चंडीगढ़, 1 मार्च: गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई, गोल्डी बराड़ व रोहित गोदारा के इशारों पर वकील की ड्रेस में कोर्ट के अंदर घुसकर भुप्पी राणा पर फायरिंग करने की फिराक में घूम रही लड़की को भी क्राइम ब्रांच ने सैक्टर-43 स्टैंड से गिरफ्तार कर लिया है। पकड़ी गई लड़की ने हाथ में ऐके-47 का टैटू भी बनवाया हुआ है और पुलिस पूछताछ में सामने आया कि उसने गैंगस्टर बनना था। उसकी पहचान 28 साल की राजस्थान के जिला झुंझुनू के गांव नरहार निवासी माया उर्फ कशिश उर्फ पूजा शर्मा के रूप में हुई है। साथ ही पुलिस ने गोल्डी बराड़ के फाइनांसर विक्की चौहान के जरिए पूजा तक पैसे पहुंचाने वाले दो और युवकों को गिरफ्तार किया। जिनकी पहचान पंजाब के जिला फाजिल्का के गांव पक्कन निवासी परविन्द्र सिंह उर्फ पिंडू (27) व श्री मुक्तसर साहिब के गांव वरिन्ग खेड़ा निवासी अमनप्रीत सिंह (20) के रूप में हुई है। तीनों आरोपी पुलिस रिमांड पर हैं। पुलिस की आरोपियों से पूछताछ जारी है।
एसपी केतन बंसल व डीएसपी क्राइम उदयपाल सिंह ने प्रेस कान्फ्रेंस के दौरान बताया कि पूजा शर्मा शादिशुदा है और घर में उसका झगड़ा हो गया था जिसके चलते वह हीस्ट्रीशीटर राकेश उर्फ हनी के जरिए गैंगस्टर रोहित गोदारा के संपर्क में आई। रोहित गोदारा ने उसे 25 हजार रुपए व एक मोबाइल देकर चंडीगढ़ जाने को कहा। वहीं चंडीगढ़ में गोल्डी बराड़ के कहने पर रोहतक के सचिन, उमंग व फरीदाबाद के टाइगर इससे मिले और गोल्डी के कहने पर अब इन्होंने एलांते मॉल से वकीलों की दो ड्रेस खरीदी। यह सभी लोग 11 दिनों से चंडीगढ़ में घूम रहे थे और मोहाली, चंडीगढ़ व पंचकूला कोर्ट में रैकी भी कर चुके थे। पुलिस पूछताछ में सामने आया था कि इन्होंने कोर्ट के अंदर वकीलों की ड्रेस में गैंगस्टर भुप्पी राणा की हत्या करनी थी। सबसे अहम बात सामने आई थी कि वकील की एक ड्रेस सचिन ने पहननी थी जबकि दूसरी पूजा शर्मा ने पहननी थी और भुप्पी का कत्ल भी पूजा शर्मा ने फायरिंग कर करना था। जिसके चलते वह चंडीगढ़ के साथ लगते गांव नया गांव में रह रही थी।
ऐसे हुआ था मामले का खुलासा
क्र ाइम ब्रांच की टीम सोमवार को सैक्टर-42 की लेक पार्किग के पास गश्त कर रही थी। इसी दौरान पुलिस को सूचना मिली कि एक एक्टिवा पर दो संदिग्ध कोर्ट के पास घूम रहे हैं। जब पुलिस वहां पहुंची, तो वहां पर दिल्ली स्पैशल सेल के पुलिस मुलाजिम चंडीगढ़ पुलिस को मिले, जिन्होंने बताया कि लॉरेंस बिश्नोई व गोल्डी बराड़ की गैंग से जुड़े दो शख्स एक्टिवा पर घूम रहे हैं और वह कोर्ट में पेशी के दौरान किसी गैंगस्टर को मारने की फिराक में है। उनके पास असला भी मौजूद है। इसी के आधार पर क्र ाइम ब्रांच व दिल्ली पुलिस ने कोर्ट के आसपास नाकाबंदी कर दी। जिसके बाद बस स्टैंड की तरफ से कोर्ट की ओर सफेद रंग के एक एक्टिवा पर बिना हैल्मेट के आ रहे दो लोगों को जब पुलिस ने रोकने का इशारा किया तो वह एक्टिवा बैक करते हुए फरार होने लगे। जिसके चलते उनकी एक्टिवा बंद हो गई और पुलिस ने दोनों को पकड़ लिया। पुलिस पूछताछ में दोनों ने अपना नाम व पता रोहतक के सचिन व उमंग बताया। पुलिस ने जब तलाशी ली तो असला भी बरामद हो गया। इन दोनों की निशानदेही पर इनके तीसरे साथ टाईगर को भी पुलिस ने धर दबोचा।पुलिस पूछताछ में सामने आया कि तीनों आरोपियों ने एलांते मॉल से 50 हजार रु पयों में एक मेल और एक फीमेल एडवोकेट ड्रेस खरीदी थी। अब इनकी साजिश थी कि एक एडवोकेट ड्रेस सचिन पहनेगा जबकि फीमेल वाली ड्रेस पूजा ने पहननी थी और पूजा ने ही गोलियां चलाकर भुप्पी राणा को मौत के घाट उतारना था। दरअसल जांच में यह भी सामने आया कि लेडी होने के चलते कोई उस पर शक न करे, इसलिए इन्होंने पूजा को आगे रखने की साजिश बनाई थी। आरोपियों से अभी तक कुल 2 पिस्तौलें, छह जिंदा कारतूस व दो वकीलों की ड्रेस बरामद हुई है।