कैप्टन अमरिंदर के करीबी जुनैद रजा खान जांच के घेरे में, कई शहरों में घोटाले का आरोप
कैप्टन अमरिंदर ने यू पी से लाकर लगाया था वक्फ बोर्ड का चेयरमैन
पंजाब के पूर्व मुख़्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के करीबी व वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन जुनैद रजा खान भी अब आप सरकार के निशाने पर आ गए है । सूत्रों का कहना है जुनैद रजा खान को कैप्टन अमरिंदर ने यू पी से लाकर वक्फ बोर्ड का चेयरमैन लगाया था । बता दे कि जिस दिन से कैप्टन अमरिंदर सिंह को मुख्यमंत्री के पद से हटाया गया है, उसी दिन से यह कयास लगाए जा रहे थे कि सरकार की तरफ से तुरंत वक्फ बोर्ड को भंग कर दिया जाएगा या चेयरमैन को हटाया जाएगा या फिर वह खुद ही इस्तीफा दे देंगे। परंतु जुनैद रजा खान ने अपना इस्तीफा देने में बहुत देर कर दी थी । उस समय पंजाब वक्फ बोर्ड के चेयरमैन के खिलाफ राज्य में धरने प्रदर्शन हो रहे थे । उन पर कई शहरों में प्राइम लोकेशन पर कथित रूप से घोटाला करने का आरोप लगाया गया था और इसकी जांच की मांग भी उठाई जा रही थी । अब सरकार ने इस मामले में जाँच शुरू कर दी है ।
वर्ष 2020 में विधायक सुखपाल सिंह खैरा ने कैप्टन अमरिन्दर सिंह पर वक्फ बोर्ड पंजाब में महत्वपूर्ण पदों पर गैर-पंजाबी मुसलमानों को नियुक्त करने और भर्ती करने के अपने अधिकार का दुरुपयोग करने का आरोप लगाते हुए कहा कि यह न केवल अनुचित है बल्कि स्थानीय मुसलमानों के खिलाफ है। घोर भेदभाव है।
खैरा ने आरोप लगाया था कि अमरिंदर ने एक गैर-पंजाबी मुस्लिम जुनैद रजा को पंजाब वक्फ बोर्ड का अध्यक्ष नियुक्त किया, जो रामपुर (उत्तर प्रदेश) के नवाब और मुख्यमंत्री के करीबी जागीरदार हैं।
सूत्रों का कहना है कि पंजाब सरकार अब मामले की जाँच करने जा रही है । सरकार उस मामले की जाँच कर रही है कि यू पी के रहने वाले । खान को क्यो पंजाब वक्फ बोर्ड का चेयरमैन लगाया गया था ।
सूत्रों का कहना है कि पंजाब सरकार अब इस मामले की जांच कराने जा रही है । सरकार इस मामले की जांच कर रही है कि खान को यूपी से लाकर पंजाब वक्फ बोर्ड का अध्यक्ष क्यों नियुक्त किया गया? जुनैद रजा खान को 2017 में कैप्टन अमरिंदर ने पंजाब वक्फ बोर्ड का अध्यक्ष नियुक्त किया था। जिस समय मुख्तियार अंसारी के बेटे को रोपड़ में जमीन दी गई उस वक्त जुनैद रजा खान वक्फ बोर्ड के चेयरमैन थे ।