पंजाब
पंजाब पुलिस ने खरड़ के विद्यार्थी अपहरण कांड की गुत्थी 48 घंटों में सुलझायी
- अपहरणहकर्ताओं ने पीड़ित की रिहाई के लिए माँगी थी 50 लाख रुपए की फिरौती, बेहोशी की हालत में रखा गया था विद्यार्थी : डी.आई.जी. जी.पी.एस. भुल्लर
चंडीगढ़/ एस.ए.एस. नगर, 19 अगस्तः
मुख्यमंत्री भगवंत मान के दिशा-निर्देशों पर समाज विरोधी तत्वों के विरुद्ध चलाई मुहिम के अंतर्गत एक और सफलता दर्ज करते हुये पंजाब पुलिस ने शुक्रवार को तीन दोषियों को गिरफ्तार करके खरड़ के एक नौजवान, जिसको हनीट्रैप करके अपहरण कर लिया गया था, के मामले को केवल 48 घंटों से भी कम समय में सुलझा लिया है।
डी.आई.जी. ए.जी.टी.एफ.-कम-रोपड़ रेंज गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने बताया कि पुलिस टीमों ने चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी घड़ूंआ में बी. ई. के विद्यार्थी, जिसकी पहचान हितेश भूमला के तौर पर हुई है, को सुरक्षित बचा लिया है। उक्त विद्यार्थी को खरड़ के रणजीत नगर में किराये के मकान में बेहोशी की हालत में रखा गया था। अपहरणकर्ताओं की तरफ से लड़के के माता-पिता से 50 लाख रुपए फिरौती की माँग की जा रही थी।गिरफ्तार किये गए व्यक्तियों की पहचान अजय कादियान (25) निवासी गाँव जट्टल, पानीपत, हरियाणा, अजय( 22) निवासी गाँव आबूद, सिरसा हरियाणा और राखी निवासी गाँव बरोली, सोनीपत, हरियाणा के तौर पर हुई है। पुलिस ने इन दोषियों के पास से एक हौंडा सिटी कार, पाँच मोबाइल फ़ोन और एक .32 बोर का पिस्तौल समेत 9 कारतूस भी बरामद किये हैं।
डी. आई. जी. ने प्रैस कान्फ़्रेंस को संबोधन करते हुये कहा कि पुलिस को हितेश के माता-पिता से शिकायत मिली थी कि उनका पुत्र लापता हो गया है और अपहरणकर्ता उनसे 50 लाख रुपए की फिरौती की माँग कर रहे हैं। पुलिस टीमों ने तुरंत कार्यवाही करते हुए पुलिस थाना सदर खरड़ में आई. पी. सी. की धारा 364-ए और 365 के अंतर्गत एफ. आई. आर. दर्ज करके तुरंत पुलिस की अलग-अलग टीमों का गठन किया और ख़ुफ़िया एजेंसी की मदद से कार्यवाही शुरू कर दी गई है।
उन्होंने बताया कि डीएसपी गुरशेर सिंह, इंचार्ज सी. आई. ए. इंस्पेक्टर शिव कुमार के नेतृत्व में सी. आई. ए. कुरुक्षेत्र की टीमों से तरफ से शुक्रवार सुबह मुलजिमों को गिरफ्तार करके पीड़ित को सुरक्षित बचा लिया गया। उन्होंने कहा कि ज़िला पुलिस अम्बाला, हरिद्वार और गाजियाबाद दोषियों की पहचान करने और उनको पकड़ने के लिए पूरी मुस्तैदी से कार्यशील थी।
मोहाली के एस. एस. पी. विवेक शील सोनी ने बताया कि जांच के दौरान पता लगा है कि लड़की राखी ने सोशल मीडिया पर फ़र्ज़ी प्रोफाइल बना कर उसके साथ इंस्टाग्राम और फेसबुक पर दोस्ती करने के बाद उसे मिलने का लालच दिया।’’ मिलने के बाद, उसने अपने साथियों के साथ मिलकर पीड़ित का अपहरण कर लिया और उसे छोड़ने के लिए उसके माता-पिता से फिरौती की माँग की।’’ उन्होंने कहा कि आगे जांच जारी है।