चंडीगढ़, 12 मार्च: 11 लाख से ज्यादा की लूटपाट केस में किंगपिन महिला सहित तीन को लुटेरों को इंडस्ट्रियल एरिया थाना पुलिस की टीम ने गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए आरोपियों की पहचान एक सैक्टर-36 निवासी जसलीन अलावा कजहेड़ी निवासी राहुल (24) व फेज-3बी-1 मोहाली निवासी रुपिन्द्र सिंह (33) के रूप में हुई है। आरोपियों से पुलिस ने 5 लाख 33 हजार 200 रुपयों के साथ-साथ एक पर्स बरामद किया है, जिसमें 100 रुपए, आधार कार्ड व पासपोर्ट साइज दो फोटो बरामद की हैं। आरोपियों ने वारदात को सोमवार दोपहर उस समय अंजाम दिया। जब हिताची कंपनी के कैश कस्टोडियन कलेक्शन में काम करने वाला कर्मचारी एलांते मॉल की लिफ्ट से पैसे एकत्र कर वापस जा रहा था। आरोपियों में राहुल प्राइवेट ड्राइवर का काम करता है जबकि रुपिन्द्र सिंह मोहाली स्थित जुझार ट्रांसपोर्ट में ठेकेदार है और उसकी गर्लफ्रेंड कोई काम नहीं करती। पुलिस ने आरोपियों को कोर्ट में पेश किया। जहां अदालत ने तीनों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
एसएचओ इंडस्ट्रियल एरिया जसपाल सिंह भुल्लर की सुपरविजन में पुलिस ने जांच शुरू की। पुलिस के मुताबिक जांच के दौरान संदेह था कि वारदात में शामिल कोई आरोपी ऐसा है,जिसे इस बात की पूरी जानकारी थी कि कंपनी का कैश कलेक्शन के लिए कौन आता है और कहां जाता है। इसी अधार पर पुलिस ने मिले पुराने रिकार्ड और मुखबीर की सूचना पर तीनों आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने बताया कि पकड़ी गई लड़की इस पूरी वारदात की मास्टर माइंड थी। पुलिस के मुताबिक आरोपी लड़की पहले एलांते मॉल में मौजूद इथियोस में काम करती थी। उसे इस बात की पूरी जानकारी थी कि हिताची कैश मैनेजमेंट कंपनी की ओर से पैसे एकत्र करने के बद एचडीएफसी बैंक में जमा कराए जाते थे। उसी ने वारदात में शामिल अन्य दो आरोपियों राहुल और अपने ब्वॉफ्रेंड रूपिंदर को इस बारे में बतया था। इसके बाद आरोपियों ने करीब 2 सप्ताह तक रैकी की और उसके बाद वारदात को अंजाम देकर फरार हो गए। मामले में पकड़े गए आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने 5 लाख 33 हजार 200 रुपयों के साथ-साथ एक पर्स बरामद किया है, जिसमें 100 रुपए, आधार कार्ड व पासपोर्ट साइज दो फोटो बरामद की हैं। एक बैग तो मौके से ही मिल गया था।
क्या था मामला.
मनीमाजरा के रहने वाले सुखबीर सिंह ने पुलिस को दी शिकायत में बताया था कि वह मोहाली स्थित हिताची कैश मैनेजमेंट कंपनी में कैश कस्टोडियन कलेक्शन के रूप में काम करता है। पीड़ित ने 11 मार्च को दी शिकायत में बताया कि वह अपनी टीम के साथ कैश कलेक्शन के लिए इंडस्ट्रियल एरिया स्थित एलांते मॉल आया था। यहां से अलग-अलग आउटलेटस से कैश एकत्र करने के बाद वह लिफ्ट से वापस अपनी कंपनी जा रहा था। इस दौरान जब वह एलांते मॉल की लिफ्ट से बेसमेंट में पहुंचा, तो लिफ्ट में एक शख्स ने उसकी आंखों में मिर्ची पाउडर डाल दिया और फिर लिफ्ट के बाहर खड़े एक शख्स ने उसके हाथ में पकड़े हुए पिट्ठू बैग से दो बैग छीन लिए जिसमें 5 लाख 80 हजार 200 व 5 लाख 34 हजार 200 रुपए थे। इसके अलावा पर्स भी छीना गया जिसमें 100 रुपए आधार कार्ड व दो फोटोज थी, लेकिन एक बैग तो मौके से ही मिल गया था जिसमें 5 लाख से ज्यादा का कैश था। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी अपनी एक महिला साथ के साथ कार में फरार हो गए। मामले में पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर केस दर्ज करते हुए जांच शुरू कर दी थी।
पीओ सेल की भगौड़ों के ठिकानों का पता लगाने के बाद पांच को किया काबू
चंडीगढ़, 12 मार्च: पीओ सेल की टीम ने भगौड़ों के ठिकानों का पता लगाने के बाद पांच को गिरफ्तार कर लिया है। सभी आरोपियों की गिरफ्तारी एसएसपी यूटी कंवरदीप कौर की सुपरविजन में पीओ सेल के इंचार्ज इंस्पैक्टर हरिओम शर्मा द्वारा बनाई गई टीमों ने की है।
भगौड़ा नंबर-1: मक्खन माजरा निवासी श्विम के खिलाफ मौली जागरां थाना पुलिस 7 फरवरी 2022 को चोरी का केस दर्ज किया गया था। उस केस में आरोपी पेशी पर नहीं गया तो कोर्ट फरवरी 2024 को उसे भगौड़ा करार कर दिया था। जिसके अब दोबारा से गिरफ्तार किया गया।
भगौड़ा नंबर-2: कजहेड़ी निवासी मोहम्मद नाजिर के खिलाफ सैक्टर-36 थाने में साल 2021 में पब्लिक प्लेस पर शराब पीने पर केस दर्ज किया था। जमानत मिलने के बाद आरोपी कोर्ट में पेश नहीं हुआ जिसके चलते कोर्ट ने उसे 28 फरवरी-2024 को भगौड़ा करार कर दिया था।
भगौड़ा नंबर-3: पिंजाैर के धर्मपुर निवासी अश्वनी के खिलाफ चैक बाउंस केस में कोर्ट ने उसे 27 जुलाई-2023 को भगौड़ा करार कर दिया था। पीओ सेल ने उसकी जानकारी जुटाकर उसे अब गिरफ्तार किया है।
भगौड़ा नंबर-4: पिंजाैर के धर्मपुर निवीस मनीष गुप्ता के खिलाफ भी चैक बाउंस केस में कोर्ट ने उसे 27 जुलाई-2023 को भगौड़ा करार किया था। उसे भी पीओ सेल की टीम ने गिरफ्तार कर लिया।
भगौड़ा नंबर-5: पिंजाैर निवासी ताज मोहम्मद के खिलाफ भी चैक बाउंस मामले में कोर्ट ने 18 अगस्त 2023 को भगौड़ा करार किया था। जिसे पीओ सेल ने दबोच लिया।