*उत्तरी क्षेत्रीय परिषद में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने उठाया SYL नहर का मुद्दा*
* भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड में सदस्यों की नियुक्ति, पंजाब विश्वविद्यालय में हरियाणा के हिस्से को बहाल करने की मांग*
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में उत्तरी क्षेत्रीय परिषद की 30वीं बैठक में शनिवार को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने SYL नहर, भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड में सदस्यों की नियुक्ति, पंजाब विश्वविद्यालय में हरियाणा के हिस्से को बहाल करने और विधानसभा के लिए नए अतिरिक्त भवन सहित प्रदेश हित के कई महत्वपूर्ण विषयों को प्रमुखता से उठाया। परिषद में हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, पंजाब, राजस्थान, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली और केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ शामिल हैं।
हरियाणा के मुख्यमंत्री ने सतलुज-यमुना लिंक (एसवाईएल) नहर के निर्माण को पूरा करने की मांग की, जो कि हरियाणा और पंजाब राज्यों के बीच लंबे समय से लंबित और गंभीर मुद्दा है ।
खट्टर ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर 18 अगस्त, 2020 को केंद्रीय जल मंत्री और दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों के बीच हुई बैठक के बाद पड़ोसी राज्य पंजाब आगे की कार्रवाई करने में विफल रहा है.
खट्टर ने कहा कि 6 मई, 2022 को लिखे एक पत्र में मैंने केंद्रीय जल शक्ति मंत्री से इस मुद्दे पर चर्चा के लिए जल्द से जल्द दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों की दूसरे दौर की बैठक बुलाने का अनुरोध किया। मैंने केंद्रीय गृह मंत्री को भी पत्र लिखकर दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों की बैठक बुलाने का अनुरोध किया था। खट्टर ने कहा, ‘मैंने इस बैठक को बुलाने के लिए तीन बार पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है, लेकिन उनकी ओर से कोई जवाब नहीं आया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अब जबकि पंजाब में आप के नेतृत्व वाली नई सरकार सत्ता में आई है, खट्टर ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से जल्द से जल्द एक बैठक बुलाने और परिणाम के बारे में उच्चतम न्यायालय को सूचित करने की अपील की है ।