ऊना, मैहतपुर, अम्ब और गगरेट में बनाए जाएंगे डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र
4, 7, 15 व 24 नवम्बर को लगेंगे शिविर
ऊना, 1 नवम्बर। डाक विभाग को पेंशन और पेंशनभोगी कल्याण विभाग विभाग के साथ हुए समझौते के तहत 1 से 30 नवम्बर तक 800 शहरों और कस्बों में राष्ट्रव्यापी डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र अभियान 3.0 आयोजित किया जा रहा है। इस बारे जानकारी देते हुए अधीक्षक डाकघर ऊना भूपिंदर सिंह ने बताया कि डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र अभियान 3.0 के जरिए सभी पेंशन भोगी, विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले पेंशनभोगी, चेहरा प्रमाणीकरण और उंगलियों के निशान प्रमाणीकरण द्वारा आसानी से अपना जीवन प्रमाण पत्र जमा करवा सकते हैं। यह सेवा डाक विभाग और इंडिया पोस्ट पेमेंटस बैंक के विशाल नेटवर्क से डाकघरों/पेंशनभोगियों को डोरस्टेप और डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र शिविरों के माध्यम से प्रदान की जाएगी।
भूपिन्दर सिंह ने बताया कि इस अभियान में पेंशनभोगी कल्याण संघों के विभिन्न हितधारकों को जोड़ा जाएगा जिससे वृद्ध पेंशनभोगियों को इसका लाभ मिलेगा। डिजिटल प्रमाण पत्र बनवाने के लिए पेंशनभोगियों को कोई भी सरकारी दस्तावेज़ जमा करवाना होगा। इस अभियान के तहत 4, 7, 15 व 24 नवम्बर को डाकघर ऊना, मैहतपुर, अम्ब और गगरेट के उप डाकघरों में डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र बनाने के लिए शिविर आयोजित किए जाएंगे। उन्होंने सभी केंद्रीय पारिवारिक पेंशनभोगियों, सैनिक व अर्धसैनिक बल के पेंशनभोगियों को इन शिविरों का लाभ लाभ लेने की अपील की है। उन्होंने बताया कि डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र प्राप्त करने के लिए पेंशनभोगी को नजदीकी डाकघर या डाकघर के डाकिया/ ग्रामीण डाक सेवक से सम्पर्क करना होगा। इसके लिए डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट जनरेशन के लिए 70 रुपये का शुल्क लगेगा। इस सेवा के लिए पेंशनभोगी द्वारा केवल आधार संख्या और पेंशन का विवरण देना होगा। प्रमाण पत्र बनाने की प्रक्रिया पूरी होने पर पेंशनभोगी को उसके मोबाइल नम्बर पर पुष्टिकरण एसएमएस प्राप्त होगा और उसके उपरांत ही https:/jeevanpramaan.gov.in/