*भ्रष्टाचार के खिलाफ मुख्यमंत्री भगवंत मान की ZERO-TOLERANCE : अपने 2 विधायकों के खिलाफ जांच के आदेश*
*सरबजीत मनुंके और गुरदित सिंह सेखों के खिलाफ मुख्यमंत्री के पास पहुंची शिकायत*
शिकायतकर्ता ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर गंभीर आरोप लगाए हैं
मुख्यमंत्री कार्यालय ने नियमानुसार तत्काल कार्रवाई के आदेश दिए हैं
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान की भ्रष्टाचार के खिलाफ जंग को उस समय बल मिला जब मुख्यमंत्री ने भ्रष्टाचार से समझौता न करने के अपने संकल्प पर खरा उतरते हुए अपनी ही आम आदमी पार्टी के दो विधायकों के खिलाफ जांच का आदेश दिया।
मुख्यमंत्री भगवंत मान पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि भ्रष्टाचार के मामले में किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा, भले ही वह अपनी पार्टी के विधायक ही क्यों न हों। भ्रष्टाचार किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने मंत्री विजय सिंगला को मंत्री पद से हटाकर भ्रष्टाचार के खिलाफ अपने दृढ़ संकल्प और शहीद भगत सिंह के संकल्प को ध्यान में रखते हुए लिए गए संकल्प के तहत जेल की यात्रा कराई थी । मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान तेज कर दिया है। इसलिए भ्रष्टाचार की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए मामले की जांच के तत्काल आदेश जारी कर दिए गए हैं।
उच्च सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री भगवंत मान को हलका जगराओं से विधायक सरबजीत कौर मानूके व फरीदकोट से विधायक गुरदित्त सिंह सेखों के खिलाफ शिकायत मिली थी। यह शिकायत राजकुमार की ओर से मुख्यमंत्री को लिखित रूप में भेजी गई है और शिकायतकर्ता ने अपनी शिकायत में अपने आधार कार्ड का नंबर भी दिया है। शिकायत में कहा गया है कि आपने एक आदेश अपने विधायकों को किया था कि वह अपने करीबियों को अपने दफ्तर व अपने पद से दूर रखें, लेकिन जगराओं हलके की विधायक सरबजीत कौर मानूके ने अपने पति सुखविंदर सुक्खी को अपना ओएसडी लगाया हुआ है और हमारे हलके विधायक का सारा काम सुखविंदर सिंह सुक्खी ही देख रहे हैं। इन पर हठूर के 2 ट्रक यूनियन की प्रधानगी के संबंध में 2 लाख रुपए रिश्वत लेने का आरोप लगा हुआ है। इसके अलावा माइनिंग की चर्चाएं भी हो रही हैं कि 7 लाख रुपए प्रति महीना सरबजीत कौर मानूके रेत वालों से वसूल रहे हैं। जो आप द्वारा जांच-पड़ताल करने पर सामने आ सकती हैं। हमारे हलके में अपराधी लोगों की सिफारिशें करते हैं।
शिकायतकर्ता ने आरोप लगाय है कि गुरदित्त सिंह सेखों हलका विधायक फरीदकोट, जोकि नशे बेचने वालों को शै देता है व उनको पुलिस से छुड़वाकर मुकदमे दर्ज नहीं होने देता व नशे बेचने वालों को मानूके की ओर से पुलिस को पैसे दिलाकर स्वयं ही पुलिस के खिलाफ कार्रवाई करवाता है। इस तरह पुलिस वालों को ब्लैकमेल करता है। इस तरह पहले भी इन्होंने जून 2022 में चिट्टे वालों के कहने पर व विजिलैंस को सिफारिश कर एक हवलदार पर झूठा विजिलैंस का मामला दर्ज करवाया था। फरीदकोट के डीएसपी जोकि 2 दिन पहले ही रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है, वह भी हलका विधायक गुरदित्त सिंह का शिकार हुआ है। शिकायतकर्ता ने कहा है कि मुङो आप पर भरोसा है और मैं आपसे अपील करता हूं कि सरबजीत कौर मानूके विधायक हलका जगराओं व फरीदकोट के विधायक गुरदित्त सिंह सेखों की अपने स्तर पर जांच करवाई जाए और उनके ऊपर कार्रवाई की जाए।
शिकायत मिलने के बाद मुख्यमंत्री कार्यालय ने सांसदीय कार्यालय विभाग के विशेष प्रधान सचिव को पत्र लिखकर कहा है कि नियमों के अनुसार कार्रवाई कर शिकायतकर्ता को सूचित किया जाए। मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से कार्रवाई करने के फैसले की कॉपी शिकायतकर्ता को भी भेजी गई है। सूत्रों का कहना है कि इस मामले में ट्रांसपोर्ट विभाग को भी कार्रवाई करने के लिए कहा है। क्योंकि इसमें ट्रक यूनियन का मामला भी सामने आया है।