पंजाब

*पंजाब केंद्रीय विश्वविद्यालय बठिंडा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के व्यक्तित्त्व के चर्चे , “मोदी@20-ड्रीम्स मीट डिलीवरी” पुस्तक पर पैनल चर्चा*

*यह पुस्तक प्रधानमंत्री मोदी के व्यक्तित्त्व के बारे में युवाओं की समझ को समृद्ध करेगी : प्रफुल्ल केतकर*

बठिंडा, 28 जुलाई : पंजाब केंद्रीय विश्वविद्यालय, बठिंडा (सीयूपीबी) के कुलपति प्रो. राघवेन्द्र प्रसाद तिवारी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक अच्छे वक्ता, विचारक और एक जन नेता हैं जो वसुधैव कुटुम्बकम के प्राचीन भारतीय मूल्य को अपनाकर एक बेहतर दुनिया बनाने के लक्ष्य को साकार करने हेतु कार्य करने के लिए हमेशा तत्पर रहते है। उन्होंने आगे कहा कि गुजरात और भारत के लोगों ने प्रधान मंत्री मोदी के गतिशील नेतृत्व में जीवन के हर क्षेत्र में समावेशी विकास देखा है। प्रो. तिवारी ने यह बातें “मोदी@20-ड्रीम्स मीट डिलीवरी” पुस्तक पर पैनल चर्चा कार्यक्रम श्रृंखला के उद्घाटन सत्र के दौरान अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कही।

यह कार्यक्रम पंजाब केंद्रीय विश्वविद्यालय, बठिंडा द्वारा आयोजित की जा रही दो-दिवसीय पैनल चर्चा कार्यक्रम श्रृंखला का एक हिस्सा है। इस पैनल चर्चा कार्यक्रम श्रृंखला में कुल चार सत्र आयोजित किए जाएंगे। उद्घाटन सत्र के मुख्य अतिथि आज़ादी का अमृत महोत्सव समिति के सदस्य प्रफुल्ल केतकर थे।
कार्यक्रम के आरंभ में डॉ. विपन पाल सिंह ने प्रतिभागियों का अभिनंदन करते हुए कहा कि “मोदी @20: ड्रीम्स मीट डिलीवरी” नामक पुस्तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी  की बीस साल की राजनीतिक यात्रा को दर्शाती है, जिस दौरान उन्होंने तीन बार गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में और बाद में दो बार भारत के प्रधान मंत्री के रूप में कार्य करते हुए राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर हमारे देश की सेवा की।

पैनल चर्चा कार्यक्रम श्रंखला के उद्घाटन सत्र के दौरान इस पुस्तक के विभिन्न खंड जैसे कि मोदी एक निर्विवाद युवा नेता क्यों हैं; लोक-केंद्रित दृष्टिकोण की सफलता; लोकतंत्र, वितरण और आशा की राजनीति; शासन उपकरण के रूप में प्रौद्योगिकी की कल्पना: और मोदी: संकट काल में भारतीयों के विश्वसनीय नेता, पर चर्चा की गई। इस चर्चा के दौरान पैनलिस्ट प्रो. तरुण अरोड़ा, डॉ. जयवेल एस, डॉ. रुबल कनोजिया, डॉ. सूरज कुमार और सुश्री निशा शर्मा (छात्र) ने इस पुस्तक के विभिन्न अध्यायों का समालोचनात्मक सारांश प्रस्तुत किया। सभी पैनलिस्ट इस बात पर सहमत थे कि पीएम नरेंद्र मोदी में साहसी निर्णय लेने की क्षमता है और उनके व्यक्तित्व ने लोगों की राजनीती के प्रति सोच को ‘चलता है’ से ‘बदल सकता है’ में परिवर्तित किया है।

वहीँ मुख्य अतिथि प्रफुल्ल केतकर ने अपनी प्रमुख टिप्पणी में पैनलिस्टों की सराहना करते हुए कहा कि यह पुस्तक गृह मंत्री अमित शाह से लेकर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत कुमार डोवाल और सुधा मूर्ति जैसे गणमान्य व्यक्तियों द्वारा लिखे गए इक्कीस अध्यायों का संग्रह है। उन्होंने कहा कि यह पुस्तक प्रधानमंत्री मोदी के व्यक्तित्त्व के बारे में युवाओं की समझ को समृद्ध करेगी और उन्हें नई ऊंचाइयों को प्राप्त करने के लिए प्रेरित करेगी। इस पुस्तक में मोदी की अनुभवात्मक जीवन यात्रा शामिल है, जिस दौरान उन्होंने 17 साल की छोटी आयु में खुद को और देश को जानने के लिए अपना घर छोड़ दिया था और अंत में भारत को बदलने के मिशन को परिभाषित करने के लिए कार्य किया।
प्रफुल्ल केतकर ने यह भी उल्लेख किया कि भले ही इस पुस्तक के अध्याय अलग-अलग दृष्टिकोणों से संबंध रखने वाले लेखकों द्वारा लिखे गए हैं, लेकिन इस पुस्तक ने हमारे प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के अद्वितीय व्यक्तित्व लक्षणों को रेखांकित किया है, जिन्होंने उनको भारत के एक जन नेता से वैश्विक नेता के रूप में विकसित करने में योगदान दिया। ये लक्षण हैं उनकी अद्वितीय नेतृत्व शैली, अंतिम व्यक्ति को सशक्त बनाने की प्रतिबद्धता, मानवीय सभ्यता की आवश्यकता के बारे में संवेदनशीलता और उनकी दृष्टि को संप्रेषित करने की शक्ति। उनकी इन्ही विशेषताओं के कारण प्रधान मंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत को संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतरराष्ट्रीय मंचों पर महत्त्वपूर्ण विषयों पर निर्णय लेने के समय विशेष भूमिका निभाने का अवसर प्राप्त हुआ।

इस अवसर पर कुलपति प्रो. तिवारी ने मुख्य अतिथि का अभिनंदन किया। कार्यक्रम के अंत में डॉ. विनोद पठानिया ने औपचारिक धन्यवाद ज्ञापन दिया। इस कार्यक्रम में विभागाध्यक्षों, अधिकारियों, शिक्षकों और बड़ी संख्या में छात्रों ने भाग लिया।

 

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