चंडीगढ़, 5 फरवरी: सिद्धू मूसेवाला हत्या केस के मास्टरमाइंड कनाडा बैठे गैंगस्टर गोल्डी बराड़ ने चंडीगढ़ के एक बिजनेसमैन को विदेशी नंबर से व्हाट्स एप कॉल कर 2 करोड़ की फिरौती मांगी थी और फिरौती न मिलने पर उसने उनके घर में खड़ी काले रंग की फॉरच्यरूनर पर फायरिंग करवा दी थी। चंडीगढ़ पुलिस ने पहले तीन शूटरों को गिरफ्तार किया था और अब चंडीगढ़ पुलिस ने पंजाब पुलिस की एंटी गैंगस्टर टॉस्क फोर्स (एजीटीएफ) के साथ मिलकर गोल्डी बराड़ के तीन गुर्गो को यूपी के गोरखपुर से गिरफ्तार किया। यह तीनों अब चार दिन के पुलिस रिमांड पर है।
जानकारी के अनुसार सैक्टर-5 के मकान नंबर-71 में बिजनैसमैन कुलदीप मक्कड़ ने पुलिस को बताया था कि हर रोज की तरह 19 तारीख को उनकी काले रंग की फॉरच्यरूनर गाड़ी नंबर-सीएच-01सीएफ-1313 घर के अंदर खड़ी थी। उस दिन अल सुबह करीब 4 बजे उनको धमाके की कुछ आवाज आई, लेकिन वह बाहर नहीं निकले। काफी देर बाद जब वह बाहर निकले, तो देखा कि उनकी गाड़ी की बायनी साइड का शीशे पर अज्ञात शूटरों ने फायरिंग कर दी। जिसके बाद उन्होंने तुरंत मामले की सूचना पुलिस को दी। सूचना मिलने के बाद मौके पर सैक्टर-3 थाना पुलिस पहुंची और कुलदीप मक्कड़ के बयान दर्ज किए गए। जिसके बाद पुलिस ने मामले में आईपीसी की धारा 384,336,506, 120बी व आर्म्स एक्ट 25-54-59 के तहत केस दर्ज किया था।पुलिस जांच में सामने आया कि कुलदीप मक्कड़ को गोल्डी बराड़ की तरफ से एक विदेशी नंबर से व्हाट्स एप कॉल आई थी। उसने दो करोड़ की फिरौती मांगी थी, लेकिन जब कुलदीप ने उनकी धमकी को नजरअंदाज किया, तो गोल्डी बराड़ की तरफ से उनके घर पर शूटर भेजकर फायरिंग करवा दी थी।चंडीगढ़ पुलिस के एसएसपी कंवरदीप कौर की सुपरविजन में डिस्ट्रिक्ट क्राइम सेल के डीएसपी एसपीएस सोंधी, इंस्पैक्टर हरमिन्द्र, सैक्टर-3 थाना एसएचओ जेपी सिंह, ऑपरेशन सेल के इंस्पैक्टर शेर सिंह के नेतृत्व में कुल 8 टीमें बनाई थी। पुलिस ने ह्यूमन इंटैलीजेंस से सबसे पहले मोहाली के गांव करतारपुर के रहने वाले 26 साल के गुरविन्द्र सिंह उर्फ लाड्डी को गिरफ्तार किया था। उसके बाद पुलिस ने पटियाला के गांव जखेपाल निवासी काशी उर्फ हैरी, फिर बनूड़ निवासी 19 वर्षीय शुभम कुमार गिरी उर्फ पंडित और अब पंजाब पुलिस की एंटी गैंगस्टर टॉस्क फोर्स के साथ मिलकर मोहाली के गांव कलोली निवासी 26 साल के अमृतपाल उर्फ गुज्जर, देवी नगर अबरावा, मोहाली निवासी 18 साल के के कमलप्रीत सिंह व मोहाली के अमलाला निवासी प्रेम सिंह (25) को गिरफ्तार किया। प्रेम सिंह इनको बदल पुलिस के मुताबिक अब पकड़े गए आरोपी नेपाल भागने की फिराक में थे। दरअसल गोल्डी बराड़ इनकी पूरी मदद कर रहा था और उसके इशारों पर ही यह नेपाल की ओर रुक करने वाले थे, लेकिन चंडीगढ़ व पंजाब पुलिस के ज्वांइट ऑपरेशन ने आरोपियों को अपने मकसद में कामयाब नहीं होने दिया। आरोपियों के कब्जे से पुलिस को वारदात में इस्तेमाल मोटरसाइकिल के अलावा 2 जिंदा कारतूस भी बरामद हुए हैं। पुलिस ने आरोपियों से मोबाइल भी बरामद किए हैं। पुलिस आरोपियों से लगातार पूछताछ कर रही है और उनके मोबाइल का डाटा भी खंगाला जा रहा है।
गोल्ड बराड़ पर पहले पंजाब पुलिस ने आंतकी गतिविधियों के चलते यूएपी एक्ट लगाया था और अब चंडीगढ़ पुलिस भी उसकी इस अपराधिक गतिविधियों के चलते उस पर यूएपी एक्ट लगाने जा रही है।