विक्रमादित्य सिंह का सुक्खू सरकार से इस्तीफा, सीएम पर खूब बरसे
वीरभद्र सिंह ने हमेशा अपनी शर्तों पर राजनीति की, मैं भी ऐसा ही करूंगा : विक्रमादित्य सिंह
सरकार में मुझे और मेरे विभाग को अपमानित करने की कोशिश की गई : विक्रमादित्य सिंह
युवाओं से किए वादों को पूरा नहीं किया गया, वित्तीय स्थिति का मिस मैनेजमेंट हुआ : विक्रमादित्य सिंह
प्रेस वार्ता में रो पड़े विक्रमादित्य सिंह, पार्टी के साथ हैं, पर प्रदेश के जनादेश का अपमान हुआ : विक्रमादित्य सिंह
- 14 महीनों से सरकार के लिए कुछ नहीं बोला पर अब बोलना पड़ रहा हैं- विक्रमादित्य
- मंत्री रहते हुए भी मुझे नजरअंदाज किया गया- विक्रमादित्य सिंह
- प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपने पिता को याद कर भावुक हुए विक्रमादित्य
- सामने आया दिल का दर्द, बोले- इनके पास उनकी मूर्ति के लिए मालरोड पर 2 गज जमीन नहीं
- प्रदेश में जो घटनाक्रम हुआ, विधायकों की अनदेखी का नतीजा है- विक्रमादित्य सिंह
- पार्टी हाईकमान के सामने भी मुद्दा उठाया, विधायकों की शिकायतों का समाधान नहीं हुआ- विक्रमादित्य
- प्रदेश में सियासी उठापटक के बीच मंत्री विक्रमादित्य का बड़ा बयान- सुक्खू सरकार में विधायकों की अनदेखी हुई
- युवाओं से किए वादों को पूरा नहीं किया गया, वित्तीय स्थिति का मिस मैनेजमेंट हुआ : विक्रमादित्य सिंह
कांग्रेस विधायक विक्रमादित्य सिंह ने हिमाचल प्रदेश की सुक्खू सरकार से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने कहा कि वे आने वाले समय में अपना अगला कदम बताएंगे। उन्होंने कहा कि वास्तविक परिस्थितियों के बारे में उन्होंने प्रियंका गांधी को अवगत कराया है। उन्होंने कहा, “मैं बस इतना कहना चाहूंगा कि मौजूदा परिस्थितियों में मेरा सरकार का हिस्सा बने रहना सही नहीं है। इसलिए, मैंने फैसला किया है कि मैं मंत्रिपरिषद से इस्तीफा दे रहा हूं। मैं मंत्री पद से इस्तीफा दे रहा हूं। आने वाले समय में मैं अपने लोगों के साथ परामर्श करूंगा और फिर आगे की रणनीति के बारे में फैसला करूंगा।”