चंडीगढ़पंजाब

साइबर क्राइम की टीम ने पांच ठगों को किया गिरफ्तार

चंडीगढ़, 30 दिसंबर: साइबर क्राइम इंवेस्टीगेशन सेल (सीसीआईसी) की टीम ने ऑनलाइन ठगी के मामले में 5 शातिर साइबर ठगों को दबोच लिया है। पकड़े गए आरोपियों की पहचान यूपी के गाजियाबाद का 26 वर्षीय सन्नी, रायपुर, छत्तीसगढ़ का 29 वर्षीय तरूण कुमार, गोरा घाट, मध्यप्रदेश का 34 वर्षीय अतर सिंह, देवगढ़, झारखंड का 31 वर्षीय सक्तर अंसारी और वहीं का 28 वर्षीय रहमत अंसारी शामिल है।साइबर क्राइम की टीम ने पांच ठगों को किया गिरफ्तार..पांचों शातिर ठग
पहले मामले में शिकायतकर्ता सैक्टर-20 डी के मंसूर अली थे। उन्होंने कहा कि उनकी पत्नी 17 नवंबर से एक महीने के लिए यूएसए जाना चाहती थी। वह एक अपार्टमेंट ढूंढ रहे थे। इसी दौरान उन्हें जिल्लो प्रॉपर्टी वेबसाइट पर मिली। दंपती ने पंजीकरण, दस्तावेज सत्यापन, पुलिस क्लीयरेंस आदि के रूप में रकम जमा करवा दी। हालांकि उन्हें बाद में पता चला कि न्यूयार्क में दिए गए पते पर कोई अपार्टमेंट नहीं था। उनके साथ कुल 13,3,123 रु पये की ठगी हो गई। पुलिस ने इस मामले में पहले सन्नी को गिरफ्तार किया और उसने बताया कि वह कई क्रि प्टो प्लेटफार्म पर क्रि प्टो करेंसी का व्यापार करता है। बाद में पुलिस ने दो और आरोपी तरूण कुमार और अतर सिंह उर्फ कृष्णा कुशवाहा को गिरफ्तार किया। उन्होंने बताया कि वह किसी व्हट्सएप के जरिए किसी अमेरिकी के संपर्क में थे। उसने धोखाधड़ी की रकम उनके कहने पर बैंक खातों में डाल दी थी। इसके बाद उन्होंने बिनांस के जरिए यूएसडीटी खरीद का अमेरिकी को भिजवा दिया था। प्रत्येक ट्रांजेक्शन पर उनका मुनाफा 10 प्रतिशत था। पुलिस ने इन्हें रिमांड पर लेकर पूछताछ के बाद जेल भेज दिया। जांच में पता चला कि अतर सिंह घोटाले का सरगना है और वह तरूण के साथ मिल बैंक खाते देखता था। इनके जरिए ही घपले की रकम क्रिप्टो करंसी के रूप में आगे क्रिप्टो प्लेटफार्म पर जाती थी। जिसके बाद यह मर्चेंट खाते बनाते थे और बल्क में व्यापार करते थे। रकम बिनांस के जरिए अमेरिकी को भेज देते थे। आरोपियों ने घपले के लिए पांच खातों का इस्तेमाल किया था। पुलिस की जांच जारी है और अमेरिकी का पता किया जा रहा है। वहीं धोखाधड़ी का दूसरा मामला चंडीगढ़ की एक महिला की शिकायत पर दर्ज हुआ था। उसने सिंपल पे एप का कस्टमर केयर नंबर गूगल पर सर्च किया था ताकि रिफंड करवा सके। उन्हें एक नंबर मिला। कॉल करने पर व्यक्ति ने रिमोट डेस्कटॉप एसेसिंग एप एनीडेस्क डाउनलोड करने को कहा। एक लिंक भेज आरोपियों ने महिला के मोबाइल और खातों की अवैध रूप से जानकारी ले ली। जिसके बाद कुल 1.25 लाख रु पये की ट्रांजेक्शन कर ली। पुलिस ने जांच करते हुए रहमत अंसारी और सक्तर अंसारी को गिरफ्तार किया। इनके कब्जे से तीन मोबाइल फोन और एक बैंक खाता किट बरामद हुई है। पुलिस का कहना है कि इस प्रकार के स्कैम नाइजीरिया, चीन, दुबई और पाकिस्तान से संचालित किए जाते हैं। सोशल मीडिया पर इस लुभावने ऑफर आदि से बचें और स्तक बरतें।

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