*प्रधानमंत्री 24 अगस्त को हरियाणा और पंजाब का दौरा करेंगे*
*जिला मोहाली स्थित 660 करोड़ रुपये की लागत निर्मित होमी भाभा कैंसर अस्पताल एवं अनुसंधान केन्द्र’ का लोकार्पण करेंगे*
प्रधानमंत्री फरीदाबाद में अमृता अस्पताल का उद्घाटन करेंगे
नव निर्मित अस्पताल के माध्यम से राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में आधुनिक चिकित्सा अवसंरचना को बढ़ावा
पंजाब और पड़ोसी राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों के निवासियों को अस्पताल विश्वस्तरीय कैंसर सुविधा एवं उपचार उपलब्ध करवाएगा
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी 24 अगस्त, 2022 को हरियाणा और पंजाब का दौरा करेंगे। दो दिनों के दौरान प्रधानमंत्री दो महत्वपूर्ण स्वास्थ्य सुविधाओं का उद्घाटन/लोकार्पण करेंगे। प्रधानमंत्री लगभग 11 बजे दिन में हरियाणा के फरीदाबाद में अमृता अस्पताल का उद्घाटन करेंगे। उसके बाद प्रधानमंत्री मोहाली जायेंगे और वहां मुल्लानपुर, न्यू चंडीगढ़, साहिबज़ादा अजीत सिंह नगर जिला (मोहाली) में लगभग 02:15 बजे ‘होमी भाभा कैंसर अस्पताल एवं अनुसंधान केंद्र’ का लोकार्पण करेंगे।
प्रधानमंत्री हरियाणा में
प्रधानमंत्री द्वारा फरीदाबाद में अमृता अस्पताल के उद्घाटन के साथ ही राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में आधुनिक चिकित्सा अवसंरचना उपलब्ध हो जायेगी। इस अस्पताल का प्रबंधन माता अमृतानन्दमयी मठ द्वारा किया जायेगा। यह सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल 2600 बिस्तरों का है। अस्पताल की निर्माण लागत अनुमानतः 6000 करोड़ रुपये है और यहां फरीदाबाद तथा पूरे राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के लोगों को उत्कृष्ट स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध होंगी।
प्रधानमंत्री पंजाब में
प्रधानमंत्री पंजाब और पड़ोसी राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों के निवासियों को विश्वस्तरीय कैंसर सुविधा व उपचार उपलब्ध कराने वाले मुल्लानपुर, न्यू चंडीगढ़, साहिबज़ादा अजीत सिंह नगर जिला (मोहाली) स्थित ‘होमी भाभा कैंसर अस्पताल एवं अनुसंधान केंद्र’ का लोकार्पण करेंगे। इस अस्पताल को 660 करोड़ रुपये की लागत से टाटा मेमोरियल सेंटर ने निर्मित किया है, जो भारत सरकार के परमाणु ऊर्जा विभाग के तहत सहायता-प्राप्त संस्थान है।
यह कैंसर अस्पताल तृतीयक स्तर का अस्पताल है, जिसकी 300 बिस्तरों की क्षमता है। अस्पताल कैंसर के सभी प्रकारों के उपचार के लिये हर आधुनिक सुविधाओं से लैस है। यहां सर्जरी, रेडियोथेरेपी और मेडिकल ऑन्कोलॉजी– कीमोथेरेपी, इम्यूनो
यह अस्पताल पूरे क्षेत्र में कैंसर सुविधा और उपचार के लिये “केंद्र” के रूप में और संगरूर में 100 बिस्तरों वाला अस्पताल इसकी “शाखा” के रूप में कार्य करेगा।