पंजाब

नशों की कमर तोडऩे के लिए मुख्यमंत्री के नेतृत्व में लुधियाना में हुई देश की सबसे बड़ी साइकिल रैली  

25000 से अधिक नौजवानों ने विशाल रैली में शिरकत करके दिया नशों के खि़लाफ़ संदेश  

 लुधियाना, 16 नवंबर:
   एक ऐतिहासिक प्रयास करते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में हज़ारों नौजवानों ने आज पंजाब पुलिस द्वारा यहाँ निकाली गई देश की सबसे बड़ी साइकिल रैली में शिरकत की और लोगों को जागरूक करके नशों की कमर तोडऩे का संदेश दिया।
 इस रैली में हरेक वर्ग के लोगों ने बड़ी संख्या में हिस्सा लिया, जिससे पंजाब को मुकम्मल तौर पर नशा मुक्त राज्य बनाने के संदेश का प्रसार किया जा सके। रैली में पहुँचे लोगों ख़ास कर नौजवानों में नशों की बुराई को जड़ से खत्म कर अपने राज्य को ख़ुशहाल और सेहतमंद राज्य बनाने का उत्साह देखते ही बनता था। इस प्रयास के द्वारा पंजाब पुलिस ख़ास कर राज्य सरकार की गंभीर सामाजिक मसलों के प्रति वचनबद्धता भी साबित होती है।
   मुख्यमंत्री ने कहा कि इस समागम का मुख्य मकसद नशों की समस्या पर काबू पाना और सेहतमंद एवं अच्छे जीवन के तौर पर साइकिल की सवारी को उभारना है। उन्होंने कहा कि यह रैली नशों के गंभीर परिणामों और नशे से मुक्त जीवन की महत्ता के बारे में जागरूकता पैदा करके नशों की माँग को घटाने में अहम ज़रिया साबित होगी। रैली को झंडी दिखा कर रवाना करने के मौके पर भगवंत सिंह मान ने कहा कि इस रैली की बहुत ज़्यादा अहमीयत है, क्योंकि इतेफाक से यह रैली देश के सबसे नौजवान इंकलाबी शहीद करतार सिंह सराभा के शहादत दिवस के मौके पर करवाई गई है, जिसने 19 साल की उम्र में जीवन वतन के लिए कुर्बान कर दिया।
 मुख्यमंत्री ने कहा कि 16 नवंबर का दिवस उनकी शहादत की भावुक याद दिलाता है और आज के इस ऐतिहासिक दिवस ने समागम को और अधिक महत्वपूर्ण बना दिया है। उन्होंने कहा कि देश की सबसे बड़ी साइकिल रैली नौजवानों को नशों से दूर रहने के लिए प्रेरित करने के नेक इरादे से की गई है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह बहुत गौरव और स्ंतुष्टी वाली बात है कि साइकिल सवारों ने अलग-अलग पवित्र स्थानों की यात्रा की। हरेक जगह शहीदों के बलिदानों के साथ जुड़ी हुई है, जिनमें शहीद भगत सिंह, शहीद सुखदेव, शहीद राजगुरू, शहीद करतार सिंह सराभा और शहीद उधम सिंह से सम्बन्धित है।
 मुख्यमंत्री ने कहा कि साइकिल सवार सम्बन्धित स्थानों से पवित्र मिट्टी लेकर आए, जिसका प्रयोग पौधे लगाने के लिए किया जायेगा और इन पौधों के नाम क्रमवार सद्भावना, वचन, ज्ञान, एकता और उम्मीद के तौर पर रखे जाएंगे। उन्होंने कहा कि यह प्रयास इस समागम की गहराई और मनोरथ को बढ़ाता है, जिसका एकमात्र उद्देश्य राज्य की पुरातन शान को बहाल करना है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि ‘‘नशयाँ विरुद्ध नौजवान’’ केवल एक साइकिल रैली नहीं है, बल्कि यह नशों की रोकथाम, सेहतमंद जीवन शैली को प्रोत्साहित करने और इंकलाबी नायकों के बलिदान को याद करने के लिए एक सामुहिक यत्न है। उन्होंने कहा कि सेहतमंद जीवन शैली को प्रोत्साहित करके सामाजिक मुद्दों को हल करने के लिए यह शानदार पहल है।

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