पंजाब

पंजाब पुलिस की एस. एस. ओ. सी. ने स्पेन आधारित एनआरआई हरजीत सिंह को पंजाब में आतंकवादी फंडिंग, टारगेट कीलिंग की साजिश रचने के दोष में किया गिरफ़्तार

– मुख्यमंत्री भगवंत मान के सपने अनुसार पंजाब पुलिस पंजाब को सुरक्षित राज्य बनाने के लिए वचनबद्ध

– पुलिस टीमों ने खन्ना से हरजीत के नज़दीकी साथी को भी किया गिरफ़्तारः एआईजी एस. एस. ओ. सी अश्वनी कपूर

चंडीगढ़, 3 अगस्तः

मुख्यमंत्री भगवंत मान की सोच अनुसार पंजाब को सुरक्षित राज्य बनाने के लिए चलाई जा रही मुहिम के अंतर्गत पंजाब पुलिस के स्टेट स्पैशल आपरेशन सेल ( एस. एस. ओ. सी.) ने स्पेन आधारित भारतीय नागरिक हरजीत सिंह को दहशती फंडिंग और राज्य में टारगेट कीलिंग को अंजाम देने की योजना में शामिल होने के कारण इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे, नयी दिल्ली से गिरफ़्तार किया है।

पुलिस टीमों ने हरजीत सिंह के नज़दीकी साथी अमरिन्दर सिंह उर्फ बंटी को भी उसके पैतृक जिले खन्ना से गिरफ़्तार किया है।

यह कार्यवाही पंजाब पुलिस की तरफ से खालिस्तान लिबरेशन फोर्स (केऐलऐफ) से जुड़ी विदेशी संस्थाओं द्वारा संचालित, एक टारगेट कीलिंग माड्यूल के पाँच सदस्यों की गिरफ़्तारी से, इस माड्यूल के पर्दाफाश किये जाने से एक हफ्ते से भी कम समय के अंदर अंजाम दी गई।

इस सम्बन्धी जानकारी सांझा करते हुये एआईजी एस. एस. ओ. सी. एस. ए. एस. नगर अश्वनी कपूर ने बताया कि उनको सूचना मिली थी कि गुरदासपुर के गाँव घणशामपुर का मूल निवासी भारतीय नागरिक हरजीत सिंह करीब एक महीना पहले भारत आया था और दहशतगर्दी को वित्तीय सहायता देने की गतिविधियों में शामिल है। वह राज्य में कुछ टारगेट कीलिंग को अंजाम देने की योजना बना रहा था और नयी दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से अंतरराष्ट्रीय उड़ान के द्वारा स्पेन के लिए रवाना होने की फिराख में था। तेज़ी से कार्यवाही करते हुए, पंजाब पुलिस ने उसके विरुद्ध तुरंत लुक आउट सर्कुलर ( ऐल्ल. ओ. सी.) निकाला, जिसके फलस्वरूप मंगलवार को उसे हवाई अड्डे से गिरफ़्तार किया गया है।

गिरफ्तार किये गए दोषी हरजीत सिंह से और पूछताछ करने पर यह बात सामने आई है कि दोषी ने अपने साथी अमरिन्दर उर्फ बंटी को फंडिंग और सहायता देकर आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने कहा कि दोषी हरजीत सिंह से पूछताछ से मिले सुराग के आधार पर पुलिस की टीमों ने एस. एस. एस. ओ. सी ने खन्ना से अमरिन्दर उर्फ बंटी को गिरफ़्तार किया।

प्राथमिक जांच में सामने आया है कि दोनों दोषी सोशल मीडिया के द्वारा एक-दूसरे के संपर्क में आए थे और एक-दूसरे के साथ इसी तरह के कट्टड़पंथी विचार सांझे करते थे। मुलजिम हरजीत सिंह ने धार्मिक नेताओं की टारगेट कीलिंग को अंजाम देने के लिए स्पेन से भारत में अपने साथी अमरिन्दर बंटी को कई बार वित्तीय सहायता भेजी थी।

ए. आई. जी. अश्वनी कपूर ने कहा कि जांच से यह भी सामने आया है कि हरजीत सिंह केऐलऐफ से जुड़े कुछ विदेशी आधारित कट्टड़पंथियों के इशारे पर काम कर रहा था और सिखस फार जस्टिस की गतिविधियों समेत कट्टड़पंथी सामग्री को उत्साहित करने के लिए दो जाली फेसबुक खाते इस्तेमाल कर रहा था।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Content is protected !!