*पंजाब के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित और मुख्यमंत्री भगवंत मान ने श्रद्धालुओं के साथ गुरू का लंगर छका*
*पंजाब राजभवन में गुरबाणी कीर्तन के साथ मनाया गया श्री गुरु नानक देव जी का प्रकाश पर्व*
श्री गुरु नानक देव जी की शि़क्षाओं का महत्व समय और भूगोल की सीमा से परे – राज्यपाल
चंडीगढ़, 10 नवंबरः
पंजाब राजभवन, चंडीगढ़ में श्री गुरु नानक देव जी का प्रकाश पर्व बड़ी ही श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया गया।
इस अवसर पर पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला के डॉ. अर्शप्रीत सिंह रिदम, डॉ. कंवलजीत सिंह, प्रो. परमजीत सिंह, भाई कुंवर साहिब सिंह, भाई अमृत पाल सिंह और भाई समरजीत सिंह के रागी जत्थे द्वारा गुरबानी कीर्तन का पाठ किया गया। इस दौरान राज भवन में जो वातावरण बना वह पूरी तरह आध्यात्मिक अनुभूति के क्षणों से सराबोर था।
प्रकाश पर्व पर भक्तों को हार्दिक बधाई देते हुए बनवारीलाल पुरोहित, पंजाब के राज्यपाल और प्रशासक, यू.टी., चंडीगढ़ ने श्री गुरु नानक देव जी के जीवन और शिक्षाओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि गुरु नानक देव जी ने गृहस्थ जीवन की जिम्मेदारियों को निभाने के साथ-साथ सर्वोच्च ज्ञान प्राप्त करने का मार्ग भी दिखाया है। उन्होंने इस मिथक को तोड़ा कि मोक्ष पाने के लिए परिवार को छोड़ना पड़ता है। अपने जीवन के माध्यम से गुरु जी ने लोगों के सामने कड़ी मेहनत और बैराग के संगम का उदाहरण प्रस्तुत किया।
पुरोहित ने शांतिपूर्ण और आध्यात्मिक जीवन जीने के लिए श्री गुरु नानक देव जी की शिक्षाओं की सार्वभौमिक प्रासंगिकता संबंधी विस्तार में बताया। उन्होंने गुरू जी की शिक्षाओं की शाश्वत प्रासंगिकता के महत्व को समझाते हुए कहा कि श्री गुरु नानक देव जी की शिक्षाओं ने बिना किसी जाति, लिंग और पंथ के लोगों के बीच समानता को बढ़ावा दिया। उन्होंने कहा कि इस धरती पर श्री गुरु नानक देव जी का जन्म साढ़े पांच शताब्दियों पहले हुआ था, लेकिन उनकी शिक्षाएं आज भी उतनी ही प्रासंगिक हैं जितनी की उस समय में थीं; उनकी शि़क्षाओं का महत्व समय और भूगोल की सीमा से परे है।
राज्यपाल ने कहा कि पंजाब का इतिहास महान गुरुओं के बलिदानों से भरा पड़ा है जो हम सभी के लिए प्रेरणा के स्रोत हैं। राज्यपाल ने कहा, ‘‘आइए, हम सभी श्री गुरु नानक देव जी के सिद्धांत के अनुसार भाईचारे और शांति के संदेश को आगे बढ़ाएं।’’
पुरोहित ने गुरुओं की भूमि की सेवा करने का अवसर पाने के लिए खुद को भाग्यशाली बताते हुए पंजाब राज्य के कल्याण हेतु श्री गुरु नानक देव जी का आशीर्वाद मांगा। श्री पुरोहित ने लोगों से महान गुरु जी की शिक्षाओं का अनुसरण करने तथा सत्य और मानवता की सेवा के मार्ग पर चलने का आह्वान किया।
इससे पहले पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने श्री गुरु ग्रंथ साहिब को माथा टेका और श्री गुरु नानक देव जी की आध्यात्मिक और पवित्र शिक्षाओं पर बात की।
इस दौरान गुरबानी कीर्तन के बाद लंगर का आयोजन भी हुआ जिसमें श्रद्धालुओं के साथ पंजाब के राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने गुरू का लंगर छका।