होशियार सिंह को 14 महीने बाद आई कंपार्टमेंट, अब दोबारा वही पेपर : कमलेश
होशियार सिंह को 14 महीने बाद आई कंपार्टमेंट, अब दोबारा वही पेपर : कमलेश
मुझे अपनी जिम्मेदारियों का अहसास, विरोधी रहे निभाने में नाकाम
भाजपा ने उपचुनाव थोपकर जनता पर डाला 100-150 करोड़ का बोझ
देहरा। कांग्रेस उम्मीदवार कमलेश ठाकुर ने कहा कि देहरा का विकास कांग्रेस ही करा सकती है। इस क्षेत्र में सारे काम कांग्रेस सरकार के समय हुए हैं। जिस निर्दलीय विधायक को 5 साल के लिए चुनकर भेजा था, उसे 14 महीने बाद कंपार्टमेंट आ गई, अब फिर वही पेपर हो रहा है, जो 2022 में हुआ था। पूर्व निर्दलीय विधायक इस्तीफा देकर विधायक बनने के लिए दोबारा चुनाव लड़ रहे हैं, उन्होंने कोई प्रधानमंत्री नहीं बनना। जनता उनसे पूछे कि इस्तीफा क्यों दिया।
कमलेश ठाकुर ने मंगलवार को चुनाव प्रचार के दौरान देहरा विधानसभा क्षेत्र में ये बातें कहीं। उन्होंने कहा कि मुझे अपनी जिम्मेदारियों का अहसास है, उन्हें निभाना भी जानती हूं, विरोधी तो अपनी।जिम्मेदारी निभाने में नाकाम रहे। भाजपा ने 9 उपचुनाव थोपकर जनता पर बेवजह 100-150 करोड़ रुपये का बोझ डाला है। पूर्व निर्दलीय विधायक को भाजपा के साथ ही जाना था तो उपचुनाव करवाने की क्या जरूरत थी, बिना इस्तीफा दिये भाजपा को समर्थन दे देते। पूर्व विधायक देहरा में विकास करवाने में विफल रहे हैं। अब देहरा की ध्याण क्षेत्र में विकास की गंगा बहाएगी।
उपचुनाव न होते तो क्षेत्र में विकास कार्य जोरों पर होते। बच्चों का रोजगार न रुकता, वे सरकारी नौकरी की परीक्षा देकर नियुक्ति पाते। बार-बार आचार संहिता लगने से विकास कार्य रुके हैं, परीक्षाएं नहीं हो रही। बच्चे ओवरएज हो रहे हैं। इसके लिये भी भाजपा दोषी है। भाजपा के पास कोई मुद्दा नहीं है। उनके नेता कह रहे कि कांग्रेस उम्मीदवार देहरा की नहीं हैं। वह नहीं जानते कि मेरा जन्म, पढ़ाई-लिखाई सब देहरा की है, मायके व जमीन भी यहीं है। जन्मे तो भाजपा उम्मीदवार मुंबई में हैं और ज्यादातर रहते भी मुंबई और कनाडा ही हैं। मैं तो जाऊंगी तो ससुराल य्य फिर आपके काम करवाने शिमला, क्योंकि जनता के अधिकतर काम सचिवालय में होते हैं।
उन्होंने कहा कि आपकी ध्याण चुनाव जीतने के बाद पंचायत स्तर पर आएगी, एक दिन-एक पंचायत में रहकर समस्याओं को हल करूंगी। देहरा जो दंश 25 साल से झेलता आ रहा है, वह 13 जुलाई के बाद नहीं झेलना पड़ेगा।
कमलेश ने कहा कि देहरा की वास्तव में अनदेखी हुई है। इस क्षेत्र के पूर्व निर्दलीय विधायक ने जनभावनाओं को आहत किया है। जनता उनसे पूछ रही है कि 14 महीने बाद क्यों इस्तीफा दिया, जब 5 साल के लिए चुना था। यह चुनाव साढ़े तीन साल के लिए हो रहा है। मुझे राजनीति का शौक नहीं है, हाईकमान के आदेश पर चुनाव लड़ रही हूं। अगर मेरा काम अच्छा होगा तो देहरा की जनता फिर मुझे चुनाव लड़ने के लिए कहेगी। इस क्षेत्र को बना बनाया मुख्यमंत्री मिलने जा रहा है, इसलिये दस जुलाई को कांग्रेस उम्मीदवार और अपनी ध्याण को अधिक से अधिक वोट रूपी शगुन दें।