तीसरी राज्य स्तरीय एनसीओआरडी बैठक में शहर को नशा मुक्त बनाने पर विशेष जोर
चंडीगढ़, 5 जनवरी: तीसरी राज्य स्तरीय एनसीओआरडी बैठक में शहर को नशा मुक्त बनाने पर विशेष जोर दिया गया। बुधवार को यह बैठक यूटी प्रशासक के सलाहकार धर्मपाल ने की। इस बैठक में यूटी डीजीपी प्रवीर रंजन, गृह सचिव, सह सचिव आबकारी एवं कराधान नितिन यादव, आईजीपी यूटी, विशेष सचिव गृह, सचिव स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, सचिव समाज कल्याण, सचिव शिक्षा, एसएसपी क्राइम सहित विभागीय प्रमुखों-प्रतिनिधियों के साथ निदेशक सीएफएसएल, डीडी डीआरआई, एडी एनसीबी, एडी डाक विभाग, डीआईजी-बीएसएफ अन्य भी मौजूद रहे।
अमनजोत सिंह, आईआरएस, जोनल डायरेक्टर एनसीबी चंडीगढ़ ने यूटी चंडीगढ़ में मादक पदार्थो की तस्करी के परिदृश्य पर अध्यक्ष को जानकारी दी औरएनसीओआरडी तंत्र और एजेंडा मदों पर एक विस्तृत प्रस्तुति दी। चंडीगढ़ में दवा की स्थिती पर विस्तार से चर्चा की गई। सलाहकार ने महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए शहर को ड्रग फ्री बनाने पर विशेष जोर दिया। बैठक में उपिस्थत सभी कानून प्रवर्तन एजेंसियों और हितधारकों को युवाओं, विशेष रूप से कॉलेज और विश्वविद्यालय के छात्रों के बीच ड्रग्स के दुष्प्रभावों और उपयोग के बाद के प्रभावों के बारे में जागरूकता पैदा करनी चाहिए। सलाहकार ने ड्रग डीलरों से निपटने के दौरान एनडीपीएस अधिनियम को सख्ती से लागू करने का निर्देश दिया गया। पुलिस को ड्रग्स के दुरुपयोग को रोकने के लिए चंडीगढ़ के सभी कॉलेजों, पंजाब यूनिवर्सिटी , पब और रेस्तरां पर विशेष नजर रखने का भी निर्देश दिया गया। सलाहकार ने एनसीबी को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि नाकोर्ं तस्करों को ड्रग व्यापार की आय से किसी भी लाभ से वंचित किया जाए।