भुप्पी राणा की कत्ल की साजिश रचने वाले गैंगस्टर लॉरेस व बराड़ का एक और गुर्गो गिरफ्तार
पूजा नाम की लड़की की क्राइम ब्रांच को तलाश
चंडीगढ़, 28 फरवरी: क्राइम ब्रांच द्वारा गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई व गोल्डी बराड़ के पकड़े गए तीन गुर्गो से अहम खुलासे हुए हैं। हरियाणा के जिला रोहतक के किला मोहल्ला निवासी 27 साल के सन्नी उर्फ सचिन उर्फ मनचंदा व रोहतक के पीरजी मोहल्ला निवासी 25 साल के उमंग व फरीदाबाद निवासी कैलाश चौहान उर्फ टाइगर ने पुलिस पूछताछ में कबूला कि उन तीनों ने एलांते मॉल से 50 हजार की दो वकीलों की ड्रैस खरीद ली थी और वकील की ड्रेस में पूजा नाम की लड़की ने भुप्पी राणा पर फायरिंग कर कोर्ट के अंदर उसका कत्ल करना था, लेकिन क्राइम ब्रांच ने इन हमलावरों को गिरफ्तार कर इनकी साजिश को नाकाम कर दिया।
क्राइम ब्रांच की टीम अब लगातार पूजा की तलाश कर रही है। क्राइम ब्रांच ने पकड़े गए तीनों आरोपियों का 5-5 दिन का पुलिस रिमांड हासिल किया है।क्राइम ब्रांच की टीम सोमवार को सैक्टर-42 की लेक पार्किग के पास गश्त कर रही थी। इसी दौरान पुलिस को सूचना मिली कि एक एक्टिवा पर दो संदिग्ध कोर्ट के पास घूम रहे हैं। जब पुलिस वहां पहुंची, तो वहां पर दिल्ली स्पैशल सेल के पुलिस मुलाजिम चंडीगढ़ पुलिस को मिले, जिन्होंने बताया कि लॉरेंस बिश्नोई व गोल्डी बराड़ की गैंग से जुड़े दो शख्स एक्टिवा पर घूम रहे हैं और वह कोर्ट में पेशी के दौरान किसी गैंगस्टर को मारने की फिराक में है। उनके पास असला भी मौजूद है।
इसी के आधार पर क्राइम ब्रांच व दिल्ली पुलिस ने कोर्ट के आसपास नाकाबंदी कर दी। जिसके बाद बस स्टैंड की तरफ से कोर्ट की ओर सफेद रंग के एक एक्टिवा पर बिना हैल्मेट के आ रहे दो लोगों को जब पुलिस ने रोकने का इशारा किया तो वह एक्टिवा बैक करते हुए फरार होने लगे। जिसके चलते उनकी एक्टिवा बंद हो गई और पुलिस ने दोनों को पकड़ लिया। पुलिस पूछताछ में दोनों ने अपना नाम व पता बताया। पुलिस ने जब तलाशी ली तो असला भी बरामद हो गया। इन दोनों की निशानदेही पर इनके तीसरे साथ टाईगर को भी पुलिस ने धर दबोचा।
पुलिस पूछताछ में सामने आया कि तीनों आरोपियों ने एलांते मॉल से 50 हजार रुपयों में एक मेल और एक फीमेल एडवोकेट ड्रेस खरीदी थी। अब इनकी साजिश थी कि एक एडवोकेट ड्रेस सचिन पहनेगा जबकि फीमेल वाली ड्रेस पूजा ने पहननी थी और पूजा ने ही गोलियां चलाकर भुप्पी राणा को मौत के घाट उतारना था। दरअसल जांच में यह भी सामने आया कि लेडी होने के चलते कोई उस पर शक न करे, इसलिए इन्होंने पूजा को आगे रखने की साजिश बनाई थी।
एसपी क्राइम केतन बंसल ने प्रेस कान्फ्रेंस के दौरान बताया कि तीनों आरोपी 9 दिनों से शहर में घूम रहे हैं। वह बार-बार अपना ठिकाना बदलते थे। कभी होटल को कभी किसी फ्लैट में रुकते थे। मोहाली, चंडीगढ़ व पंचकूला की कोर्ट में तीनों की तरफ से रैकी भी कर ली गई थी।यमुनानगर का रहने वाला गिल्ली राणा, टाईगर के संपर्क में था और टाईगर ने सचिन व उमंग की इंस्टाग्राम के जरिए गोल्डी बराड़ से बातचीत करवाई। हालांकि असला भी गोल्ड बराड़ ने मुहैया करवाया। इसके अलावा चंडीगढ़ में रहने, खाने-पीने का खर्चा भी गोल्डी बराड़ फाइनांसर विक्की के जरिए इन तक पहुंचा रहा था। तीनों आरोपियों से कुल 2 पिस्तौलें, छह जिंदा कारतूस व दो वकीलों की ड्रेस बरामद हुई है।