पंजाब और पड़ोसी राज्यों में ई.एन.ए की तस्करी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश : 35,000 लीटर ई.एन.ए बरामद
आबकारी विभाग और पंजाब पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप द्वारा 35,000 लीटर ई.एन.ए बरामद
वित्त मंत्री द्वारा मंगलवार को आबकारी विभाग को ई.एन.ए के ग़ैर-कानूनी धंधे के खि़लाफ़ राज्य व्यापक मुहिम चलाने के दिए थे निर्देश
चीमा ने कहा कि अवैध शराब के कारोबार में शामिल किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा
चंडीगढ़, 2 सितम्बर:
पंजाब के वित्त, योजना, आबकारी और कराधान मंत्री एडवोकेट हरपाल सिंह चीमा द्वारा एक्स्ट्रा न्यूट्रल अल्कोहल (ई.एन.ए.) के अवैध धंधे के विरुद्ध राज्य व्यापक मुहिम शुरू करने के लिए जारी की गई हिदायतों पर तेज़ी से कार्यवाही करते हुए आबकारी विभाग और जि़ला पुलिस पटियाला ने साझे तौर पर कार्यवाही करते हुए पंजाब और पड़ोसी राज्यों में एक्स्ट्रा न्यूट्रल अल्कोहल (ई.एन.ए) की तस्करी और ग़ैर-कानूनी बिक्री में शामिल एक गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस गिरोह से 35,000 लीटर ईएनए से भरा एक टैंकर ज़ब्त किया गया।
आबकारी और कराधान मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने इस बरामदगी के उपरांत आबकारी विभाग को निर्देश दिए हैं कि वह इस मामले से सम्बन्धित सभी कडिय़ों की गहराई से जांच करें, जिससे ईएनए के सप्लायरों और प्राप्तकर्ताओं का मुकम्मल पर्दाफाश किया जा सके। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार ने शराब की तस्करी या आबकारी से सम्बन्धित किसी भी ग़ैर-कानूनी गतिविधि के विरुद्ध ज़ीरो टॉलरैंस की नीति अपनाई है और ऐसी गतिविधियों में शामिल किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा।
यह जानकारी देते हुए आबकारी विभाग के एक सरकारी प्रवक्ता ने आज यहाँ बताया कि वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा द्वारा विभाग की बीते मंगलवार को हुई समीक्षा बैठक के दौरान जारी की हिदायतों की पालना करते हुए आबकारी विभाग और जि़ला पुलिस पटियाला के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एस.ओ.जी.) की साझी टीमों का गठन करके 24 घंटे निगरानी को सुनिश्चित बनाया गया था। इन टीमों ने बीते दिन यह सूचना मिलने पर कि एक संगठित गिरोह ई.एन.ए की ग़ैर-कानूनी बिक्री और तस्करी में शामिल है पर कार्यवाही करते हुए लगभग 35,000 लीटर ईएनए जिसकी कीमत लगभग 3.5 करोड़ रुपए बनती है, लेकर जा रहे एक टैंकर को ज़ब्त किया।
इस ऑपरेशन संबंधी और खुलासा करते हुए प्रवक्ता ने बताया कि इस कार्यवाही के दौरान टीमों ने देखा कि एक टैंकर ने राजपुरा पहुँचने के बाद अपना रूट बदलकर राजपुरा-चंडीगढ़ रोड की ओर कर लिया। टीमों ने बनूड़ के नज़दीक टैंकर को रोकने पर पाया कि टैंकर का ट्रांसपोर्टर वह ईएनए जोकि गोवा राज्य में ले जाने के लिए था, में से कुछ ई.एन.ए राजपुरा में चोरी बेचता था और बाकी की खेप एक मध्यस्थ के द्वारा जोकि पहले चंडीगढ़ में शराब का ठेकेदार था, के द्वारा चंडीगढ़ के बौटलिंग प्लांटों को बेचता था।
प्रवक्ता ने बताया कि 2000 लीटर ईएनए की खेप जोकि 22 अगस्त को खन्ना में ज़ब्त की गई थी, इसी गिरोह द्वारा ही अमृतसर की एक पार्टी को बेची गई थी, जोकि आगे इससे अवैध शराब तैयार करती थी। यह गिरोह पंजाब में और भी कई असामाजिक तत्वों को चोरी ई.एन.ए. बेचने में शामिल था। उन्होंने बताया कि मुलजि़म ट्रांसपोर्टर जवाहर सिंह, उसके साथी संजीव कुमार, निशांत, वरिन्दर चौहान और गुरचरण सिंह के खि़लाफ़ पटियाला जिले के बनूड़ पुलिस स्टेशन में एफ.आई.आर. दर्ज कर ली गई है।
इस दौरान आबकारी आयुक्त वरुण रूज़म ने बताया कि विभाग द्वारा राज्य भर में अवैध शराब के कारोबार के विरुद्ध चौकसी तेज कर दी गई है और अंतरराज्यीय सरहदों और तस्करी वाले इलाकों में विशेष गश्त और नाकाबंदी की जा रही है।