हरियाणा

कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर पंजाब को बदनाम करने की जगह पहले अपने शासन वाले राज्यों की तरफ नज़र डालो ; मुख्यमंत्री की कांग्रेस और भाजपा नेताओं को चुनौती

कांग्रेस और भाजपा के शासन वाले कई राज्यों से पंजाब बेहतर

पंजाब विरोधी स्टैंड के लिए रिवायती पार्टियों की आलोचना की
ब्रिटिश शासन के दौरान बंदूक की गोलियों और अब नशों की गोलियों के साथ लोगों को मारने वालों को सवाल करने का कोई नैतिक अधिकार नहीं
केंद्र सरकार अपनी एजेंसियों का प्रयोग करके हमें अपने रास्ते से भटका नहीं सकती
एक आम आदमी के पुत्र के राज्य को प्रभावशाली ढंग के साथ चलाने के कारण रिवायती पार्टियाँ मेरे साथ द्वेष रख रही हैं : भगवंत मान

चंडीगढ़, 7 मार्चः

राज्य की कानून-व्यवस्था के बारे कांग्रेस और भाजपा नेताओं के भ्रामक बयानों की तीखी आलोचना करते हुये पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि कांग्रेस और भाजपा के शासन वाले कई राज्यों के साथ तुलना करने पर पंजाब की स्थिति कहीं बेहतर है।

यहाँ पंजाब विधान सभा में राज्यपाल के भाषण पर बहस को समेटते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि इस मुद्दे पर लोगों को गुमराह करने की जगह कांग्रेस और भाजपा नेताओं को अपनी सरकारों वाले राज्यों के तथ्यों के बारे पता होना चाहिए कि वह कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर पंजाब से कहीं नीचे हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार राज्य में कानून-व्यवस्था को बरकरार रखेगी और किसी को भी इसके साथ छेड़छाड़ की इजाज़त नहीं दी जायेगी। भगवंत मान ने उम्मीद जताई कि राज्य सरकार की कोशिशों के साथ पंजाब आने वाले छह महीनों के दौरान हरेक क्षेत्र में अपनी अलग पहचान स्थापित करेगा।

रिवायती राजनैतिक पार्टियों के जन-विरोधी स्टैंड के बारे याद करवाते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि इन पार्टियों के नेता गद्दार हैं, जो कभी भी पंजाब और इसके लोगों के वफ़ादार नहीं रहे। उन्होंने लोगों को याद दिलाया कि जिन लोगों ने एस. वाई. एल. समझौते पर दस्तख़त किये थे, उनके हरियाणा में बड़े रिज़ोर्ट हैं, जबकि चाँदी की कस्सी के साथ काम करने वाले आज ख़ुद को पानियों के रक्षक’ कहलवाते हैं। उन्होंने कहा कि इन लोगों ने अपने संकुचित राजनैतिक हितों की ख़ातिर राज्य के हितों को अनदेखा किया है। भगवंत मान ने कहा कि इसी कारण ही उनको राज्य के लोगों ने पूरी तरह नकार दिया है।

मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि वह लोगों की भलाई के लिए कुछ भी कर सकते हैं और कोई भी रुकावट उनको इस नेक कार्य को पूरा करने से नहीं रोक सकती। उन्होंने कहा कि वह केंद्र सरकार की सी. बी. आई. और इनफोरसमैंट डायरैक्टोरेट ( ई. डी.) के डरावों से डरने वाले नहीं हैं और निर्भय होकर लोगों की सेवा करते रहेंगे। भगवंत मान ने कहा कि किसी भी सूरत में लोकतंत्र की आवाज़ को दबाने के लिए केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग सफल नहीं होने दिया जायेगा।

विरोधी पक्ष को आड़े हाथों लेते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन्होंने आज़ादी से पहले के दौर में अंग्रेज़ों के साथ मिलीभुगत करके राज्य के बेकसूर लोगों को गोलियों के साथ मारा और फिर आज़ादी के बाद के दौर में नौजवानों को नशों की गोलियों के साथ बर्बाद किया, वह अब उन पर सवाल उठा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इन लोगों को सवाल करने का कोई नैतिक हक नहीं क्योंकि यह पंजाब के विरोधी हैं। भगवंत मान ने कहा कि पंजाब के लोग इन गद्दारों को उनके पंजाब विरोधी पैंतरों के लिए कभी माफ नहीं करेंगे।

मुख्यमंत्री ने व्यंग्य कसते हुये कहा कि यह लोग राज्य और इसके लोगों के प्रति कभी भी सहृदय नहीं रहे क्योंकि इन्होंने अपने हितों को सबसे अधिक प्राथमिकता दी है। उन्होंने लोगों को याद दिलाया कि जब केंद्र सरकार ने काले खेती कानून बनाऐ थे तो इस परिवार ने इन कानूनों के लिए अपनी सहमति दी थी और इस परिवार और इसकी केंद्रीय मंत्री एक मैंबर ने वीडियो संदेश के द्वारा इन कानूनों की तारीफ़ भी की थी। भगवंत मान ने कहा कि जब पूरा पंजाब इन काले कानूनों के खि़लाफ़ हो गया तो इस परिवार ने लोगों को मूर्ख बनाने के लिए अपना पैंतरा बदल लिया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि रिवायती राजनैतिक पार्टियाँ उनके साथ ईर्ष्या करती हैं क्योंकि उनको यह हज़म नहीं हो रहा कि एक आम घर का पुत्र राज्य को प्रभावशाली ढंग के साथ चला रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य के लोगों ने रिवायती राजनैतिक पार्टियों के जन विरोधी और पंजाब विरोधी पैंतरों के कारण उनका सफाया कर दिया है। भगवंत मान ने कहा कि इन पार्टियों के नेता अब लोगों को गुमराह करने के लिए एक दूसरे के साथ सांठ-गाँठ कर रहे हैं।

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