मीत हेयर द्वारा भाषा विभाग की स्थापना की 75वीं वर्षगाँठ का लोगो जारी
पंजाबी मातृभाषा को बनता मान-सम्मान देने के लिए भगवंत मान सरकार प्रतिबद्ध: मीत हेयर
पहली जनवरी को स्थापना की 75वें वर्षगाँठ के अवसर पर मुख्य कार्यालय और जि़ला कार्यालयों में होंगे विशेष समारोह
चंडीगढ़, 31 दिसंबर:
उच्च शिक्षा एवं भाषा मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर द्वारा भाषा विभाग पंजाब की स्थापना की 75वीं वर्षगाँठ का लोगो जारी किया गया। भाषा विभाग पहली जनवरी 2023 को अपनी स्थापना की 75वीं वर्षगाँठ मना रहा है और इस दिन मुख्य कार्यालय भाषा भवन पटियाला सभी जि़ला भाषा कार्यालयों में विशेष समारोह करवाए जाएंगे।
मीत हेयर ने बताया कि 1 जनवरी 1948 को पंजाबी सेक्शन के नाम से स्थापित हुआ यह विभाग साल 1949 में पंजाबी विभाग और फिर साल 1956 से भाषा विभाग, पंजाब के नाम से जाना जाता है। विभाग अब तक 1632 पुस्तकों का प्रकाशन कर चुका है जिसमें कोशरचना और पंजाबी विश्व शब्दकोश जो पंजाबी भाषा में होने वाला पहला कार्य है। विद्यार्थियों एवं शोधार्थियों की सुविधा के लिए 35 के करीब शब्दावलियाँ पंजाबी भाषा में छापकर एक अनूठा कार्य किया है। पंजाबी की दुर्लभ रचनाएँ जैसे कि महान कोश, पंजाब की लोक कहानियाँ, गुलसितां बोस्तां, शहीदान-ए-वफ़ा आदि प्रकाशित की गईं।
भाषाओं संबंधी मंत्री ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली राज्य सरकार भाषाओं के विकास और पंजाबी मातृभाषा को बनता मान-सम्मान देने के लिए प्रतिबद्ध है। हाल ही में भाषा विभाग द्वारा मनाए गए पंजाबी माह के दौरान मुख्यमंत्री द्वारा राज्य में सभी बोर्डों पर पंजाबी भाषा को प्राथमिकता देने का ऐलान किया गया। अन्य भाषाओं का भी सम्मान करते हुए बोर्ड पर पंजाबी के बाद अन्य कोई भी भाषा लिखी जा सकती है। भाषा विभाग द्वारा भी पंजाबी, हिन्दी, संस्कृत और उर्दू भाषाओं के विकास के लिए महत्वपूर्ण कार्य किया है। भाषा विभाग द्वारा अलग-अलग भाषाओं में 4 पत्रिकाएँ प्रकाशित की जाती हैं।
मीत हेयर ने समूह पंजाबियों को भाषा विभाग का यह स्थापना दिवस सामूहिक रूप में मनाने का न्योता देते के साथ ही पंजाबियों को यह यकीन दिलाया कि राज्य सरकार की यह संस्था निरंतर और आगे बढ़ती रहेगी।