चंडीगढ़, 12 सितंबर: आईपीएल मैचों व शेयर मार्किट में लाखों का नुकसान होने के बाद एक शख्स गोल्ड चोरी करने लगा और उसको चंडीगढ़ पुलिस ने वेस्ट बंगाल पुलिस के एक सब इंस्पैक्टर की मदद से गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी की पहचान वेस्ट बंगाल के जिला मेदनीपुर निवासी संजीत मंडल (35) के रूप में हुई है। आरोपी से पुलिस ने 400 ग्राम गोल्ड रिक्वर कर लिया है। फिलहाल पुलिस की जांच जारी है।
सैक्टर-16 पंचकूला निवासी मनीष बंसल ने पुलिस को शिकायत दी थी कि वह मनीमाजरा के मेन बाजार में श्री जी ज्वैलरी शॉप में चलाते हैं। उन्होंने संजीत मंडल को आभूषण तैयार करने के लिए 168 ग्राम सोना दिया था। संजीत, कल्याण ज्वैलर के टॉप पर काम करता था। 6 सितंबर को शाम करीब 4 बजे जब वह उससे अपनी ज्वैलरी लेने गया तो उसे पता चला कि वह तो अलग-अलग लोगों से कुल 400 ग्राम सोना लेकर फरार हो गया। वहीं 7 सितंबर को मनीमाजरा थाना पुलिस ने आरोपी संजीत के खिलाफ केस दर्ज किया। इसके बाद एसएसपी यूटी कंवरदीप कौर व एस.पी सिटी मृदुल ने एक टीम बनाई। पुलिस टीम ने टैक्निकल सविलांस व बिशारुपुर पुलिस स्टेशन के सब इंस्पैक्टर मनोरंजन नाग की मदद से 9 सितंबर को वेस्ट बंगाल के गांव लोखासाई से आरोपी को धर दबोचा। पुलिस ने उसका कोर्ट से पांच दिन का ट्रांजिट रिमांड हासिल किया। 11 सितंबर को चंडीगढ़ आने के बाद आरोपी को कोर्ट में पेश कर पुलिस ने उसका दो दिन का रिमांड हासिल किया। पुलिस रिमांड के दौरान आरोपी की निशानदेही पर पुलिस ने उससे 400 ग्राम गोल्ड रिक्वर कर लिया।
क्रिकेट के सट्टे में हारे लाखों रुपयों ने बना दिया चोर
पुलिस का कहना है कि पूछताछ में सामने आया कि आरोपी 2011 में आरोपी ने आईपीएल मैचों में 8.5 लाख रुपए हार गया था। इसके अलावा फोरेक्स व शोयर मार्किट में भी उसको 11 लाख का घाटा पड़ा जिसके चलते उसने प्लॉन बनाया और लोगों का सोना चुराकर वह आगे बेचने लगा। वह अपने नुक्सान को पूरा करना चाहता था। ऐसा भी पुलिस जांच में सामने आया।
फरार होने के बाद मोबाइल से फैंक दिया था सिम
पुलिस का कहना है कि फरार होने के बाद आरोपी ने अपने मोबाइल से सिम निकालकर फैंक दिया था ताकि वह पकड़ा न जा सके। इसके अलावा वह शादीशुदा है और उसके दो बच्चे भी हैं। पुलिस रिकॉर्ड में उसका कोई पिछला क्रिमिनल बैकराउंड भी सामने नहीं आया।