कोलकाता हत्याकांड के दोषियों को सुनोयिजत ढंग से बचाने में लगी हैं ममता बनर्जी -आरपी सिंह
-- मां, माटी और मानुष का नारा देने वाली मुख्यमंत्री बताएं पश्चिम बंगाल में महिलाएं सुरक्षित क्यों नहीं
भाजपा ने ममता बनर्जी से इस्तीफा मांगा इस्तीफा, विपक्षी दलों की चुप्पी पर भी लगाई लताड़
चंडीगढ़, 16 अगस्त, कोलकाता के आरजी कर हॉस्पिटल में जूनियर डॉक्टर के साथ रेप मर्डर मामले में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सरकार दोषियों को बचाने की कोशिश कर रही है। यह कहना है कि भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता आर.पी. सिंह का। जिन्होंने सेक्टर -37 स्थित पंजाब भाजपा कार्यालय में प्रेसवार्ता के दौरान इस मामले पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को आड़े लिया । उन्होंने कहा कि इस पूरे घटनाक्रम को देखें तो साफ जाहिर होता है कि मुख्यमंत्री घटना के बाद से ही इसे पर्दा डालने का प्रयास कर रही हैं, पहले पुलिस ने पीड़ित परिवार को इसे आत्महत्या का मामला बताया। जब डाक्टर्स सड़क पर उतरे तो मामले को सीबीआई को सौंपने में देरी हुई। पूरे मामले में सिर्फ एक गिरफ्तारी हुई, जबकि पोस्टपार्टम से साफ पता चलता है कि यह सामूहिक दुष्कर्म की घटना है। इसके बाद सुनोयिजत ढंग से हुए हमले में घटना स्थल से सभी सबूतों को नष्ट किया जाता। इतना ही नहीं बाद में इसे वाम और राम का कारनामा बताया सियासी रोटियां सेंकने की कोशिश जाती है। इसलिए भारतीय जनता पार्टी ममता बनर्जी सरकार से इस्तीफा मांग करती है। इस दौरान प्रेस वार्ता में प्रदेश भाजपा प्रवक्ता विनीत जोशी भी मौजूद रहे।
पश्चिम बंगाल में लगातार बढ़ रहे महिला से जुड़े अपराध
आरपी सिंह ने कहा कि पश्चिमी बंगाल में महिला उत्पीड़न के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। ट्रेनी डाक्टर से गैंग रेप का मामला कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले संदेशखाली में टीएमसी नेता की करतूत, कूच बिहार में भाजपा महिला कार्यकर्ता को निर्वस्त्र करना, वीरभूमि जिले में आदिवासी महिला से दुष्कर्म और मेदिनीपुर जिले में अपाहिज से सामूहिक दुष्कर्म के मामलों ने देश को झिंझोड़ कर रख दिया था। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) का रिकार्ड देखे तो वर्ष 2021 में पश्चिम बंगाल में महिला अपराध व उत्पीड़न से जुड़े 2.08 लाख मामले दर्ज हुए, वर्ष 2022 में 3.49 लाख और वर्ष 2023 में 4.31 लाख मामले दर्ज हुए। हैरानी की बात तो यह है कि राज्य में सिर्फ 2.7 प्रतिशत मामलों में ही आरोपियों के दोष सिद्ध हो पाते हैं। मां, माटी और मानुष का नारा देने वाली महिला मुख्यमंत्री व राज्य की गृहमंत्री ममता बनर्जी बताएं की पश्चिम बंगाल में मां, बहनें और बेटियां सुरक्षित क्यों नहीं है।
कांग्रेस व विपक्षी दलों की चुप्पी पर भी जताया रोष
कांग्रेस व अन्य विपक्षी दलों की चुप्पी पर भी भाजपा नेता ने निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जब हाथरस में ऐसी घटना हुई थी तो राहुल गांधी बार बार कह रहे थे कि उन्हें कोई नहीं रोक सकता है, वह जरूर हाथरस जाएंगे। अब वह कोलकाता क्यों नहीं जाते हैं, अब उन्हें कौन राक्षस रोक रहा है। अन्य दल भी ममता बनर्जी सरकार के खिलाफ क्यों नहीं आवाज उठाते हैं। कोरोना में सैंकड़ों डाक्टर्स आपको बचाते बचाते अपने प्राणों से हाथ धो बैठते हैं, अब उनके दर्द को विपक्षी दल व लोग क्यों नहीं महसूस कर पा रहे हैं। यह दोहारा रवैया नहीं चलेगा, सभी दलों को एक साथ आकर ऐसे मामलों की निंदा करनी होगी, न की संरक्षण देने वालों के पक्ष में चुप्पी साध कर उनका साथ देना चाहिए।