चंडीगढ़, 20 नवंबर: एक महिला मरीज को जहरीला इंजेक्शन देने वाली महिला पांच दिन बाद भी पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ सकी। हालांकि पुलिस के पास अब तो आरोपी महिला की तस्वीर भी आ चुकी है और इसके बावजूद पुलिस उसे पकड़ने में अभी तक नाकाम साबित हुई है। सोमवार को सैक्टर-11 थाना पुलिस टीम महिला के पति से मिली और संदिग्धों की जानकारी जुटाई। मामले में महिला के मायके पक्ष पर शक जताए जाने के बाद पुलिस ने मरीज के पिता और भाई आदि रिश्तेदारों की जानकारी और फोन नंबर लिए हैं। जानकारी के मुताबिक पुलिस टीम अब इन्हें जांच के लिए बुला सकती है। वहीं पंजाब जाकर भी टीमें पूछताछ कर सकती है। पुलिस ने मामले में पीजीआई से भी कई अहम जानकारियां प्राप्त की हैं।
दूसरी ओर पीजीआई के अनुसार हरमीत कौर को गंभीर किडनी की चोट व अन्य बीमारियों के चलते एक बाहरी अस्पताल से रेफर करने के बाद 7 नवंबर को पीजीआई में भर्ती कराया गया था। 4 नवंबर को डिलीवरी के दौरान गंभीर संक्र मण के चलते पीजीआई रेफर करने से पहले ही उसका डायलिसिस हो चुका था। पीजीआई में रक्तस्राव को नियंत्रित किया गया, उसे आईसीयू में स्थानांतरित किया गया और डायलिसिस किया गया। उनका बार-बार डायलिसिस किया जा रहा है और फिलहाल वह वेंटिलेटर पर हैं। डॉक्टर मरीज पर बारीकी से नजर रख रहे हैं। वहीं पीजीआई प्रवक्ता प्रो.विपिन कौशल का कहना है कि किसी बाहरी महिला द्वारा मरीज को इंजेक्शन लगाने के कथित मामले की जांच पुलिस के साथ-साथ पीजीआई द्वारा भी की जा रही है। वहीं पुलिस द्वारा जो जानकारी मांगी गई है, वह प्रदान की जा रही है। पीजीआई का कहना है कि मामले की जांच जारी है और जांच पूरी होने के बाद तथ्यों को सार्वजनिक किया जाएगा। सूत्रों के मुताबिक मरीज को लगाए गए टीके की जानकारी भी पुलिस ने मांगी है। कहा गया है कि यदि मरीज की खून की जांच में अगर इसका खुलासा हुआ है तो दिया जाए। वहीं पुलिस ने मौके पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों और वार्ड में तैनात स्वास्थ्य कर्मियों की भी जानकारी मांगी है। जिस डॉक्टर की देखरेख में मरीज का इलाज चल रहा है, उससे भी इस मामले में एक रिपोर्ट तैयार करवाकर पुलिस ने मांगी है।