पंजाब

बाढ़ों से प्रभावित, कंडम कारें ग्राहकों को बेची : 87 कंडम कारें धोखे से बेचने के लिए कबाड़ीए समेत 3 व्यक्ति गिरफ्तार; 40 कारों बरामद

  दोषियों ने कंडम कारों को दुरुसत वाहन के तौर पर रजिस्टर्ड कराने के लिए चैसी नंबरों के साथ की थी छेड़छाड़, आर. टी. ए. की भूमिका की भी की जा रही है जांच : डीजीआईजी गुरप्रीत सिंह भुल्लर

चंडीगढ़/ फतेहगढ़ साहिब, 18 अगस्तः

पंजाब पुलिस ने इस्तेमाल की गई कारों की बिक्री से सम्बन्धित एक बड़े घपले का पर्दाफाश करते हुये मानसा के एक कबाड़ीए (स्क्रैप डीलर) समेत तीन व्यक्तियों को सक्रैपड मारुति सुजुकी कारों के चैसी नंबरों के साथ छेड़छाड़ करके पंजाब और अन्य राज्यों के ग्राहकों को वैध वाहनों के तौर पर रजिस्टर्ड करवा के बेचने के दोष में गिरफ्तार किया है।

यह जानकारी देते हुये आज यहाँ रोपड़ रेंज के डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल ( डी. आई. जी.) गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने बताया कि पटियाला के बहादुरगड़ में स्थित एटेलियर आटोमोबाईलज़ नाम की एक अधिकारित मारुति सुजुकी डीलरशिप ने शोरूम में बाढ़ के कारण क्षतिग्रस्त हुयी कम से कम 87 कारें स्क्रैप डीलर को सिर्फ़ 85 लाख रुपए में बेची थीं। कारें बिल्कुल नयी थी परन्तु बाढ़ प्रभावित शोरूम में खड़ी होने के कारण अधिकारित तौर पर ‘ कंडम’ करार दीं गई थीं।

इनको 27 जुलाई, 2019 को मानसा स्थित एक स्क्रैप डीलर को बेच दिया गया था जिसकी पहचान पुनीत गोयल के तौर पर हुई है, जो मैसर्ज पुनीत ट्रेडिंग कंपनी का मालिक है। फ़िलहाल, गोयल फ़रार है और उसको गिरफ्तार करने के लिए पुलिस टीमों से तरफ से छापेमारी जारी है।

गिरफ्तार किये गए व्यक्तियों की पहचान राजपाल सिंह ( पुनीत गोयल के पिता), जसप्रीत सिंह उर्फ रिंकू ( मास्टरमाईंड और कार डीलर) दोनों निवासी मानसा और नवीन कुमार ( आर. टी. ए. एजंट) बठिंडा के तौर पर हुई है। इसके इलावा पुलिस ने मालिक पुनीत गोयल के खि़लाफ़ भी मामला दर्ज कर लिया है।  पुलिस ने 40 कारें भी बरामद की हैं जिनमें आठ स्याज़, दो सविफट, आठ सविफट डिज़ायर, चार बलीनो, तीन बरेजा, 10 आलटो के, दो सेलेरीयो और एक- एक अरटिगा, ऐस-क्रास और इगनिस शामिल हैं।

इस सम्बन्धी जानकारी देते हुये डी. आई. जी गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने बताया कि आगे वाली पेपर ट्रेल की गहराई से जांच करने पर यह बात सामने आई है कि यह 87 वाहन जिनके चैसी नंबर एजेंसी स्क्रैप करने से पहले मिटा दिए गए थे, जिससे वह आगे इस्तेमाल न किये जा सकें। यह वाहन पंजाब और अन्य राज्यों के अलग-अलग आरटीए दफ्तरों में काम करते व्यक्तियों की मिलीभुगत के साथ जालसाज़ी करके वैध वाहनों के तौर पर रजिस्टर्ड किये गए थे। उन्होंने कहा कि अलग-अलग आर. टी. ए. दफतरों के अधिकारियों की भूमिका की भी जांच की जा रही है।

मुख्यमंत्री भगवंत मान के दिशा- निर्देशों पर समाज विरोधी तत्वों के विरुद्ध शुरु की गई जंग के अंतर्गत, डायरैक्टर जनरल आफ पुलिस (डीजीपी) पंजाब गौरव यादव ने अधिकारियों को सख़्त हिदायत की है कि समाज विरोधी और ग़ैर-कानूनी गतिविधियों में शामिल किसी भी व्यक्ति को बक्शा न जाये।

एसएसपी फतेहगढ़ साहिब रवजोत कौर ने बताया कि इस सम्बन्धी आगे जांच की जा रही है और पुलिस बाकी कारों को बरामद करने की भी कोशिश कर रही है, जो पंजाब और अन्य राज्यों में अलग-अलग लोगों को बेची गई हैं।

ज़िक्रयोग्य है कि एफआईआर नंबर 118 भारतीय दंडवली की धारा 420, 465, 467, 468, 471, 473, और 120 बी के अंतर्गत फतेहगढ़ साहिब के सरहन्द पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है।
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