कोविड महामारी की नई लहर से निपटने के लिए राज्य सरकार की पुख़्ता तैयारियाँ-मुख्यमंत्री
उच्च स्तरीय बैठक में राज्य की तैयारियों का जायज़ा
लोगों को सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनने की अपील
डिप्टी कमिश्नरों को अपने-अपने जिलों में प्रबंधों का लगातार जायज़ा लेने के लिए कहा
राज्य स्तरीय कोविड कंट्रोल रूम होगा स्थापित
चंडीगढ़, 23 दिसंबर:
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आज कहा कि कोविड महामारी की नई लहर के मद्देनजऱ संभावित खतरे से निपटने के लिए राज्य सरकार पूरी तरह से तैयार है।
आज यहाँ पंजाब सिविल सचिवालय में अपने कार्यालय में मुख्यमंत्री ने कोविड संबंधी तैयारियों का जायज़ा लेने के लिए बुलाई बैठक के दौरान राज्य सरकार के प्रबंधों का जायज़ा लिया।
मुख्यमंत्री ने कोविड वायरस के फैलाव को रोकने और हरेक व्यक्ति के स्वास्थ्य की रक्षा के लिए ज़ोर देते हुए सभी शैक्षिक संस्थाओं, सरकारी और प्राईवेट कार्यालयों और आंतरिक एवं बाहरी जन-एकत्रता, मॉल्ज़, सार्वजनिक स्थानों आदि में मास्क पहनने की अपील की है। इसी दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड-19 के अनुकूल एहतियाती कदमों जैसे कि सामाजिक दूरी, सार्वजनिक स्थानों पर ना थूकने और अन्य सावधानियों की पूरी पालना की जाए। भगवंत मान ने स्वास्थ्य विभाग को यह सुनिश्चित बनाने के लिए कहा कि यदि किसी व्यक्ति में कोरोना के लक्षण पाए जाते हैं तो कोविड टैस्ट करवाने के साथ-साथ इससे सम्बन्धित सावधानियाँ भी बरती जाएँ। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने डिप्टी कमिश्नरों को भी अपने-अपने जिलों में प्रबंधों का लगातार जायज़ा लेने के लिए कहा।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि कोविड की किसी भी तरह की संभावित स्थिति से निपटने के लिए पंजाब सरकार राज्य स्तरीय कोविड कंट्रोल रूम स्थापित करेगी। कोविड टैस्ट कर रहे सभी अस्पतालों, लैबोरेटरियों, कलैक्शन सैंटरों को पंजाब सरकार के कोवा पोर्टल पर कोविड टैस्टों की पॉजि़टिव और नेगेटिव रिपोर्टें अपलोड की जाएँ और इसके अलावा सम्बन्धित जि़ला और राज्य स्तर के कोविड-19 सैल को टैस्टों संबंधी मुकम्मल जानकारी मुहैया करवाई जाए। उन्होंने कहा कि जिन व्यक्तियों की कोविड-19 की दूसरी डोज़ और एहतियाती डोज़ लगवानी बाकी है, उनको जल्द से जल्द यह डोज़ ले लेनी चाहिए। भगवंत मान ने अधिकारियों को कहा कि इस सम्बन्ध में सरकार के फ़ैसले को सख़्ती से लागू करना चाहिए और इस पर अमल करवाया जाए।
मुख्यमंत्री ने कोविड-19 को फैलने से रोकने के लिए किए जा रहे कार्यों पर संतुष्टी प्रकट करते हुए कहा कि अब तक 2 करोड़ 10 लाख 80 हज़ार सैंपल लिए जा चुके हैं और औसतन रोज़ाना के 2500 आर.टी.-पी.सी.आर. और आर.ए.टी. टेस्ट किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हरेक सब-डिवीजनल अस्पताल में यह टैस्ट हरेक शनिवार और रविवार को भी किए जाते हैं। भगवंत मान ने कहा कि पिछले तीन हफ़्तों के दौरान कोरोना की पॉजि़टीविटी दर 0.02 प्रतिशत रही और पिछले दो महीनों से पॉजि़टीविटी दर 0.1 प्रतिशत से भी कम रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बच्चों के लिए ऑक्सीजन की व्यवस्था वाले आरक्षित लेवल-2 बिस्तरों की संख्या 790 है और ज़रूरत पडऩे पर बच्चों के लिए 324 आई.सी.यू. बैड भी उपलब्ध करवाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि ज़रूरत पडऩे पर 3518 और लेवल-2 एवं 142 और आई.सी.यू. बैड मुहैया किए जाएंगे। भगवंत मान ने कहा कि ज़रूरत होने पर 14,701 लेवल-2 और 3,132 लेवल-3 बैड उपलब्ध होंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य भर में 23 लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन (एल.एम.ओ.) स्टोरेज टैंक (एम.जी.पी.एस. समेत) लगा दिए गए हैं और 87 प्रेशर स्विंग ऑब्जॉर्पशन प्लांट काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सभी अस्पतालों में सर्दी-ज़ुकाम, बीमारी, साँस लेने में दिक्कत और सक्रमण से पीडि़त मरीज़ों की टेस्टिंग बढ़ाने के लिए अधिकारियों को कहा गया है। भगवंत मान ने अधिकारियों को कोविड पॉजि़टिव आने वाले सभी मरीज़ों की समूची जिनोम सिक्वेंसिंग (कोरोना के विषाणू की जन्म) का पता लगाना भी सुनिश्चित बनाने के लिए कहा। उन्होंने इस बात पर संतुष्टि प्रकट की कि अब तक 98 प्रतिशत से अधिक आबादी को कोविड-19 की पहली डोज़ दी जा चुकी है और 86 प्रतिशत आबादी को दूसरी डोज़ भी लग चुकी है, परन्तु उन्होंने फिर भी लोगों को कहा कि हमें नई लहर के फैलाव को रोकने के लिए पूरी तरह से सतर्क रहना चाहिए।