार भरी कि कोरोना महामारी में जब जनता की सांसे उखड़ रही थीं तो चैतन्य शर्मा ही जनता का सहारा बने थे, उस समय बड़े बड़े नेता मैदान छोड़कर अंडर ग्राउंड हो गये थे, लेकिन वह और उनके कार्यकर्ता जनता के बीच रहकर इंसानियत को बचाने का प्रयास कर रहे थे। उस समय चैतन्य शर्मा ने कोई पार्टी नहीं देखी थी, न ही कोई छोटा बड़ा देखा था, मात्र इंसानियत के नाते जनता का सहारा बने थे। गगरेट में कोरोना से पीड़ित जनता को राशन, मास्क, दवाइयां,एम्बुलेंस, ऑक्सीजन सिलेंडर मुफ्त में मुहैया करवाये थे। जिला परिषद सदस्य बनकर उन्होंने खेलों के मैदान का समतलिकरण करवाया और गाँव गाँव में सोलर लॉईट्स की सौगात दी थी। जिसे जनता भली भांति जानती है। विधायक रहते हुए गगरेट के हित की खातिर सबसे ज्यादा प्रश्न उन्होंने विधानसभा में पूछे, लेकिन जनता में उनकी नकारात्मक छवि बनाने के लिए झूठे आरोप उनपर लगाए जा रहे हैं, लेकिन ऐसा करने से विरोधी पक्ष को वोट नहीं मिलेंगे क्योंकि पकौड़े वाला मुकर गया, ऑटो वाला भी मना कर गया कि उनसे किसी ने पैसे नहीं लिए, ऐसे में कांग्रेसी नेता झूठे आरोप लगाने से बाज आएं और मुद्दों की राजनीती करें, जिससे गगरेट का विकास और भला हो सके। इससे पहले चैतन्य शर्मा ने मंडल गगरेट की बैठक में हिस्सा लेकर अनुराग ठाकुर द्वारा शनिवार को को हमीरपुर में जो नामांकन दाखिल करना है, उसके लिए पार्टी कार्यकर्ताओ के. साथ रणनीति बनाई। साथ ही अक्षय तृतीया के अवसर पर जनसंपर्क अभियान के साथ साथ धार्मिक कार्यक्रमों में भी हिस्सा लेते हुए गगरेट में भगवान परशुराम जी की शोभायात्रा में हिस्सा लिया वही हवन यज्ञ का भी हिस्सा बनकर विश्व के कल्याण एवम शान्ति की प्रार्थना की।

 

चैतन्य शर्मा ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री ने अपने ही विधायको को नजर अंदाज करके 14 माह तक ‘वन मैन आर्मी’ की तरह सरकार चलाई है। अब हम जनता की अदालत में आ गए है। और सुक्खू सरकार के डेढ़ माह का नाकामियों का रिपोर्ट कार्ड जनता के बीच रख रहे है। उन्होंने कहा कि परेशान जनता भी कह रही है कि सुक्खू सरकार ने कोई नया संस्थान तो नहीं खोला उल्टा दौलतपुर चौक उपतहसील कार्यालय को बंद कर दिया और सिविल अस्पताल बने दौलतपुर चौक का दर्जा घटा दिया।उन्होंने कहा कि प्रदेश कांग्रेस सरकार फिर झूठ पर झूठ की गारंटी देकर जनता को मात्र भ्रमित कर रही है।सच तो यह है कि केन्द्र सरकार से अच्छे संबंध न बना पाने की वजह से प्रदेश सरकार को कर्मचारियों को सैलरी एवम अन्य वित्तीय लाभ देने के लाले पड़ गये हैं। चैतन्य शर्मा ने कहा कि हम साफ सुथरी राजनीति पर विश्वास करते है। और हमने राज्यसभा चुनाव में सरेआम भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में सुक्खू सरकार के पोलिंग एजेंट को दिखाकर मतदान किया है। फिर हम कहा से धोखेबाज बन गए है? बेहतर होगा उन पर आरोप प्रत्यारोप लगाने की जगह कांग्रेस सरकार विकास और गरीबो के हित की बात करे। उन्होंने कहा कि गगरेट जनता की पूरी अनदेखी हो रही थी तभी उन्होंने सुक्खू सरकार को अलविदा कहना ही मुनासिब समझा।

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