विकास एवं पंचायत राज्य मंत्री ने सरपंचों को 21 लाख रुपये तक के विकास कार्यों की सीमा बढ़ाने पर मुख्यमंत्री नायब सिंह का किया आभार प्रकट
हमारी सरकार निरंतर ग्रामीण विकास को दे रही बढ़ावा – महीपाल ढांडा
चंडीगढ़, 3 जुलाई – हरियाणा के विकास एवं पंचायत राज्य मंत्री महीपाल ढांडा ने सरपंचों को बिना टेंडर के 21 लाख रुपये तक के विकास कार्य करवाने की मंजूरी प्रदान करने की सीमा बढ़ाने के लिए मुख्यमंत्री नायब सिंह का आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि जमीनी स्तर की सरकार को प्रशासनिक और वित्तीय स्वायत्ता प्रदान करके हमारी सरकार ने ग्रामीण विकास की गति को बढ़ाया है।
महीपाल ढांडा आज यहां पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने की दिशा में पंचायती राज संस्थाओं को सुदृढ़ करना अति आवश्यक है और इसी कड़ी में हरियाणा सरकार ने माइक्रो लेवल पर प्लानिंग करके पंचायतों को सशक्त कर रही है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने ग्रामीण क्षेत्र में तैनात सफाई कर्मचारियों और नगरपालिका के सफाई कर्मचारियों के मासिक मानदेय में भी बढ़ोतरी की है, इसके लिए भी उनका आभार व्यक्त किया।
हरियाणा सरकार बुजुर्गों को दे रही सर्वाधिक 3 हजार रुपये मासिक पेंशन
महीपाल ढांडा ने कहा कि कांग्रेस सरकार के समय वृद्धावस्था सम्मान भत्ता 750 रुपये से 1 हजार रुपये करने की घोषणा जाते-जाते 2014 में कर गए थे। 1 हजार रुपये की पेंशन की राशि पहली बार हमारी सरकार ने ही दी। इतना ही नहीं, आज हरियाणा सरकार बुजुर्गों को 3 हजार रुपये मासिक पेंशन प्रदान कर रही है, जोकि देश में सर्वाधिक है।
झूठ व फरेब की राजनीति करना विपक्ष की प्रवृत्ति
विकास एवं पंचायत राज्य मंत्री ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि झूठ व फरेब की राजनीति करना कांग्रेस की प्रवृति रही है। इस बार लोकसभा चुनावों में भी संविधान खत्म करने की बात कहकर लोगों को गुमराह किया। कांग्रेस के नेताओं को यह विचार करना चाहिए कि संविधान की अवहेलना उन्हीं के नेताओं ने की थी। कांग्रेस ने इमरजेंसी लगाकर न्यायालय के फैसले तक को भी नहीं माना था।
उन्होंने कहा कि संविधान निर्माता डॉ भीमराव अंबेडकर को भारत रत्न देकर हमारी सरकार ने ही उनको सम्मान दिया, जबकि कांग्रेस ने डॉ भीमराव अंबेडकर को अपमानित करने का काम किया। इतना ही नहीं, दिल्ली के लुटियन जोन में बाबा साहिब की याद में एक संग्रहालय बनाया है।